भारत-पाक तनाव का वैष्णो देवी की यात्रा पर भी असर, सूना पड़ा है मां का दरबार; बुकिंग कैंसिल करा रहे लोग
कश्मीर में हुए आतंकी हमले के बाद मां वैष्णो देवी यात्रा (Maa Vaishno Devi Yatra) में भारी गिरावट आई है। पहले जहां 40-45 हजार श्रद्धालु आते थे अब यह संख्या 13-16 हजार तक गिर गई है। व्यापारी निराश हैं और कटड़ा से भवन तक वीरानगी छाई है। भारत-पाक तनाव के कारण यात्रा प्रभावित हुई है जिससे घोड़ा-पिट्ठू वालों का काम भी कम हो गया है।
राकेश शर्मा, कटड़ा। बीते माह 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में निर्दोष लोगों पर हुए आतंकी हमले (Pahalgam Terrorist Attack) के बाद मां वैष्णो की यात्रा में भारी कमी लगातार जारी है। हालांकि बीते माह के पहले पखवाड़े तक जहां रोजाना 40 हजार से 45 हजार के मध्य श्रद्धालु मां वैष्णो देवी की यात्रा (Maa Vaishno Devi Yatra) को लेकर आधार शिविर कटड़ा पहुंच रहे थे। वही वर्तमान में यह आंकड़ा गिरकर 13000 से 16000 के मध्य पहुंच गया है।
व्यापारी वर्ग पूरी तरह से मायूस
हालत यह है कि एक और जहां व्यापारी वर्ग पूरी तरह से मायूस हो चुका है तो दूसरी और मां वैष्णो देवी भवन परिसर हो या फिर मार्ग या फिर आधार शिविर कटड़ा या फिर रेलवे स्टेशन हर तरफ वीरानगी छायी हुई है और इक्का-दुक्का ही श्रद्धालु नजर आ रहे हैं।
श्री माता वैष्णो देवी रेलवे स्टेशन कटड़ा सुप्रीडेंट जुगल किशोर शर्मा का कहना है कि बीते मांह पहलगाम में आतंकियों द्वारा की गई निर्दोष लोगों की हत्या के बाद मां वैष्णो देवी की यात्रा में भारी कमी लगातार जारी है हालत यह है कि वर्तमान में मात्र 15% से 25% के बीच ही ट्रेन द्वारा श्रद्धालु आधार शिविर कटड़ा पहुंच रहे हैं।
हेलीकॉप्टर सेवा काउंटर भी वीरान
मां वैष्णो देवी की यात्रा में कमी का आलम यह है कि हेलीकॉप्टर सेवा का लाभ उठाने वाले श्रद्धालुओं को श्राइन बोर्ड द्वारा मुख्य बस अड्डे पर बार-बार अनाउंसमेंट की जा रही है कि वह निहारिका परिसर से तत्काल हेलीकॉप्टर की सेवा ले सकते हैं।
श्राइन बोर्ड द्वारा तत्काल सेवा के लिए स्थापित किया गया हेलीकॉप्टर सेवा का काउंटर भी बीते तक कई दिनों से खाली पड़ा हुआ है, क्योंकि इक्का दुक्का श्रद्धालु ही तत्काल हेलीकॉप्टर सेवा का लाभ उठा रहे हैं।
श्रद्धालुओं ने रद करवा दी है बुकिंग
वर्तमान में हालात के मद्देनजर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने अपनी ऑनलाइन अग्रिम बुकिंग रद करवा दी है जिसके चलते भवन परिसर की बात हो या फिर आधार शिविर कटड़ा में श्राइन बोर्ड के परिसर भी लगभग खाली पड़े हुए हैं।
वहीं आधार शिविर कटड़ा की बात करें तो लगभग 80% होटल हो या फिर गेस्ट हाउस या फिर धर्मशालाएं आदि पूरी तरह से वीरान है क्योंकि इक्का-दुक्का श्रद्धालु ही वैष्णो देवी की यात्रा के लिए आधार शिविर कटड़ा पहुंच रहे हैं। हालांकि वर्तमान में मां वैष्णो देवी की यात्रा का आंकड़ा 14000 से 16000 के मध्य बना हुआ है।
स्थानीय लोग ही कर रहे हैं दर्शन
व्यापारी वर्ग का कहना है कि इसमें से 30% से 40% श्रद्धालु स्थानीय है जो यात्रा की कमी के चलते इसका लाभ उठा रहे हैं। बाहरी राज्यों से बड़ी कम संख्या में श्रद्धालु मां वैष्णो देवी की यात्रा के लिए आधार शिविर कटड़ा पहुंच रहे हैं।
कटड़ा होटल व रेस्त्रां संघ के प्रधान राकेश वजीर ने कहा कि श्रद्धालुओं का उत्साह बरकरार रखने को लेकर सभी तरह के संभव उपाय किए जा रहे हैं और देश भर में यह पैगाम भेजा जा रहा है कि श्रद्धालु निडर होकर पूरी श्रद्धा के साथ अपनी मां वैष्णो देवी की यात्रा करें। यहां के हालात पूरी तरह से सामान्य है।
भारत-पाक तनाव खत्म होने के बाद होगी बढ़ोतरी
जिस तरह से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बरकरार है उम्मीद है कि तनाव समाप्त होने के बाद ही मां वैष्णो देवी की यात्रा में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। वहीं वर्तमान में मां वैष्णो देवी की यात्रा कर रहे श्रद्धालुओं को सभी तरह की सुविधाए बिना किसी परेशानी के लगातार उपलब्ध हो रही हैं और श्रद्धालु इन सेवाओं का लाभ उठाते हुए श्रद्धा के साथ अपनी मां वैष्णो देवी की यात्रा कर रहे हैं।
घोड़ा-पिट्ठू वालों का काम भी कम
मां वैष्णो देवी की यात्रा में लगातार कमी के चलते भवन मार्ग पर घोड़ा पिट्ठू तथा पालकी आदि का कार्य करने वाले करीब 40% से 50% मजदूर अपने घरों की ओर वापस लौट चुके हैं क्योंकि वर्तमान में काम की भारी कमी महसूस की जा रही है जिसके चलते मजदूर अपने घरों की ओर रवाना हो रहे हैं।
वही लगातार जारी मां वैष्णो देवी की यात्रा में कमी में अगर सुधर नहीं हुआ तो व्यापारी पर कई और ज्यादा मुश्किलें खड़ी होगी क्योंकि अधिकांश व्यापारी वर्ग द्वारा बैंकों से या अन्य वित्तीय संस्थानों से लोन प्राप्त किए हैं जिसकी किस्त भरने को लेकर व्यापारी वर्ग पूरी तरह से चिंतित है।
दिव्य आरती में भी श्रद्धालुओं की कमी
वैष्णो देवी भवन पर सुबह-शाम रोजाना आयोजित होने वाली दिव्य आरती में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में भी करीब 50% की कमी आई है यही सिलसिला मां वैष्णो देवी भवन मार्ग पर अर्धक्वारी भवन परिसर में पवित्र गर्भ जून गुफा आरती का भी है जहां कम संख्या में ही श्रद्धालु दिव्य आरती में शामिल हो रहे हैं। जिसकी मुख्य वजह मां वैष्णो की यात्रा में लगातार भारी कमी देखने को मिल रही है।
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