जम्मू कश्मीर के किसानों के लिए आई बुरी खबर! इस गंभीर बीमारी की चपेट में ये फसल
जम्मू कश्मीर के किसानों को ये खबर परेशान कर सकती है। दरअसल इन दिनों खेतों में लगाई गई गेहूं की फसल पर ब्लैक पाउडर बीमारी की चपेट में आ रही है। कृषि विभाग को जल्द किसानों को जागरुक करना चाहिए। नहीं बड़े पैमाने पर नुकसान हो सकता है। पहले यहां के किसान येलोरेस्ट सी समस्या से परेशान थे और अब ब्लैक पाउडर नामक बीमारी से परेशान हैं।
संवाद सहयोगी, पौनी। किसानों (Farmers News) द्वारा इन दिनों खेतों में लगाई गई गेहूं की फसल ब्लैक पाउडर बीमारी की चपेट में आ रही है लेकिन कृषि विभाग किसानों को जागरूक नहीं कर रहा है पहले येलो रेस्ट और अब ब्लैक पाउडर (Black powder) बीमारी लगने के बाद किसने की फसल को नुकसान पहुंच रहा है।
गेहूं की फसल को लेकर किसानों को नहीं किया जा रहा जागरूक
अगर किसानों को उक्त बीमारी से संबंधित अभी से जागरूक किया जाएगा तो किसानों की फसल बेहतर होने की उम्मीद रहती है, लेकिन कृषि विभाग की तरफ से गेहूं की फसल को लेकर किसानों को जागरूक नहीं किया जा रहा है।
पहले येलोरेस्ट और अब ब्लैक पाउडर से किसान चिंतित
किसान नेता ओम प्रकाश शर्मा का कहना है कि प्रत्येक किसान को बिजाई से पहले समय पर बारिश होने व फसल की बिजाई के बाद बारिश होने पर फसल की पैदावार बेहतर होने की उम्मीद रहती है। इस बार समय पर बारिश होने पर फसल की उगाई बेहतर हुई थी लेकिन पहले येलोरेस्ट ( Yellow Rest) और अब ब्लैक पाउडर की चपेट में आने के बाद किसान चिंतित है।
अब फसल तेजी से बढ़ रही है फसलों को सिट्टा लगना शुरू हो गया, लेकिन इस दौरान फसलों को अज्ञात बीमारी लगने की आशंका बनी रहती है। खासकर येलोरेस्ट और ब्लैक पाउडर बीमारी लगने की अधिक आशंका रहती है।
अगर विभाग द्वारा समय पर कृषि से संबंधित फसलों की पैदावार करने व फसलों को लगने वाली अज्ञात बीमारियों से बचने के लिए जागरूक किया जाए, तो किसानों की फसलें और बेहतर होने की उम्मीद रहती है। लेकिन विभाग की तरफ से किसानों को जागरूक नहीं किया जाता है।
ऐसे बचाएं ब्लैक पाउडर बीमारी से गेहूं की फसल को
कृषि विभाग के मुताबिक जिस खेत में गेहूं की फसल ब्लैक पाउडर बीमारी की चपेट में आ रही है उस खेत से बीमारी वाली गेहूं की फसल को तुरंत काट दें। अगर समय पर ब्लैक पाउडर वाले सिट्टों को काटा जाएगा तो बाकी बची फसल ब्लैक पाउडर बीमारी की चपेट में नहीं आएगी।
कृषि कर्मचारियों को किसानों की समस्याओं को लेकर समय-समय पर जागरूक करने के लिए कहा गया है। किसानों को फसलों को लेकर कोई समस्या ना रहे, इसे लेकर प्रत्येक गांव में शिविर लगाने के अलावा फसलों को लगने वाली अज्ञात बीमारियों के बारे में जागरूक करने के लिए निर्देश दिए गए हैं।
हरबंस सिंह, चीफ एग्रीकल्चर ऑफिसर रियासी।