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    Zojila Pass Open: रिकॉर्ड 32 दिन में खुल गया जोजिला दर्रा, भारी बर्फबारी के कारण बंद थी आवाजाही

    Updated: Wed, 02 Apr 2025 07:50 AM (IST)

    Zojila Pass Open कश्मीर घाटी को लद्दाख से जोड़ने वाला जोजिला दर्रा 32 दिन बाद खुल गया है। श्रीनगर-करगिल-लेह नेशनल हाईवे पर आवाजाही भी बहाल हो गई है। बॉर्डर रोड आर्गनाइजेशन ने 15 दिन में बर्फ हटाकर इसे यातायात योग्य बनाया। इस साल पश्चिमी विक्षोभ के कारण लगातार 17 दिनों तक भारी बर्फबारी हुई थी। जोजिला दर्रा समुद्रतल से 3528 मीटर ऊपर स्थित है।

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    सीमा सड़क संगठन ने कश्मीर घाटी व लद्दाख को जोड़ने वाला जोजिला दर्रा मंगलवार को खोल दिया। (फोटो- ANI)

    राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। Zojila Pass Open: श्रीनगर-करगिल-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर समुद्रतल से लगभग 3528 मीटर की ऊंचाई पर स्थित जोजिला दर्रा 32 दिन बंद रहने के बाद मंगलवार को वाहनों की आवाजाही के लिए खुल गया। सीमा सड़क संगठन बीआरओ के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल रघु श्रीनिवासन ने कश्मीर से लद्दाख की ओर पहले काफिले को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

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    वर्ष 2021 में जोजिला दर्रा लगभग 110 दिन तक बंद रहा था। इस बार यह मात्र 32 दिन में ही खोल दिया गया जो एक रिकॉर्ड है। बीआरओ ने 15 दिन में जोजिला में बर्फ हटाकर इसे यातायात योग्य बनाया है।

    कश्मीर को लद्दाख से जोड़ता है ये दर्रा

    जोजिला दर्रा कश्मीर घाटी को लद्दाख से जोड़ने वाले विश्व के सबसे महत्वपूर्ण और चुनौतीपूर्ण ऊंचाई वाले दर्रों में से एक है। यह श्रीनगर से लगभग 100 किलोमीटर और सोनमर्ग से 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस दुर्गम दर्रे पर भारी बर्फबारी होती है, जिसके कारण भीषण ठंड के महीनों में इसे बंद करना पड़ता है।

    इस अस्थायी बंद होने से न केवल सैनिकों और आवश्यक आपूर्ति की आवाजाही प्रभावित होती है, बल्कि लद्दाख में स्थानीय आबादी का दैनिक जीवन भी बाधित होता है, जो व्यापार, चिकित्सा सहायता और आर्थिक गतिविधियों के लिए इस मार्ग पर निर्भर है।

    लगभग 20 वर्ष पहले तक यह दर्रा 31 अक्टूबर को आम वाहनों की आवाजाही के लिए बंद कर दिया जाता था और छह माह बाद मई के पहले सप्ताह में या फिर अप्रैल के अंतिम दिनों में खोल जाता था।

    तकनीकी प्रगति, बेहतर बर्फ-निकासी तकनीकों और बीआरओ के अथक प्रयासों के कारण, इसे यथांसभव खुला रखा जाने लगा और गर्मियों के आगमन से पहले ही सीमा सड़क संगठन दर्रे में सड़क पर पड़ी बर्फ को हटाकर उसे यातायात योग्य बनाने का प्रयास करने लगा।

    17 दिनों तक लगातार हुई थी बर्फबारी

    इस साल, पश्चिमी विक्षोभ के कारण 27 फरवरी से 16 मार्च 2025 तक 17 दिनों तक लगातार बर्फबारी हुई। बर्फबारी के बंद होने के साथ ही बीआरओ कर्मियों ने, शून्य से नीचे के तापमान, तेज हवाओं और हिमस्खलन-बहुल इलाकों और विषम परिस्थितियों में बर्फ हटाने का काम जारी जारी रखा। बीआरओ कर्मियों ने 17 मार्च से 31 मार्च के बीच रिकॉर्ड 15 दिनों में बर्फ को साफ कर दिया और पहली अप्रैल को वाहनों की आवाजाही भी बहाल कर दी गई।

    रिकॉर्ड समय में खोला गया जोजिला

    महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल रघु श्रीनिवासन ने वाहनों के काफिले को रवाना करने के बाद उपस्थितजनों से बातचीत में कहा कि एक रिकॉर्ड समय में जोजिला दर्रे को फिर से खोलना बीआरओ के समर्पण का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण इस दर्रे को समय पर यातायात बहाल को सुनिश्चित बनाने के लिए कश्मीर में प्रोजेक्ट बीकन और लद्दाख में प्रोजेक्ट विजयक है।

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