श्रीनगर पुलिस का बड़ा एक्शन, आतंकी हैंडलरों से जुड़े दो छात्रों के घर छापेमारी; आपत्तिजनक सामान बरामद
श्रीनगर पुलिस (Srinagar Police) ने शनिवार को दो जगहों पर तलाशी ली है। तलाशी के दौरान पुलिस को आरोपितों के मकान से कुछ आपत्तिजनक सामान भी मिले। मिली जानकारी के मुताबिक दोनों आरोपित छात्र हैं और सोशल मीडिया के जरिए कथित तौर पर आतंकी हैंडलरों के साथ संपर्क में थे। ये दोनों युवाओं को आतंकी गतिविधियों के लिए उकसाते थे।

जागरण संवाददाता, श्रीनगर। श्रीनगर पुलिस ने शनिवार को बटमालू और एचएमटी में दो जगहों पर तलाशी ली है । संबधित पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बटमालू के बोनपोरा में उवैस अहमद डार और एचएमटी जैनकोट में साहिल अहमद बट के मकान की तलाशी ली गई है।
दोनों आरोपितों के बारे में कहा जा रहा है कि वह छात्र हैं और सोशल मीडिया के जरिए कथित तौर पर आतंकी हैंडलरों के साथ संपर्क में थे। पुलिस ने उवैस और साहिल को पूछताछ के लिए हिरासत में भी लिया है, लेकिन अधिकारिक तौर पर इस तथ्य की पुष्टि नहीं हुई है।
तलाशी के दौरान आपत्तिजनक सामान बरामद
यह दोनों इंटरनेट मीडिया पर जिहादी सामग्री के प्रचार प्रसार के अलावा स्थानीय युवाओं को आतंकी गतिविधियों के लिए उकसाते थे। यह जम्मू कश्मीर विशेषकर कश्मीर के हालात को लेकर तथ्यों को तोड़- मरोड़ कर इंटरनेट मीडिया के विभिन्न मंचों पर साझा करते थे।
इन्हें पुलिस के साइबर सेल ने चिह्नित किया और पुलिस ने एनआईए अदालत से अनुमति प्राप्त कर,आज इनके घरों की तलाशी ली है। तलाशी के दौरान पुलिस ने कुछ इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और आपत्तिजनक सामान बरामद किया है।
पुलिस ने कही ये बात
पुलिस ने कहा कि शेरगारी पुलिस स्टेशन में दर्ज गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम की धारा 13 के तहत एक मामले में श्रीनगर शहर के बटमालू और एचएमटी इलाकों में तलाशी ली गई। कुछ व्यक्तियों के खिलाफ जांच चल रही है।
ये लोगों को गैरकानूनी काम के लिए उकसाने के लिए विकृत और गलत सूचना प्रसारित करने के आरोप में शामिल पाए गए हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में दुर्भावनापूर्ण और देशद्रोही प्रचार फैलाने में शामिल पहचाने गए संदिग्धों के घरों में ऐसी और तलाशी ली जाएगी।
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'सोशल मीडिया पर भड़काऊ चीजें साझा करने से बचें'
अधिकारी ने नागरिकों से आग्रह किया कि वे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का उपयोग करते समय जिम्मेदारी निभाएं और भड़काऊ सामग्री को साझा करने या अपलोड करने से बचें। उन्होंने कहा कि ये झूठी कहानियों को बढ़ावा देती है और लोगों, विशेषकर युवाओं को आतंक के कृत्यों के लिए गुमराह करती है।
आतंकियों की मददगारों पर एलजी का कड़ा एक्शन
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने गुरुवार को दो सरकारी कर्मचारियों को सेवामुक्त कर दिया। उन्होंने आतंकियों और अलगाववादियों के पारिस्थितिकी तंत्र के समूल नाश की अपनी प्रतिबद्धता को जताते हुए ये कार्रवाई की है। इनमें से एक शिक्षा विभाग में लेक्चरर है और एक स्वास्थ्य विभाग में फार्मासिस्ट।
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