गुरेज में बर्फ के मैदान पर लगे चौके-छक्के, बर्फ और ठंड की चिंता किए बिना युवाओं ने खेला क्रिकेट; मन मोह लेगा ये वीडियो
उत्तरी कश्मीर में नियंत्रण रेखा के साथ सटे गुरेज में एक समय जहां पाकिस्तानी सेना की गोलीबारी करने की आशंका रहती थी तो वहीं अब वहां से मन को मोह लेने वाला दृश्य नजर आया है। स्थानीय युवा बर्फ से ढके मैदान पर क्रिकेट खेलते नजर आए। सेना की चिनार के सहयोग से गुरेज में स्नो क्रिकेट प्रीमियर लीग शुरू किया गया है।
नवीन नवाज, श्रीनगर। Cricket played in snow field in Gurez: चारों तरफ बर्फ की सफेद चादर बिछी हो, खेत-खलिहान ही नहीं, सड़कें भी बर्फ के नीचे कहीं गुम हो और और दिन का तापमान जमाव बिंदु से पांच से छह डिग्री सेल्सियस नीचे हो... ऐसे मौसम में जिंदगी कैसी होगी?
बर्फ से ढके मैदानों में खेला क्रिकेट
कोई कहेगा कि सब कुछ थम सा गया होगा, लेकिन उत्तरी कश्मीर में नियंत्रण रेखा के साथ सटे गुरेज में जिंदगी पूरी तरह जीवंत है। स्थानीय युवा बर्फ से ढके मैदान पर क्रिकेट में जोश और जुनून दिखाते हुए गुरेज को स्नो क्रिकेट का घर बना रहे हैं।
गुरेज में शुरू हुई स्नो क्रिकेट प्रीमियर लीग
पाकिस्तानी सेना की बंदूकें और तोपें जो अक्सर इस पूरे क्षेत्र में कभी भी आग उगलने को तैयार रहती हैं, आज युवाओं के जोश के आगे पूरी तरह ठंडी हैं। उत्तरी कश्मीर में बांडीपोरा जिले के गुरेज में स्नो क्रिकेट प्रीमियर लीग शुरू हो चुकी है। 13 फरवरी को इसका अंतिम मुकाबला होगा।
#WATCH | Bandipora, J&K: Locals play cricket on snow in Gurez Valley. pic.twitter.com/hq69gmkDG9
— ANI (@ANI) February 8, 2024
बर्फ और ठंड की चिंता किए बिना युवा खेल रहे क्रिकेट
गुरेज सेक्टर के विभिन्न गांवों की 18 टीम इसमें भाग ले रही हैं। सेना की चिनार के सहयोग से आयोजित इस प्रतियोगिता के मैचों को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग बर्फ और ठंड की चिंता किए बिना सुबह से ही दावर स्टेडियम में पहुंच जाते हैं। बर्फ से ढकी हब्बा-खातून की पहाड़ियों के दामन में स्थित मैदान पर विकेट गिरे या कैच छूटे, चौका लगे या बल्लेबाज से गेंद छूट जाए... तालियां और सीटियां तो गूंजनी ही हैं।
गुरेज को ही कहें स्नो क्रिकेट का जनक
स्नो क्रिकेट का जनक गुरेज को ही कहा जाएगा, क्योंकि बर्फ में क्रिकेट खेलते स्थानीय युवाओं की तस्वीरें और वीडियो करीब पांच वर्ष पहले इंटरनेट मीडिया पर प्रचारित हुए थे। इसके बाद सभी का ध्यान सर्दियों में घाटी समेत देश दुनिया के विभिन्न हिस्सों से जमीनी संपर्क के आधार पर कटे रहने वाले गुरेज पर गया था। अन्यथा, गुरेज का सर्दी में जिक्र तभी होता था, जब कभी पाकिस्तानी सेना की गोलाबारी या आतंकी घुसपैठ और मुठभेड़ होती थी।
आयोजन में सेना का पूरा सहयोग
स्थानीय युवक अरशद अहमद ने कहा कि बीते चार वर्ष से हर वर्ष गुरेज स्नो क्रिकेट प्रतियोगिता होती है। सेना का इसमें पूरा सहयोग रहता है। गुरेज को देखकर कश्मीर के अन्य इलाकों में भी बर्फ पर क्रिकेट खेली जाने लगी है। इरशाद समून ने कहा कि इस बार सर्दी में यहां हिमपात का लंबा इंतजार करना पड़ा है।
स्नो क्रिकेट से प्रभावित होकर गुरेज आते हैं पर्यटक
खैर, देर से ही सही, लेकिन बर्फ अच्छी गिरी है और यह स्नो क्रिकेट खेलने योग्य है। जिला प्रशासन भी इस में सहयोग करने लगा है। इंटरनेट मीडिया से भी हमें लाभ हुआ है। अब यहां तो स्नो क्रिकेट से प्रभावित होकर कई पर्यटक भी सर्दियों में आते हैं।
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बर्फ पर क्रिकेट खेलने का अलग ही रोमांच
बर्फ पर क्रिकेट खेलने का अपना ही रोमांच है। हम पहले सिर्फ गर्मियों में ही खेलते थे, अब सर्दियों का भी बेसब्री से इंतजार करते हैं। यह हमें सर्दियों में भी पूरी तरह स्वस्थ और मजबूत रखने में मदद करता है। -इश्फाक अहमद, स्थानीय क्रिकेट खिलाड़ी
गुरेज वही इलाका जहां रहती थी पाकिस्तानी सेना की गोलीबारी की आशंका
यह स्नो क्रिकेट प्रतियोगिता सिर्फ रोमांच और खेल नहीं है, यह गुरेज के लोगों की जीवटता का प्रमाण है। यह वही इलाका है जहां जहां किसी भी समय पाकिस्तानी सेना की गोलाबारी की आशंका रहती है। अपनी चौकियों और निगरानी टावर पर बैठे पाकिस्तानी सैनिक भी यहां दावर में हो रही स्नो क्रिकेट को जरूर देखते होंगे। अगर देखते न हों तो कम से कम तालियां और सीटियां उनके कानों में जरूर गूंजती होंगी। -नजीर अहमद गुरेजी, पूर्व विधायक
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