'पहले जश्न मनाया, अब ठगा महसूस कर रहे...', लद्दाख के लेह में हुए हिंसक प्रदर्शन पर बोले CM उमर अब्दुल्ला
लेह में लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर प्रदर्शन हो रहा है जहाँ छात्र और पुलिस के बीच झड़प हुई। प्रदर्शनकारियों की मुख्य मांगें हैं लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा और लेह-कारगिल के लिए अलग लोकसभा सीट। उमर अब्दुल्ला ने कहा कि लद्दाख को राज्य का दर्जा देने का वादा पूरा नहीं हुआ जिससे लोग ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।

डिजिटल डेस्क, जम्मू। लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर लेह में प्रदर्शन हो रहा है जहाँ प्रदर्शनकारी छात्र और पुलिस के बीच हिंसक झड़प हुई। उनकी मुख्य मांगें लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा, लेह और कारगिल को अलग लोकसभा सीट, छठी अनुसूची के तहत संवैधानिक सुरक्षा और सरकारी नौकरी में स्थानीय लोगों को शामिल किया जाना हैं।
अब इस मुद्दे पर जम्मू-कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला ने भी अपना बयान दिया है। X पर सीएम उमर ने लिखा कि लद्दाख को राज्य का दर्जा देने का वादा भी नहीं किया गया था, उन्होंने 2019 में केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा मिलने का जश्न मनाया और वे खुद को ठगा हुआ और गुस्से में महसूस कर रहे हैं।
अब ज़रा सोचिए कि जम्मू-कश्मीर में हम कितने ठगे हुए और निराश महसूस करते हैं जब जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा देने का वादा अधूरा रह जाता है, जबकि हम लोकतांत्रिक, शांतिपूर्ण और ज़िम्मेदारी से इसकी माँग करते रहे हैं।
हिंसक प्रदर्शन के बाद सोनम वांगचुक ने 15 दिनों से चल रही अपनी भूख हड़ताल को खत्म किया और लोगों से हिंसा न करने की अपील की. झड़प के बाद लद्दाख में डीएम ने बीएनएस की धारा 163 लागू कर दी है, जिसके तहत पांच या अधिक लोगों के एकत्र होने, बिना अनुमति के जुलूस निकालने तथा सार्वजनिक शांति भंग करने वाले बयानों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
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