एनसीबी ने श्रीनगर में किया बड़े नशा तस्कर नेटवर्क का भंडाफोड़, 10 किलोग्राम चरस के साथ तीन गिरफ्तार
श्रीनगर में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने नशा तस्करों के एक बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश करते हुए 10.7 किलोग्राम से अधिक चरस जब्त की है और तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों के अनुसार पूछताछ के दौरान पूरे देश में फैले नेटवर्क का पता लगाया जाएगा और आगे गिरफ्तारियां की जाएंगी। जब्त की गई चरस इस साल की सबसे बड़ी बरामदगी में से एक है।

डिजिटल डेस्क, श्रीनगर। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) श्रीनगर जोन ने कश्मीर घाटी में नशा तस्कर के बड़े नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है।
टीम ने स दौरान 10.7 किलोग्राम से अधिक चरस जब्त की गई और तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। अधिकारिक सूत्रों का कहना है कि पूछताछ के आधार पर देश भर में जुड़े इस नेटवर्क का पता लगा और गिरफ्तारियां की जाएंगी।
अधिकारियों ने बताया कि एक विशिष्ट खुफिया जानकारी के आधार पर एनसीबी श्रीनगर ने 19 अगस्त को अनंतनाग जिले के बिजबेहाड़ा इलाके में एक लक्षित अभियान चलाया। जिसके परिणाम स्वरूप लगभग 10.735 किलोग्राम चरस जब्त की गई, जो इस साल की सबसे बड़ी चरस बरामदगी में से एक है।
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गिरफ्तार आरोपियों की पहचान फिरदौस निवासी बिजबेहाड़ा अनंतनाग, जान मोहम्मद बाबा निवासी लाल बाजार, श्रीनगर और मोहम्मद लतीफ निवासी श्रीगुफवारा, अनंतनाग के रूप में हुई है।
एक बयान में एनसीबी ने कहा कि उनकी आपराधिक पृष्ठभूमि की जांच से पता चला है कि फिरदौस पर पहले भी बिजबेहाड़ा पुलिस स्टेशन और एनसीबी जम्मू में एनडीपीएस के तहत मामले दर्ज हैं। यही नहीं जान मोहम्मद बाबा पर भी एनसीबी जम्मू में एनडीपीएस के तहत एक मामला दर्ज है।
उन्होंने यह भी बताया कि इन मामलों को जब आगे-पीछे के संबंधों से जोड़कर जांच की गई तो पता चला कि उक्त प्रतिबंधित पदार्थ मोहम्मद लतीफ नामक व्यक्ति से खरीदा गया था, जिसे इस मामले में गिरफ्तार भी किया गया है। वह अवैध माध्यमों के जरिए अंतर-राज्यीय कारोबार में भी मदद कर रहा था।
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अधिकारियों ने कहा कि यह ज़ब्ती एनसीबी के श्रीनगर कार्यालय के महत्व को रेखांकित करती है, जिसे जम्मू-कश्मीर में नशीले पदार्थों के खिलाफ लड़ाई को मज़बूत करने की केंद्र सरकार की रणनीति के तहत स्थापित किया गया है।
बयान में कहा गया है कि एनसीबी नशीली दवाओं के व्यापार और उससे जुड़ी गतिविधियों को रोकने, युवाओं को इसके हानिकारक प्रभावों से बचाने और पूरे केंद्र शासित प्रदेश में मज़बूत अंतर-एजेंसी समन्वय स्थापित करने और सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
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