Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    'जिन मुद्दों पर वोट लिया, उसी से...', महबूबा मुफ्ती ने NC पर विशेष दर्जे की पुनर्बहाली पर चुप्पी साधने का लगाया आरोप

    पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने नेशनल कॉन्फ्रेंस पर जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे की बहाली और राजनीतिक बंदियों की रिहाई जैसे अहम मुद्दों पर चुप्पी साधने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि पीडीपी ही जम्मू-कश्मीर की जनता की आवाज बनेगी और इन मुद्दों के समाधान के लिए संवैधानिक तरीके से प्रयास करेगी। हमारे लिए सत्ता से ज्यादा लोगों का मान-सम्मान है।

    By naveen sharma Edited By: Sushil Kumar Updated: Sat, 14 Dec 2024 07:15 PM (IST)
    Hero Image
    महबूबा मुफ्ती ने एनसी पर लगाए गंभीर आरोप, बोलीं- हम चुप नहीं बैठेंगे।

    राज्य ब्यूरो, जम्मू। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने शनिवार को कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस पर जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे की पुनर्बहाली और राजनीतिक बंदियों की रिहाई के मुद्दे को ठंडे बस्ते में डालने का आरोप लगाया। आज यहां पीडीपी की कार्यकारी समिति के बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में महबूबा मुफ्ती ने कहा कि हम लोगों की गरिमा, अधिकारों और आकांक्षाओं के लिए लड़ना बंद नहीं करेंगे।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    नेशनल कान्फ्रेंस के 50 विधायक हैं और जम्मू कश्मीर में उसकी ही सरकार है, इसके बावजूद वह विशेष दर्जे की बहाली जैसे संवेदनशील मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए हैं, लेकिन हम चुप नहीं बैठेंगे। महबूबा मुफ्ती ने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस ने जिन कोर मुद्दों के नाम पर जनता से वोट लिया, वह आज उन मुद्दों में मुंह छिपा रही है।

    जब जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जे की पुनर्बहाली के लिए कश्मीर के राजनीतिक बंदियाें की रिहाई के लिए सत्ताधारी दल के 50 विधायक आवाज नहीं उठाएंगे तो फिर कौन उठाएगा? नेशनल कान्फ्रेंस सत्ता के लिए जम्मू-कश्मीर के हितों को नजर अंदाज कर रही है।

    ऐसे में सिर्फ पीडीपी ही जम्मू कश्मीर की जनता की उम्मीदों और आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए एक जोरदार आवाज बनने की जिम्मेदारी पूरी करेगी। उन्होंने कहा कि पीडीपी लोकतंत्र की मर्यादा को बनाए रखते हुए संवैधानिक तौर तरीकों से ही इन मुद्दों के समाधान के लिए प्रयासरत है।

    पीडीपी के लिए सत्ता से ज्यादा जनता का मान-सम्मान

    पीडीपी प्रमुख ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के संवैधानिक अधिकारों की बहाली के लिए जम्मू-कश्मीर से छीनी गई उसकी विशिष्ट पहचान की बहाली के लिए अन्य दलों में राजनीतिक इच्छा शक्ति की कमी नजर आती है। लेकिन पीडीपी के लिए सत्ता से ज्यादा जम्मू-कश्मीर की जनता का मान सम्मान है। 

    जम्मू-कश्मीर की विशिष्ट पहचान है। इसलिए पीडीपी जम्मू और कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 की पुनर्बहाली और जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा प्रदान किए जाने तक लगातार प्रयासरत रहेगी।

    'कैदियों की रिहाई बहुत जरूरी'

    मुफ्ती ने राजनीतिक कैदियों की रिहाई की वकालत करते हुए कहा कि इनमें से अधिकांश को पांच अगस्त 2019 में जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जे को खत्म किए जाने के बाद से हिरासत में रखा गया है। ये लाेग केवल राजनीतिक बंदी नहीं हैं, यह उन लोगों की आवाज है जिन्हें अपने अधिकारों के लिए खड़े होने के कारण चुप कराने के लिए जेल में रखा गया है।

    उन्होंने कहा कि कश्मीर में शांति और सुलह का वातावरण बनाने के लिए कश्मीर में स्थाायी शांति की बहाली के लिए इन लोगों की रिहाई जरूरी है।

    'हम चुप नहीं बैठेंगे'

    बैठक से संबंधी सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि इसमें संगठन को मजबूत बनाने, प्रदेश के मौजूदा राजनीतिक परिदृश्य में पार्टी की रणनीति, निकट भविष्य में संभावित पंचायत और स्थानीय नगर निकायों के चुनावों को लेकर विचार विमर्श हुआ है। बेरोज़गारी, पर्यावरण और जम्मू कश्मीर में लगातार बढ़ते अवैध नशीले पदार्थाें के सेवन से उपजे हालात पर भी बातचीत हुई है।

    उन्होंने जम्मू-कश्मीर के लोगों की आवाज बनने के लिए पीडीपी की प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि दूसरे लोग हिचकिचा सकते हैं, हम लोगों की गरिमा, अधिकारों और आकांक्षाओं के लिए लड़ना बंद नहीं करेंगे। पीडीपी हमेशा से जम्मू-कश्मीर में न्याय और शांति के लिए आगे रही है और हमेशा आगे ही रहेगी।

    यह भी पढ़ें- पांच बच्चों समेत नौ लोगों के डूबने के बाद झेलम पर बना फुट ब्रिज, ग्रामीण बोले- 'हम खुश भी हैं और गमगीन भी'