Jammu Kashmir News: रिक्त पड़े हैं स्वास्थ्य विभाग में कई अहम पद, प्रभारियों से चल रहा काम; कई डॉक्टरों पर दो या तीन प्रभार
जम्मू-कश्मीर के स्वास्थ्य विभाग में कई अहम पद खाली पड़े हैं जिनमें राजकीय मेडिकल कॉलेज ऊधमपुर के प्रिंसिपल और आयुष निदेशक के पद शामिल हैं। इन पदों पर नियुक्ति न होने से विभाग में कामकाज प्रभावित हो रहा है। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और स्वास्थ्य मंत्री सकीना इट्टू द्वारा रिक्त पदों को भरने के निर्देशों के बावजूद अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

रोहित जंडियाल, जम्मू। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री भले ही आए दिन स्वास्थ्य विभाग में रिक्त पड़े पदों को भरने के निर्देश जारी करते हों, लेकिन स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग में कई अहम पदों पर नियुक्ति नहीं हो पा रही है।
राजकीय मेडिकल कालेज ऊधमपुर में प्रिंसिपल की नियुक्ति नहीं हो पाई है। वहीं आयुष निदेशक का पद भी एक महीने से खाली है। कई अहम पदों पर नियुक्ति न कर अतिरिक्त प्रभार सौंपे गए हैं। एक ही डाक्टर के पास दो या तीन जगहों के प्रभार हैं।
आयुष विभाग में डा. मोहन सिंह को निदेशक पद से सेवानिवृत्त हुए एक महीने से भी अधिक बीत गया है। उम्मीद की जा रही थी कि विभाग में किसी वरिष्ठ डाक्टर को निदेशक का पद दिया जा सकता है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। आयुष में यह सबसे बड़ा प्रशासनिक पद हैं। इसके नहीं भरे जाने से विभाग में कामकाज प्रभवित हो रहा है।
नहीं हो पा रही नियुक्ति
आयुष के उपनिदेशक, आयुर्वेद अस्पताल की चिकित्सा अधीक्षक सहित कई इस पद की दौड़ में हैं, लेकिन अभी तक इस पर कोई फैसला नहीं हुआ है। राजकीय मेडिकल कालेज उधमपुर के प्रिंसिपल डा. मृत्युंजय भी दिसंबर महीने में सेवानिवृत्त हो गए, लेकिन उनकी जगह पर नियुक्ति नहीं हुई।
इसके लिए राजकीय मेडिकल कालेज जम्मू के कुछ वरिष्ठ प्रोफेसर प्रयास कर रहे थे। डोडा या राजौरी के वर्तमान प्रिंसिपल में से भी किसी का तबादला कर उधमपुर में नियुक्त करने की अटकलें थी, लेकिन अभी तक कुछ भी नहीं हुआ।
यह पहली बार है कि ये दोनों ही पद पहली बार रिक्त हैं। इसी तरह स्वास्थ्य विभाग के सबसे दो अहम पद भी एक ही डाक्टर के पास हैं। वर्तमान निदेशक डा. राकेश को उपनिदेशक मुख्यालय के पद पर स्थायी नियुक्ति हुई है।
उन्हें स्वास्थ्य निदेशक का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है, लेकिन न तो उन्हें स्वास्थ्य निदेशक के पद पर नियमित किया गया और न ही किसी अन्य को उपनिदेशक मुख्यालय का पद दिया गया। इस कारण कामकाज भी प्रभावित हुआ और काम चलाने के लिए उपनिदेशक डेंटिस्ट्री डा. संजय शर्मा को कई बार उपनिदेशक मुख्यालय का काम करते हुए भी देखा गया।
रिक्त पदों को भरेगी उमर सरकार
स्टेट टीबी अधिकारी डा. ज्योति जाली के पास पहले डिवीजनल न्यूट्रेशयल अधिकारी का अतिरिक्त कार्यभार था। अब उन्हें श्रम विभाग में एडीएमओ का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। कंट्रोलर स्टोर जम्मू और स्टे एपीडेमालाजिस्ट के पास भी दो-दो प्रभार हैं।
हालांकि कुछ दिन पहले हुए तबादलों व नियुक्तियों में कुछ रिक्त स्थानों को भरने के कारण कई से अतिरिक्त प्रभार वापस लिए गए हैं, लेकिन अभी भी प्रशासनिक स्तर पर बहुत से डाक्टर ऐसे हैं, जिनके पास दो या तीन प्रभार भी हैं।
गौरतलब है कि एक दिन पहले स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री सकीना इट्टू ने सभी रिक्त पदों को भरने की बात कही थी। मुख्यमंत्री का कार्यभार संभालने के बाद उमर अब्दुल्ला तीन बार स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग में रिक्त पदों को भरने की बात कह चुके हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर कुछ भी नहीं हो रहा है।

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