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    शोपियां में मारे गए आतंकी बिलाल अहमद भट की सुरक्षाबलों को थी बहुत दिनों से तलाश, मजदूरों और लेफ्टिनेंट की हत्या में था शामिल

    By Agency Edited By: Deepak Saxena
    Updated: Fri, 05 Jan 2024 05:44 PM (IST)

    कश्मीर घाटी के शोपियां जिले के चोटीगाम इलाके में शुक्रवार तड़के सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हो गई। इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने कुछ ही घंटों में एक आतंकी को मार गिराया। मारे गए आतंकी बिलाल अहमद भट की तलाश सुरक्षाबलों को काफी समय से थी। वहीं मारा गया आतंकी साल 2017 में लेफ्टिनेंट उमर फैयाज की अपहरण और हत्या में शामिल था।

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    शोपियां में मारे गए आतंकी बिलाल अहमद भट की सुरक्षाबलों को थी बहुत दिनों से तलाश (फाइल फोटो)।

    एजेंसी, श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के शोपियां में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में लश्कर-ए- तैयबा का एक आतंकवादी मारा गया। ये आतंकवादी साल 2017 में सेना अधिकारी लेफ्टिनेंट उमर फैयाज के अपहरण और हत्या में शामिल था। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि दक्षिण कश्मीर जिले के चोटीगाम गांव में एक आतंकवादी की मौजूदगी की सूचना पर सुरक्षाबलों ने सुबह तड़के ही घेराबंदी कर तलाशी अभियान चलाया था।

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    पुलिस प्रवक्ता के अनुसार, जैसे ही सुरक्षाबल संदिग्ध स्थान पर पहुंचे, छिपे हुए आतंकवादी ने सुरक्षाबलों पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके बाद दोनों पक्षों में मुठभेड़ शुरू हो गई। मुठभेड़ में एक आतंकवादी मारा गया और उसका शव मुठभेड़ स्थल से बरामद कर लिया गया।

    लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा था आतंकी बिलाल अहमद भट

    प्रवक्ता ने मारे गए आतंकवादी की पहचान चेक चोलन निवासी बिलाल अहमद भट के रूप में की, जो प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा था। भट कई आतंकी अपराधिक मामलों में शामिल था, जिसमें सुडसन कुलगाम निवासी स्थानीय सेना कर्मी उमर फैयाज की हत्या भी शामिल था। लेफ्टिनेंट फैयाज, जो उस समय 2 राजपूताना राइफल्स के 22 वर्षीय सेना अधिकारी थे। उन दिनों वो छुट्टी पर थे और अपने चचेरे भाई के विवाह समारोह में भाग ले रहे थे, जब मई 2017 में शोपियां में आतंकवादियों द्वारा उनका अपहरण कर लिया गया और बाद में गोली मारकर हत्या कर दी गई।

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    कई अपराधिक घटनाओं में रहा शामिल

    शोपियां की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) तनुश्री ने बताया कि लेफ्टिनेंट फयाज की हत्या के संबंध में दर्ज प्राथमिकी में भट का नाम शामिल है। वह (भट) उस समय एक ओजीडब्ल्यू (ओवरग्राउंड वर्कर) था और उसका नाम एफआईआर में आया था। उन्होंने आगे कहा कि भट बाद में आतंकवादी बन गया।

    पुलिस ने बताया कि भट ने हरमैन में गैर-स्थानीय मजदूरों पर भी ग्रेनेड फेंका था, जिसके परिणामस्वरूप दो मजदूरों की मौत हो गई। भट कश्मीरी पंडित सुनील कुमार भट की हत्या और एक अन्य कश्मीरी पंडित प्रीतिंबर नाथ को घायल करने में भी शामिल था, जो छोटीगाम शोपियां के निवासी थे। वह छोटीगाम निवासी स्थानीय बाल कृष्ण उर्फ सोनू पर हमले में भी शामिल था।

    एके सीरीज राइफल, तीन मैगजीन सहित बरामद हुआ आपत्तिजनक सामग्री

    भट स्थानीय युवाओं को आतंकवादी रैंकों में शामिल होने के लिए उकसाता था और 12 स्थानीय युवाओं को आतंकवादियों के रैंक में शामिल किया था। प्रवक्ता ने कहा कि अन्य आतंकी अपराधों के अलावा वह एक गिरफ्तार आतंकवादी की हत्या में भी शामिल था, जो 2022 में नौगाम में घेराबंदी और तलाशी अभियान के दौरान खोज दल का नेतृत्व कर रहा था। मुठभेड़ स्थल से एक एके सीरीज राइफल और तीन मैगजीन सहित आपत्तिजनक सामग्री, हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया। सभी बरामद सामग्रियों को आगे की जांच और अन्य आतंकी अपराधों में उनकी संलिप्तता की जांच के लिए केस रिकॉर्ड में ले लिया गया है।

    पुलिस और सुरक्षाबलों ने हासिल की सफलता- आईजीपी

    शोपियां मुठभेड़ पर आईजीपी कश्मीर वीके बिरदी ने बताया कि इस मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने लश्कर के आतंकवादी बिलाल भट्ट को मार गिराया। वह पहले एक ओवर ग्राउंड वर्कर (ओजीडब्ल्यू) था, जो बाद में लश्कर में शामिल हो गया। वह एक सेना अधिकारी और कुछ अल्पसंख्यकों की हत्या में शामिल था। यह पुलिस और सुरक्षा बलों के लिए एक अच्छी सफलता है।

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