Jammu Kashmir News: पेड़ों की अवैध कटाई के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, दो तस्कर गिरफ्तार; डीएफओ और आरओ पर गिरी गाज
जम्मू-कश्मीर के डोडा में अवैध लकड़ी तस्करी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई हुई है। दो तस्करों को गिरफ्तर कर जेल भेज दिया है। डीएफओ और आरओ पर भी गाज गिरी है। उन ...और पढ़ें

पीटीआई, श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के डोडा में लकड़ी तस्करों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई है। दो तस्करों को हिरासत में लिया गया है। प्रभागीय वन अधिकारी (डीएफओ) और रेंज अधिकारी (आरओ) को उनके पदों से हटा दिया गया है।
अधिकारियों ने कहा कि यह कार्रवाई 26 नवंबर को भद्रवाह वन प्रभाग के चिराला रेंज के अंतर्गत टांटा ब्लॉक में 100 से अधिक शंकुधारी पेड़ों की अवैध कटाई के बाद की गई है।
उन्होंने बताया कि इसकी जांच के लिए प्रधान मुख्य वन संरक्षक और चिनाब में वन संरक्षक द्वारा कई टीमों का गठन किया गया था। चिनाब सर्कल के वन संरक्षक संदीप कुमार के मुताबिक, जांच में अवैध कटाई की पुष्टि हुई थी।
दोनों तस्कर को भेजा जेल
संदीप कुमार ने कहा कि जांच और इसमें शामिल लोगों के पिछले रिकॉर्ड के आधार पर कार्रवाई की गई है। उन्होंने कहा कि दो अपराधियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। उन्हें कल रात हिरासत में लिया गया और जेल में डाल दिया गया।
संदीप कुमार ने बताया कि आरोपी कुथल गांव के हाशिम दीन मगरे और वानी पुरा के बिलाल अहमद वानी पर कई अपराध दर्ज हैं। मगरे पर नौ बार और वानी पर तीन बार वन कानूनों के तहत मामला दर्ज किया गया है। इसके अलावा ये लोग वन अधिकारियों पर हमले में भी शामिल रहे हैं। उन्होंने बताया कि डोडा के जिला मजिस्ट्रेट ने दोनों के खिलाफ सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम लगाया है।
अपराधियों के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई
संदीप कुमार ने चेतावनी दी है कि और भी अपराधियों की पहचान की जा रही है और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया है कि अवैध कटाई में संलिप्त पाए जाने वाले किसी भी वन अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
अधिकारियों ने कहा कि इस मामले में भद्रवाह के प्रभागीय वन अधिकारी और चिराला रेंज अधिकारी को उनके पदों से हटा दिया गया है और उन्हें जम्मू में प्रधान मुख्य वन संरक्षक के कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया है।
इस बीच, राष्ट्रीय हरित अधिकरण ने डोडा के मोना नाला इलाके में 100 से अधिक शंकुधारी पेड़ों की अवैध कटाई का स्वत: संज्ञान लिया है। इसने प्रधान मुख्य वन संरक्षक, पर्यावरण एवं वन मंत्रालय और डोडा जिला मजिस्ट्रेट को नोटिस जारी कर उनसे घटना के संबंध में विस्तृत जवाब देने को कहा है।

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