बालटाल में LG मनोज सिन्हा ने किया Amarnath Yatra का निरीक्षण, श्रद्धालुओं को दी जा रही सुविधाओं का लिया जायजा
Amarnath Yatra के प्रबंधन में जुटे सभी संबधित विभागों बीआरओ पुलिस और सुरक्षा बलों के सामूहिक प्रयासों की सराहना करते हुए उपराज्यपाल ने कहा कि यात्रा मार्ग चौड़ीकरण संवेदनशील हिस्सों पर सुरक्षा रेलिंग की स्थापना और विस्तृत सुरक्षा व्यवस्था भक्तों की सुरक्षित और परेशानी मुक्त यात्रा सुनिश्चित करेगी। हमने विभिन्न स्थानों पर श्रद्धालुओं के ठहरने व खाने पीने की व्यवस्था में बढ़ोतरी की है।

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने रविवार को कहा कि शांति, सद्भाव और समावेशी विकास का प्रतीक श्री अमरनाथ जी यात्रा हमारी परंपरा में बहुत प्रासंगिक है। आज बालटाल में श्री अमनाथ धाम की तीर्थयात्रा के लिए आए श्रद्धालुओं के साथ बातचीत में उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि पवित्र तीर्थयात्रा के लिए आने वाले तीर्थयात्री नए और महत्वाकांक्षी जम्मू कश्मीर के ब्रांड एंबेसडर के रूप में अपने-अपने राज्यों में लौटेंगे।
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने रविवार को बालटाल में श्रद्धालुओं के लिए किए गए प्रबंधों, किसी भी आपदा से निपटने की लिए की गई तैयारियों और यात्रा के निर्विघ्न एवं सुचारू बनाए रखने के लिए बनाए गए नियंत्रण कक्ष का भी जायजा लिया। उन्होंने इस अवसर पर श्रद्धालुओं और मीडियाकर्मियों से बातचीत करने के अलावा लंगर सेवा में प्रसाद का भी आनंद लिया।
'पवित्र गुफा पूरे समाज के लिए प्रेरणा स्त्रोत है'
उपराज्यपाल ने कहा कि श्री अमरनाथ जी की यात्रा जितनी सर्वोच्च सत्य और आध्यात्मिक शक्ति की खोज के बारे में है, उतनी ही यह नए विचारों को साझा करने और विभिन्न राज्यों में सुधारों के बारे में भी है। पवित्र गुफा की ओर प्रत्येक कदम शाश्वत संतुष्टि, मानवीय जुड़ाव और पूरे समाज के लिए प्रेरणा का स्त्रोत है।
उन्होंने कहा कि पवित्र यात्रा के शुभ अवसर पर जिस तरह से पूरे प्रदेश में नागरिकों ने श्रद्धालुओं का स्वागत करते हुए अपनी आतिथ्य भावना का परिचय दिया है, उससे पूरे प्रदेश में इस वर्ष पर्यटकों के आगमन में अभूतपूर्व वृद्धि सुनिश्चित है। मेरा मानना है कि पवित्र तीर्थयात्रा के लिए आने वाले तीर्थयात्री नए और महत्वाकांक्षी जम्मू कश्मीर के ब्रांड एंबेसडर के रूप में अपने-अपने राज्यों में लौटेंगे।
एलजी ने की सुरक्षा बलों की सराहना
यात्रा प्रबंधन में जुटे सभी संबधित विभागों, बीआरओ, पुलिस और सुरक्षा बलों के सामूहिक प्रयासों की सराहना करते हुए उपराज्यपाल ने कहा कि यात्रा मार्ग चौड़ीकरण, संवेदनशील हिस्सों पर सुरक्षा रेलिंग की स्थापना और विस्तृत सुरक्षा व्यवस्था भक्तों की सुरक्षित और परेशानी मुक्त यात्रा सुनिश्चित करेगी। हमने विभिन्न स्थानों पर श्रद्धालुओं के ठहरने व खाने पीने की व्यवस्था में बढ़ोतरी की है। खराब मौसम की स्थिति में हमारे पास श्रद्धालुओं को ठहराने की पर्याप्त सुविधा है।
उन्होंने श्रद्धालुओं के लिए किए गए चिकित्सा एवं स्वास्थ् सुविधा का उल्लेख करते हुए कहा कि पूरे यात्रा मार्ग में चिकित्सा कैंप स्थापित किए गए हैं। बालटाल और चंदनबाड़ी में डीआरडीओ द्वारा अस्पताल भी स्थापित किए गए हैं। तीर्थयात्रियों के लिए रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन सिस्टम (आरएफआईडी) पूरी तरह से लागू किया गया है। हमने साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया है। उन्होंने कहा कि एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को राहत एवं आपदा प्रबंधन के लिए पूरी तरह तैयार रखा गया है।
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