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    'यह सिर्फ तीर्थ नहीं, एक जनयात्रा है'; Amarnath Yatra पर LG मनोज सिन्हा ने दिया संदेश, हर किसी से मांगा सहयोग

    Updated: Sun, 29 Jun 2025 10:11 AM (IST)

    उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने श्री अमरनाथ यात्रा को आध्यात्मिकता एकता प्रेम और सांप्रदायिक सद्भाव का उत्सव बनाने का आह्वान किया। उन्होंने कश्मीर के विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक में यात्रा को सुरक्षित संपन्न कराने के उपायों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि यह एक जनयात्रा है और समाज के हर वर्ग की भागीदारी सुनिश्चित की जानी चाहिए।

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    अमरनाथ यात्रा को मिलकर जीवंत उत्सव बनाएं: मनोज सिन्हा।

    राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने श्री अमरनाथ यात्रा को आध्यात्मिकता, एकता, प्रेम और सांप्रदायिक सद्भाव का जीवंत उत्सव बनाने का आह्वान किया। यहां शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में कश्मीर के विभिन्न संगठनों, धार्मिक नेताओं, निर्वाचित प्रतिनिधियों और व्यापारिक संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक में उन्होंने यात्रा को सुरक्षित संपन्न कराने के उपायों पर चर्चा करते हुए कहा कि यह एक जनयात्रा है।

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    समाज के हर वर्ग की भागीदारी को सुनिश्चित बनाने के लिए हुई बैठक में मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला भी मौजूद रहे। बैठक में मौजूद लोगों के साथ यात्रा की व्यवस्थाओं पर चर्चा करते हुए उपराज्यपाल ने यात्रा के सुचारू संचालन में उनकी सक्रिय भागीदारी और सहयोग की अपेक्षा जताते हुए उनके सुझाव भी आमंत्रित किए। उपराज्यपाल ने कहा कि यात्रा जम्मू-कश्मीर के गौरवशाली अतीत और इसके उज्ज्वल भविष्य का एक शक्तिशाली प्रतीक है।

    प्रत्येक नागरिक इस यात्रा का एक प्रमुख हितधारक है। यह यात्रा समाज के प्रत्येक वर्ग के लिए सामाजिक-आर्थिक, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्व भी रखती है। इस यात्रा के शांतिपूर्ण संचालन से मजबूत संदेश जाएगा कि हम जम्मू-कश्मीर के लोग एकजुट हैं। समाज का प्रत्येक वर्ग, प्रत्येक नागरिक, आध्यात्मिक नेता, जन प्रतिनिधि और कारोबारी हजारों साल पुरानी आध्यात्मिक परंपरा को पूरी निष्ठा के साथ आगे बढ़ा रहे हैं।

    इस वर्ष भी सामाजिक सद्भाव और सामाजिक एकता बनाए रखना और तीर्थयात्रा का शांतिपूर्ण और सफल संचालन सुनिश्चित करना आपकी जिम्मेदारी है। उन्होंने श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड, प्रशासन, जम्मू-कश्मीर पुलिस, सुरक्षा बल और अन्य पक्षों द्वारा किए गए उपायों का भी उल्लेख किया। उन्होंने तीर्थयात्रियों से निर्धारित काफिले में यात्रा करने का भी आग्रह किया।

    उपराज्यपाल ने कहा कि मैंने तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए हाल ही में विकसित की गई यात्रा मार्ग पर सुविधाओं का जमीनी स्तर पर आकलन किया है। तीर्थयात्रियों के पंजीकरण की संख्या लगातार बढ़ रही है और मुझे विश्वास है कि बड़ी संख्या में श्रद्धालु बाबा बर्फानी के दर्शन करने के लिए आएंगे। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोगों ने हमेशा ही सांप्रदायिक ताकतों को विफल बनाते हुए सांप्रदायिक सौहार्द की अपनी परंपरा को बनाए रखते हुए हर धर्म और उसकी पूजा के अनूठे रूपों को सम्मान और स्वीकृति दी है।

    इसी भावना के साथ हम यात्रा के लिए आने वाले लाखों श्रद्धालुओं का स्वागत करते हैं और अपने सामूहिक प्रयासों से सभी श्रद्धालुओं के लिए एक सफल, शांतिपूर्ण और परेशानी मुक्त तीर्थयात्रा सुनिश्चित करते हैं। वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष, डीडीसी अध्यक्ष, विधानसभा के सदस्य, नागरिक समाज के सदस्य, विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि, धार्मिक प्रमुख, सामुदायिक नेता, व्यापार और व्यवसाय बिरादरी के सदस्यों ने अपने बहुमूल्य सुझाव साझा किए और यात्रा के सुचारू संचालन के लिए अपना समर्थन देने का संकल्प लिया। उनके द्वारा उठाए गए मुद्दों के समाधान के लिए उपराज्यपाल ने सभी आवश्यक उपाय करने का यकीन भी दिलाया।