गुलमर्ग में खेलो इंडिया विंटर गेम्स का शानदार आगाज, सफेद चादर पर खिलाड़ियों ने दिखाया जलवा
खेलो इंडिया शीतकालीन खेल 2023 का पांचवा संस्करण गुलमर्ग में शुरू हो चुका है। देशभर से आए खिलाड़ी बर्फ के खेलों में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रहे हैं। वर्टिकल स्की माउंटेनियरिंग स्नोबोर्ड गैंट स्लैलम और स्प्रिंट सहित विभिन्न स्पर्धाओं में पदक जीते जा रहे हैं। हिमाचल प्रदेश के खिलाड़ियों का दबदबा रहा है। जानिए कौन-कौन से खिलाड़ियों ने जीते मेडल।

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। विश्व प्रसिद्ध स्की रिसॉर्ट गुलमर्ग में चारों तरफ बर्फ की सफेद चादर बिछी हुई है। दिन में भी तापमान शून्य के आस पास ही बना रहा और बर्फीली हवाओं के थपेड़े ठंड का लगातार अहसास करा रहे हैं,
लेकिन देश के विभिन्न भागों से आए खिलाड़ियों का जोश, उनकी जीवटता ने पूरे माहौल को जीवंत बना रखा हुआ है। उनके जोश को बढ़ाती दर्शकों की तालियां और सीटियां कहीं भी ठंड का अहसास नहीं होने देती।
गुलमर्ग में खेलो इंडिया-शीतकालीन खेलों का पांचवा संस्करण-2025 शुरू हो चुका है। इसमें भाग लेने के लिए देश के विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से लगभग एक हजार खिलाड़ी और अधिकारी आए हुए हैं।
गोल्ड मेडल मिलने पर जश्न
देश भर से आए खिलाड़ियों ने वर्टिकल स्की माउंटेनियरिंग, स्नोबोर्ड गैंट स्लैलम और स्प्रिंट सहित बर्फ के खेलों के विभिन्न क्षेत्रों में पदक पर अपनी दावेदारी को सही साबित करने के लिए अपनी खेल प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
कंगडोरी में पुरुषों के लिए वर्टिकल स्की माउंटेनयिरिंग स्पर्धा में पुणे महाराष्ट्र के सिद्धार्थ गाडेकर ने स्वर्ण पदक जीता। सोना जीतने का जश्न मनाते हुए उन्होंने कहा कि लगातार प्रशिक्षण से उन्हें वह परिणाम मिला जो वे चाहते थे।
उन्होंने एथलीटों को छिपी हुई क्षमता दिखाने में मदद करने के लिए मंच और अद्वितीय अवसर देने के लिए खेलो इंडिया शीतकालीन खेल के अधिकारियों का आभार व्यक्त किया।
गाडेकर की नज़र अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजनों पर है और उन्हें उम्मीद है कि वह आने वाले आयोजनों में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए अपने मौजूदा प्रदर्शन को आगे भी जारी रखेंगे। हिमाचल प्रदेश के शार्दुल थपलियाल और हिमांशु सिंह ने क्रमशः इसी स्पर्धा में रजत और कांस्य पदक जीता।
नताशा महार को रजत पदक
हिमाचल प्रदेश की तेनज़िन डोल्मा ने आज महिला वर्ग के वर्टिकल स्की माउंटेनियरिंग में स्वर्ण पदक जीता, जो खेलो इंडिया-शीतकालीन खेल में उनका पहला पदक है।
अल्ट्रा ट्रेल रनर के तौर पर डोलमा को यह प्रतियोगिता चुनौतीपूर्ण नहीं लगी, क्योंकि प्रशिक्षण के दौरान उन्होंने न सिर्फ अपनी क्षमता में सुधार लाया बल्कि विपरीत परिस्थितियों में अपना संयम बनाए रखने की शक्ति उन्होंने विकसित की, जिसका लाभ उन्हें मिला।
इसी स्पर्धा में हिमाचल प्रदेश की नताशा महार ने बीते कल के प्रदर्शन में सुधार करते हुए रजत पदक जीता, जबकि उत्तराखंड की मानेक गुंजियाल, जिन्होंने रविवार को महिला स्नोबोर्डिंग स्लैलम में स्वर्ण पदक जीता था, को आज कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा।
तीन पदक अपने नाम
गुंजियाल खेलो इंडिया शीतकालीन खेल -2024 की स्वर्ण पदक विजेताओं में से एक थीं। वह गुलमर्ग की ढलानों को अपने घर की तरह जानती हैं, यही सफलता का जादू है। उन्होंने कहा कि बर्फबारी के दौरान ड्राई प्रैक्टिस और ट्रेनिंग से उन्हें मदद मिलती है, जो उच्च ऊंचाई वाले क्षेत्र में जरूरी है। नार्डिक स्की स्प्रिंट में आईटीबीपी ने सभी प्रतिभागियों को धूल चटा दी और स्पर्धा में तीनों पदक अपने नाम किए। आईटीबीपी की खिलाड़ियों कुलसुम राणा, सेल्मा सोरेंग और अंजना देवी ने क्रमश: स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक प्राप्त किए। पुरुषों के लिए नार्डिक स्की स्प्रिंट में सेना के लिए पदकों की बारिश हुई, जिसमें मंजीत, शुभम परिहार और सनी सिंह ने क्रमशः स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक जीते।
स्नोबोर्ड जायंट स्लैलम स्पर्धा में तीस अन्य प्रतिभागियों के साथ प्रतिस्पर्धा करते हुए, जम्मू-कश्मीर के जुबैर अहमद लोन ने स्वर्ण पदक जीतने के लिए जोरदार प्रदर्शन किया, जबकि सेना के कुलविंदर शर्मा और करण सिंह ने रजत और कांस्य पदक जीता।
इसी तरह, अल्पाइन जायंट स्लैलम श्रेणी की महिलाओं में, हिमाचल प्रदेश ने तीनों पदकों का जश्न मनाया, जिसमें अंचल ठाकुर, तनुजा ठाकुर और सुहानी ठाकुर ने दर्शकों और समर्थकों की भारी तालियों के बीच क्रमशः स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक जीते।
अल्पाइन जायंट स्लैलम की पुरुष श्रेणी में, सेना के सुनील कुमार, आईटीबीपी के अतुल भट और हिमाचल प्रदेश के योगेश कुमार ने क्रमशः स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक हासिल किया। यह देखना दिलचस्प होगा कि इनमें से कौन सी टीम खेलो इंडिया शीतकालीन खेल-2025 की अंतिम पदक तालिका में अपना दबदबा बनाएगी।
इसी तरह, अल्पाइन गैंट स्लैलम श्रेणी की महिलाओं में, हिमाचल प्रदेश ने तीनों पदक जीतने का तिहरा जश्न मनाया, जिसमें आंचल ठाकुर, तनुजा ठाकुर और सुहानी ठाकुर ने बीच क्रमशः स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक जीते।
यह भी पढ़ें- गुलमर्ग फैशन शो विवाद: 'रमजान में ही नहीं, किसी भी दिन ऐसा शो नहीं होना चाहिए', CM उमर ने दिए जांच के आदेश
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।