राजौरी में खौफ के बाद अब अनंतनाग में पीलिया का कहर, 17 लोगों के बीमार पड़ने से फैली दहशत; मेडिकल टीम तैनात
अनंतनाग में पीलिया का प्रकोप 17 लोग बीमार पड़े हैं। दस्त चक्कर उल्टी और बुखार की शिकायत के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। जांच में 27 लोग पीलिया से ग्रसित पाए गए जिनमें ज्यादातर बच्चे हैं। दूषित पानी को बीमारी का कारण माना जा रहा है। जिला प्रशासन ने जागरूकता अभियान शुरू किया है। बीमारी फैलने के कारणों की जांच के लिए मेडिकल टीम तैनात की है।

जागरण संवाददाता, श्रीनगर। जम्मू के रजौरी जिले में रहस्यम बीमारी से 17 लोगों की मौत से फैले खौफ का माहौल अभी बना ही हुआ है कि इधर घाटी के अनंतनाग में फैली पीलिया बीमारी से 17 लोगों के बीमार पड़ने से पूरे जिले में दहशत फैल गई है। जानकारी के अनुसार जिले के गुटलीबाग नामक गांव के कई लोगों द्वारा दस्त, चक्कर, उलटी व बुखार की शिकायत करने पर उन्हें अस्पताल में शिफ्ट किया गया।
अस्पताल में जांच हुई तो 27 लोग पीलिया ग्रसित बताए गए, जिसमें अधिकांश बच्चे शामिल हैं। जानकारी के अनुसार, पीलिया से ग्रस्त अधिकांश लोगों को तो प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से रुख्सत किया गया। हालांकि, पांच बीमारों जिनमें दो बच्चे शामिल हैं, अस्पताल में उपचाराधीन है।
डॉक्टरों के अनुसार उनकी स्थिति स्थिर है। इधर इस बीमारी के फैलने से पूरा गांव दहशत में है। डॉक्टर जहां इस बीमारी से पीड़ित होने का कारण दूषित खुराक का सेवन करना बता रहे हैं, वहीं स्थानीय लोगों का आरोप है कि गांव में पेयजल की सही व्यवस्था न होने के चलते स्थानीय लोग स्थानीय नाले का पानी पीने पर मजबूर है।
बीमारी फैलने के कारणों की जांच के लिए टीम नियुक्त
इसी बीच बीमारी के फैलने के बाद जिला प्रशासन ने स्थानीय आशा वर्करों व पैरा मेडिकल टीम को प्रभावित गांव में लोगों को बीमारी से बचाव के तरीकों संबंधित जागरूक करने के लिए भेज दी है।
वहीं इस बीच जिला मेडिकल कॉलेज की एक पांच सदस्यों वाली टीम को भी बीमारी फैलने के मुख्य कारणों की जांच करने के लिए नियुक्त किया है।
डॉ. महबूबा रसूल एसोसिएट प्रोफेसर, कम्यूनिटी मेडिसन, गर्वमेंट मेडिकल कॉलेज श्रीनगर जोकि इस टीम का प्रतिनिधित्व करेगी, ने कहा कि वह गांव का दौरा कर मरीजों के साथ-साथ बाकी स्थानीय लोगों के खून की जांच करेगी।
बता दें कि राजौरी में रहस्यमयी बीमारी से अब तक 17 लोगों की मौत हो गई है। इस मौत से बडाल गांव में खौफ का माहौल है। 17 लोगों की मौत का कारण कीटनाशक आर्गेनो फास्फोरस सामने आया है। सूत्रों के अनुसार, भारतीय खाद्य सुरक्षा मानक प्राधिकरण (एफएसएसए) ने गांव में जाकर लिए सैंपल की जांच में पाया कि ऑर्गनोफॉस्फोरस का प्रभाव ग्रामीणों पर हुआ है। हालांकि इसकी आधिकारिक रिपोर्ट का इंतजार है।
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