G20 सम्मेलन का असर: घाटी में शूटिंग के लिए मन बना रहे विदेशी फिल्म निर्माता, पर्यटकों की संख्या भी बढ़ी
जम्मू-कश्मीर में अब हालात बदल रहे हैं। जी-20 शिखर सम्मेलन के सफल आयोजन के बाद घाटी में विदेशी पर्यटकों की संख्या काफी बढ़ी है। इस बीच अब विदेशी फिल्म ...और पढ़ें

श्रीनगर, रजिया नूर। घाटी में गत अप्रैल जी-20 अंतरराष्ट्रीय शिखर सम्मेलन के सफल आयोजन के परिणाम सामने आ रहे हैं। सम्मेलन के सफल आयोजन के बाद से न केवल यहां विदेशी पर्यटकों की संख्या बढ़ गई है बल्कि अब विदेशी फिल्म उद्योग से जुड़े लोग यहां के हसीन नजारों के बीच अपनी फिल्मों की शूटिंग करने का प्लान भी बना रहे हैं।
दरअसल, इस साल अक्टूबर के महीने में श्रीनगर में इंटरनेशनल फिल्म महोत्सव का आयोजन होना है। फेस्टिवल में अपनी फिल्मों को प्रदर्शित करने के लिए कई विदेशियों ने आवेदन पत्र भेजे हैं। दूसरी तरफ, कई देशों ने अपनी फिल्मों की शूटिंग यहां करने की इच्छा भी जताई है। बता दें कि दो दिवसीय फिल्म महोत्सव का आयोजन 25 और 26 अक्टूबर को श्रीनगर के टैगोर हॉल में होगा।
महोत्सव के निदेशक रोहित भट ने इस बारे में और अधिक जानकारी देते हुए कहा कि इस वार्षिक महोत्सव के लिए हमने परंपरा अनुसार विदेशों को अपने आवेदन पत्र दाखिल करने को कहा था और आवेदन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि हमने 17 अगस्त से 15 सितंबर तक निर्धारित की थी। लेकिन अभी से ही हमें विदेशों से आवेदन पत्र मिलने लगे हैं।
'सिर्फ 24 घंटों में मिले 30 देशों के आवेदन'
रोहित भट ने कहा कि केवल 24 घंटों के दौरान हमें 30 देशों जिनमें अमेरिका, रूस, चीन, पाकिस्तान, इंडोनेशिया, ईरान और जर्मनी शामिल हैं, से 160 आवेदन पत्र प्राप्त हुए हैं। भट ने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में आवेदन पत्र प्राप्त कर उनको शॉर्ट लिस्ट करना हमारे लिए संभव नहीं था। लिहाजा हमें मजबूरन आवेदन पत्र दाखिल करने की तिथि को यहीं समाप्त करना पड़ा।
श्रीनगर में दूसरी बार होगा फिल्म फेस्टिवल
भट ने कहा ईरान, जर्मनी और इजिप्ट के फिल्म निर्माताओं ने शूटिंग के लिए भी इच्छा जताई है। भट ने कहा कि श्रीनगर में अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव का यह दूसरा संस्करण है। जबकि जम्मू में इसके तीन संस्करण हो चुके हैं। भट ने कहा बीते वर्ष 2022 में 28-29 अक्टूबर को श्रीनगर के टैगोर हॉल में महोत्सव का पहला संस्करण आयोजित हुआ था।
अब बदल रहे घाटी के हालात...
रोहित भट ने आगे कहा कि घाटी तो हमेशा फिल्में शूट करने के लिए एक परफेक्ट जगह थी। लेकिन बीते तीन दशकों के दौरान यहां जो हालात रहे, उनके चलते फिल्मों से जुड़े लोग चाह कर भी यहां का रुख नहीं कर पाते थे। हालांकि, अब प्रशासन के कड़े प्रयासों विशेषकर जी-20 शिखर सम्मेलन के सफल आयोजन के परिणामस्वरूप जम्मू-कश्मीर की नकारात्मक छवि समाप्त हो गई है।
भट ने कहा, विदेशी पर्यटकों के साथ-साथ अब विदेशी फिल्म निर्माता भी यहां आकर अपनी फिल्मों को शूट करना चाहते हैं और उनकी यह इच्छा फिल्म महोत्सव में भेजे गए आवेदन पत्रों के साथ-साथ हम तक पहुंच गई। भट ने कहा कि यह हमारे लिए खुशी और गर्व की बात है कि बॉलीवुड की तरह विदेशी फिल्म निर्माता भी यहां आकर अपनी फिल्मों की शूटिंग करना चाहते हैं।

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