'LG मनोज सिन्हा माफी मांगें...', जम्मू-कश्मीर के डिप्टी सीएम ने उपराज्यपाल के लिए ये क्यों बोला?
जम्मू-कश्मीर के उपमुख्यमंत्री सुरिंदर चौधरी ने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की आलोचना करते हुए उनसे संविधान बलिदानियों और जम्मू-कश्मीर की जनता से माफी मांगने को कहा। उन्होंने कहा कि उमर अब्दुल्ला के साथ पुलिस का व्यवहार निंदनीय है जो लोकतंत्र का अपमान है। उन्होंने पहलगाम हमले की जिम्मेदारी स्वीकारने के बाद एलजी से मुख्यमंत्री के साथ दुर्व्यवहार के लिए भी जिम्मेदारी लेने की बात कही।

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। जम्मू कश्मीर के उपमुख्यमंत्री सुरिंदर चौधरी ने मंगलवार को उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की आलोचना करते हुए कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला या इस सरकार से नहीं , बल्कि संविधान से माफी मांगनी चाहिए। उन्हें इस देश को आजाद कराने वाले बलिदानियों से माफी मांगनी चाहिए। बल्कि जम्मू कश्मीर की जनता से माफी मांगनी चाहिए।
उन्होंने यहां एक लोकतांत्रिक संस्थान की बेइज्जती की है। जिस तरह से उन्होंने 82 दिन बाद स्वीकार किया कि कानून व्यवस्था व सुरक्षा उनकी जिम्मेदारी हैं और ऐसे में पहलगाम हमला उनकी विफलता है, ऐसे ही एक दिन वह कहेंगे कि यह मेरी पुलिस थी,जिसने एक मुख्यमंत्री के साथ गलत व्यवहार किया।
CM उमर अब्दुल्ला के साथ हुई थी धक्का-मुक्की
उल्लेखनीय है कि गत सोमवार को श्रीनगर के नक्शबंद साहिब में 13 जुलाई 1931 में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करने गए मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला व उनके साथियों की पुलिस ने कथित तौर पर धक्का-मुक्की की।
आज इसी प्रकारण पर पत्रकारों से बातचीत में उपमुख्यमंत्री सुंरिदर चौधरी ने कहा कि बीते सोमवार को जो हुआ, पुलिस ने जिस तरह से व्यवहार किया, वह निंदनीय है। उमर अब्दुल्ला जनता द्वारा चुने गए मुख्यमंत्री हैं, वह एक निर्वाचित मुख्यमंत्री हैं।
उन्होंने कहा कि उनकी बेइज्जती, जम्मू कश्मीर में लोकतंत्र की बेइज्जती है, यह जम्मू कश्मीर के जनादेश की बेइज्जती है। यह इस देश के लोकतंत्र और संविधान की बेइज्जती है। यह असहनीय है। उन्होंने कहा कि कोई हमारे नेता को धक्के मारे यह हम सहन नहीं करेंगे।
जम्मू कश्मीर में स्टेटहूड की बहाली में आ रही दिक्कतों से संबधित सवाल को टालते हुए उन्होंने कहा कि स्टेटहूड एक अलग चीज है, और उसके लिए कोई संविधान को नुकसान पहुंचाए, कोई एक निर्वाचित मुख्यमंत्री को बेइज्जत करे, हमारे नेता को धक्के मारे यह हम बर्दाश्त नहीं करेंगे।
'LG को लोगों से माफी मांगनी चाहिए'
उपराज्यपाल द्वारा पहलगाम हमले की जिम्मेदारी स्वीकारे जाने पर उपमुख्मंत्री सुरिंदर चौधरी ने कहा कि उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने 82 दिन बाद स्वीकार किया कि पहलगाम हमला उनकी विफलता है। कानून व्यवस्था और सुरक्षा उनकी जिम्मेदारी है।
इसी तरह वह एक दिन यह भी स्वीकार करेंगे यह उनकी पुलिस थी, जिसने जनता द्वारा जिताए गए, जनता द्वारा चुने गए मुख्यमंत्री को बेइज्जत किया, उनके साथ धक्का-मुक्की की। उन्हें लोगों से, इस संविधान से माफी मांगनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि हम नक्शबंद साहिब में देश के बलिदानियों को श्रद्धांजलि अर्पित करने गए थे। हम उन लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करने गए थे जिन्होंने आजादी के लिए लड़ा, अंग्रेजों के जुल्म के खिलाफ लड़ा वर्ष 1931 में देश का संविधान नहीं था, उस समय देश में अंग्रेजों का राज था, जो लोग उस समय मारे गए, वह उस जुल्म के खिलाफ लड़ रहे थे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।