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    प्रदेश कांग्रेस प्रभारी का कश्मीर दौरा, दो प्रमुख नेताओं की घर वापसी; निकाय चुनाव की तैयारियों को दे गया दम

    Updated: Fri, 27 Jun 2025 11:10 PM (IST)

    कांग्रेस के जम्मू-कश्मीर प्रभारी डॉ. नासिर हुसैन ने पार्टी छोड़ गए दो वरिष्ठ नेताओं की वापसी करवाई और कार्यकर्ताओं को अनुशासन में रहने का संदेश दिया। कश्मीर के तीन दिवसीय दौरे में उन्होंने निकाय चुनाव की तैयारियों पर जोर दिया और पार्टी विरोधी गतिविधियों पर रोक लगाने की बात कही। चिनाब घाटी के जीएम सरूरी और उत्तरी कश्मीर के ताज मोहुउद्दीन की वापसी से कांग्रेस को मजबूती मिलने की उम्मीद।

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    प्रदेश कांग्रेस प्रभारी नासिर हुसैन का कश्मीर दौरा। फाइल फोटो

    राज्य ब्यूरो, जम्मू। कांग्रेस के जम्मू-कश्मीर प्रभारी डॉ. नासिर हुसैन ने पार्टी छोड़ गए दो वरिष्ठ नेताओं की वापसी करवाने के साथ-साथ कार्यकर्ताओं को अनुशासन में रहकर निकाय चुनाव की तैयारियों का स्पष्ट संदेश दिया। कश्मीर के तीन दिवसीय दौरे की उनकी उपलब्धि पार्टी को निकाय चुनाव के लिए तैयार करने, पार्टी विरोधी गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए कड़ा संदेश देने व दो प्रमुख नेताओं की पार्टी में वापसी रहा।

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    चिनाब घाटी में अच्छा प्रभाव रखने वाले जीएम सरूरी व उत्तरी कश्मीर के बारामुला के नेता ताज मोहुउद्धीन की वापसी आज हो गई। इससे यह पता चलता है कि कांग्रेस जमीनी सतह पर अपना आधार मजबूत करने के लिए सक्रिय होकर काम कर रही है।

    हुसैन का यह दौरा कश्मीर पर पार्टी की मजबूती के लिए केंद्रित रहा। प्रभारी बनने के लिए उनका यह पहला दौरा था जबकि जम्मू का दौरा वह पहले ही कर चुके हैं। सरूरी व ताज वो नेता है जिनका अपने अपने इलाकों के साथ कांग्रेस में अच्छा प्रभाव रहा है।

    चूंकि ये नेता गुलाम नबी आजाद के काफी नजदीक थे और जब आजाद ने कांग्रेस को छोड़कर अलग से अपनी पार्टी बनाई तो इन नेताओं के साथ कई नेता आजाद के साथ चले गए थे। कई नेता पहले वापिस आए थे।

    विधानसभा चुनाव में आजाद की डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी की कमजोर स्थिति को भांपते हुए इन नेताओं ने निर्दलीय ही चुनाव लड़ा लेकिन हार गए। तब इन्हें एहसास हुआ कि कांग्रेस छोड़ कर गलती की थी।

    करीब एक महीने पहले आजाद ने जम्मू कश्मीर में अपनी सारी इकाइयों को भंग कर दिया था। उसके बाद पार्टी की गतिविधियां बिलकुल थम गई। ये नेताओं काफी समय से कांग्रेस के जम्मू कश्मीर नेतृत्व के साथ संपर्क में थे। पार्टी हाईकमान से बात करने के बाद ही कांग्रेस में ताज व सरूरी की वापसी संभव हो पाई।

    पार्टी के प्रभारी नासिर हुसैन ने तीन दिवसीय दौरे के दौरान वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठकें व कार्यकर्ताओं के सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह साफ कहा कि पार्टी को इतनी तैयारी करनी चाहिए कि हम जम्मू कश्मीर में अपने दम पर सरकार बनाएं।

    चूंकि विधानसभा चुनाव तो अभी हुए है इसलिए अपना आधार दिखाने के लिए निकाय व पंचायत चुनाव मौका है। इन चुनावों की तैयारियों पर अधिक जोर दिया गया। साथ ही उन्होंने पार्टी विरोधी गतिविधियां चलाने वालों को साफ कहा कि वे ऐसी हरकतों से बाज आ जाए। ऐसे कार्यकर्ताओं के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। हमारी रियासत हमारा हक अभियान में तेजी लाने के लिए कहा गया।

    उनके दौरे से पार्टी में खींचतान कम करने में मदद मिलेगी क्योंकि वह साफ कह गए है कि तारिक हमीद करा को प्रदेश प्रधान बनाने का फैसला अंतिम है। निकाय व पंचायत चुनाव को अकेले ही अपने दम पर लड़ने का संकेत तो दिया गया है लेकिन साथ में यह भी कहा गया कि चुनाव के समय अंतिम फैसला आला कमान ही करेगी।

    प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान तारिक हमीद करा ने कि पूर्व मंत्रियों ताज मोहिउद्दीन और जीएम सरूरी के फिर से कांग्रेस में शामिल होने से पार्टी को आंतरिक और बाहरी दोनों तरह से मजबूती मिलेगी। कई ऐसे लोग जो कांग्रेस छोड़कर अन्य दलों में शामिल हुए थे, वे अभी भी हमारे संपर्क में हैं।

    उन्होंने कहा कि जहां तक हमारा सवाल है, हमें विश्वास है कि वे अपने संबंधित क्षेत्रों में काफी प्रभाव रखते हैं , न केवल स्थानीय स्तर पर बल्कि आसपास के क्षेत्रों में भी। हमें पूरा विश्वास है कि उनके शामिल होने से कांग्रेस मजबूत होगी।

    उन्होंने यह भी कहा कि नेताओं के मूल्यांकन के लिए एक उचित प्रक्रिया है। कुछ व्यक्ति पहले से ही इस प्रक्रिया के माध्यम से हमारे साथ जुड़ने के लिए तैयार हैं, और कई अन्य हमारे संपर्क में हैं और जल्द ही पार्टी में शामिल होने की उम्मीद है।