जम्मू-कश्मीर में प्रशासन का बड़ा फैसला, कई जिलों में वीपीएन के इस्तेमाल पर लगाया प्रतिबंध
आतंकियों द्वारा वीपीएन के दुरुपयोग को देखते हुए कश्मीर के बारामुला, कुपवाड़ा, कुलगाम, अनंतनाग और शोपियां जिलों में इस पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। जम् ...और पढ़ें

कुपवाड़ा और शोपियां में वीपीएन के प्रयोग पर पाबंदी।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। आतंकियों और उनके समर्थकों द्वारा वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क वीपीएन के माध्यम से इंटरनेट के जरिए आपस में संवाद करने और भारत विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा दिए जाने को देखते हुए घाटी के विभिन्न जिलों में प्रशासन ने वीपीएन के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है।
इससे पहले जम्मू प्रांत के कठुआ, राजौरी-पुंछ और डोडा-किश्तवाड़ में वीपीएन पर रोक लगाई जा चकी है। डोडा में गत रविवार को पुलिस ने वीपीएन के इस्तेमाल के आरोप में दो संदिग्ध तत्वों को भी गिरफ्तार किया है।
संबंधित अधिकारियों ने बताया कि उत्तरी कश्मीर के बारामुला, कुपवाड़ा और दक्षिण कश्मीर के कुलगाम व अनंतनाग और शोपियां में भी संबधित जिला मैजिस्ट्रेट ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस), 2023 की धारा 163 के तहत पूरे जिले में वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (वीपीएप) सर्विस के इस्तेमाल पर पूरी तरह से बैन लगा दिया है।
संबंधित सूत्रों ने बताया कि यह निर्णय पुलिस व अन्य सुरक्षा एजेंसियों द्वारा अपनी जांच में कुछ अज्ञात व संदिग्ध इंटरनेट उपयोगकर्ताओं द्वारा वीपीएन के इस्तेमाल में खतरनाक बढ़ोतरी का अलर्ट जारी किए जाने के बाद लिया गया है।
पुलिस के मुताबिक, वीपीएन सेवा के गलत इस्तेमाल से सार्वजनिक सुरक्षा, साइबर सुरक्षा और डिजिटल गवर्नेंस की पूरी इंटीग्रिटी को गंभीर खतरा है। पुलिस की रिपोर्ट के मुताबिक, जम्मू कश्मीर में सक्रिय कई आतंकी व उनके समर्थक वीपीएन सेवा के जरिए ,सुरक्षा एजेंसियों से बचते हुए इंटरनेट मीडिया का दुरूपयोग कर अपने भारत विरोधी एजेंडे को आगे बढ़ा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि वीपीएन सेवा का अब सिर्फ वही लोग उपयोग कर पाएंगे ,जिन्हें सरकार ने विशिष्ट परिस्थितियों के आधार पर अधिकारिक तौर पर इजाजत दी है। उन्होंने बताया कि बिना अनुमति वीपीएन के प्रयोग प संबंधित कानून के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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