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    'हिंदुस्तान पंथनिरपेक्ष मुल्क है', सांप्रदायिक हिंसा पर बोले फारूक अब्दुल्ला; केंद्र पर साधा निशाना

    Updated: Mon, 29 Dec 2025 05:31 PM (IST)

    डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने देश में मुस्लिमों के कथित उत्पीड़न और बढ़ती सांप्रदायिक हिंसा पर चिंता जताई। उन्होंने केंद्र सरकार से सभी राज्य सरकारों को हिंस ...और पढ़ें

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    फारूक अब्दुल्ला ने सांप्रदायिक हिंसा पर केंद्र सरकार से की कार्रवाई की मांग।

    राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने सोमवार को देश में मुस्लिमों के कथित उत्पीड़न की बढ़ती घटनाओं पर चिंता जताते हुए कहा कि केंद्र सरकार को चाहिए कि वह सभी राज्य सरकारों को सांप्रदायिक हिंसा रोकने के लिए तत्काल ठोस उपाय करने का निर्देश दे।

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    आज यहां पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों के साथ बातचीत में डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि केंद्र सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि वह देशभर में हो रही सांप्रदायिक हिंसा की घटनाओं को रोकने के लिए कार्रवाई करे। उसे सभी राज्य व केंद्र शासित प्रदेश की सरकारों का सांप्रदायिक हिंसा को रोकने व इसे उकसाने वाले तत्वों के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश देना चाहिए।

    उन्होंने किश्तवाड़ में एक व्यक्ति द्वारा सांप्रदायिक उन्माद को उकसाने का प्रयास किए जाने पर कहा कि यह निंदाजनक है। हमारे समाज में शरारती तत्व मौजूद हैं, बुराई मौजूद है जो अपना काम करेगी। लेकिन हमारा मुल्क हिंदुस्तान एक पंथनिरपेक्ष मुल्क, जहां संविधान प्रत्येक नागरिक को उसे उसके धर्म का पालन करने की पूरी आजादी देता है।

    भारत-बांग्लादेश के बीच दोस्ती और व्यापार के मजबूत होने की उम्मीद जताते हुए कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रेसिडेंट डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने सोमवार को किश्तवाड़ में पत्थरबाजी की घटना की निंदा की, जिसमें कथित तौर पर एक मस्जिद और मदरसे को निशाना बनाया गया था। इसलिए अगर कहीं कोई इसमें बाधा डालता है तो उसे रोकने के लिए राज्यों को निर्देशित करना केंद्र की जिम्मेदारी है।

    अब्दुल्ला ने बांग्लादेश में आने वाले चुनावों के बाद भारत-बांग्लादेश सहयोग के महत्व पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि नई दिल्ली और बांग्लादेश की नई सरकार ,दोनों मुल्कों के बीच आपसी सहयोग और व्यापार को बढ़ावा देने के लिए नए रास्ते खोलेगी।

    कश्मीर के मौजूदा हालात से जुड़े सवाल के जवाब में डॉ. अब्दुल्ला ने कहा कि हम सभी की दुआ है और उम्मीद है कि नया साल हम सभी के लिए शांति लाएगा, सभी की तरक्की होगी, तकलीफें कम होगी और हमारी रियासत में पर्यटन, कारोबार बढ़ेगा।