'घुसपैठ रोकने के लिए तैनात होगी इलेक्ट्रानिक सर्विलांस प्रणाली', अमित शाह बोले- दुश्मनों की साजिश की लग जाएगी भनक
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कठुआ में सीमा सुरक्षा के लिए तकनीक के इस्तेमाल पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि घुसपैठ रोकने के लिए इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस प्रणाली और सुरंगों का पता लगाने के लिए तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। शाह ने सीमा पर जवानों का उत्साह बढ़ाया और पाकिस्तान की नई साजिश से निपटने में जुटे जवानों का हौसला बढ़ाया।
जागरण संवाददाता, कठुआ। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि सीमाओं की सुरक्षा के लिए तकनीक के इस्तेमाल को बढ़ाया जा रहा है। किसी भी तरह की घुसपैठ पर लगाम लगाने के लिए इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस प्रणाली को तैनात किया जा रहा है।
साथ ही सीमा पर सुरंगों का पता लगाने के लिए भी तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। शाह सोमवार सुबह कठुआ में पाक सीमा से लगती बीएसएफ की विनय चौकी पर पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने निरंतर देश की सेवा के लिए तत्पर रहने पर जवानों का उत्साह बढ़ाया।
अमित शाह का यह दौरा कई मायने में अहम है। पिछले एक वर्ष में कठुआ और उससे लगते क्षेत्रों में घुसपैठ बढ़ने के लगातार समाचार आ रहे हैं और सीमांत क्षेत्रों में संदिग्ध लोगों की गतिविधियां भी देखी गई हैं। सुरक्षाबल इस समय भी कठुआ के हीरानगर क्षेत्र से बिलावर तक आतंकियों के सफाए के लिए निरंतर अभियान चला रहे हैं।
ऐसे में शाह ने सीमा पर पहुंच सीमांत क्षेत्र के निवासियों को संदेश देने का प्रयास किया कि सरकार उनकी चिंताओं से फिक्रमंद है और निरंतर इससे निपटने के लिए प्रयासरत है। साथ ही पाकिस्तान की नई साजिश से निपटने में जुटे जवानों का हौसला भी बढ़ाया।
सुरंग का पता लगाने के लिए तकनीक का करेंगे इस्तेमाल
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बीएसएफ कर्मियों को संबोधित करते हुए कठिन परिस्थितियों में सीमाओं की रक्षा करने में उनके समर्पण की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की घुसपैठ को विफल करने के लिए भूमिगत सीमा पार सुरंगों का पता लगाने और उन्हें नष्ट करने के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि हम सीमाओं पर इलेक्ट्रॉनिक निगरानी प्रणाली तैनात कर रहे हैं। इसके तहत अगर दुश्मन सीमा पर कुछ भी साजिश रचता है तो हमारे जवानों को तुरंत भनक लग जाएगी और वह तुरंत जवाब दे सकेंगे। इससे तकनीक के उपयोग को बढ़ाने में मदद मिलेगी।
गृह मंत्री ने आगे कहा कि सीमा पर सुरंगों की पहचान करने और उन्हें नष्ट करने के लिए तकनीकी साधन लगाए जाएंगे। उन्होंने सीमाओं की सुरक्षा में बीएसएफ के समर्पण और निष्ठा की सराहना करते हुए कहा कि ठंड, बारिश या 45 डिग्री से अधिक की गर्मी में भी आप दुश्मन की गतिविधियों पर नजर रखते हुए सीमाओं पर हर पल तैनात रहते हैं।
उन्होंने कहा कि बीएसएफ का उज्ज्वल इतिहास है और राष्ट्र की सुरक्षा में उनकी भूमिका को देश जानता है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ पिछले युद्धों में बीएसएफ का योगदान सेना के समान ही था।
सिकुड़ रही अलगाववादी विचारधारा
अमित शाह के दौरे के बीच कश्मीर में एक और संगठन का अलगाववाद से किनारा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के जम्मू-कश्मीर दौरे के बीच सोमवार को एक और अलगाववादी संगठन जम्मू-कश्मीर फ्रीडम फ्रंट के नेता बशीर अहमद अंद्राबी ने कहा कि मेरा कश्मीर की आजादी, हुर्रियत कान्फ्रेंस और इस जैसे किसी भी संगठन से कोई नाता नहीं है।
हमारा आजादी के नारे से, कश्मीर में जनमत संग्रह के एजेंडे से कोई सरोकार नहीं है। बशीर अहमद अंद्राबी के पिता मोहम्मद अमीन अंद्राबी ने ही हुर्रियत कान्फ्रेंस के प्रमुख घटकों में शामिल कश्मीर फ्रीडम फ्रंट का गठन किया था।
बीते एक माह के दौरान लगभग सात अलगाववादी संगठनों व उनके नेताओं ने अलगाववाद को सार्वजनिक तौर पर गुडबाय बोल कर भारतीय संविधान और देश की एकता अखंडता में अपनी आस्था जताते हुए कहा कि उनका अब अलगाववाद या कश्मीर की आजादी का नारा देने वालों से कोई नाता नहीं है।
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