डॉ फारूक अब्दुल्ला ने कहा- वह दिल्ली में होने वाली इंडिया ब्लॉक बैठक में जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा देने का मुद्दा उठाएंगे
नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि वे दिल्ली में इंडिया ब्लॉक की बैठक में जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा देने का मुद्दा उठाएंगे। उन्होंने उमर अब्दुल्ला के 40 राजनीतिक दलों के अध्यक्षों को लिखे पत्र का हवाला दिया जिसमें राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए विधेयक लाने का आग्रह किया गया था।

डिजिटल डेस्क, श्रीनगर। सत्तारूढ़ नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने बुधवार को कहा कि वह वीरवार को दिल्ली में होने वाली इंडिया ब्लॉक पार्टियों की बैठक में जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा देने का मुद्दा उठाएंगे।
फारूक अब्दुल्ला गत मंगलवार को मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला द्वारा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे सहित 40 राजनीतिक दलों के अध्यक्षों को लिखे गए पत्र के बारे में पूछे गए एक सवाल का जवाब दे रहे थे। इस पत्र में उन्होंने केंद्र पर जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा देने के लिए संसद के मौजूदा सत्र में विधेयक लाने का दबाव बनाने का आग्रह किया था।
दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में पत्रकारों से बात करते हुए अब्दुल्ला ने कहा कि मैं कल वीरवार को खुद वहां जा रहा हूं। एक कांग्रेस नेता ने सभी विपक्षी नेताओं को बुलाया है। मैं वहां यह मुद्दा उठाऊंगा और उम्मीद करता हूं कि वे पहले भी हमारे साथ खड़े रहे हैं और भविष्य में भी हमारे साथ खड़े रहेंगे।
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नेकां प्रमुख ने यह भी कहा कि जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल करने की याचिका पर शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होने की संभावना है। "राज्य के दर्जे के मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में 8 अगस्त को हो रही है। इसलिए, देखते हैं कि वहां क्या होता है।"
महबूबा मुफ़्ती के नेतृत्व वाली पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) द्वारा सत्तारूढ़ पार्टी की आलोचना के बारे में पूछे गए एक सवाल पर वरिष्ठ नेता डॉ फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि पीडीपी ही "हमारे लिए दुर्भाग्य" लेकर आई है।
उन्होंने भाजपा से हाथ मिलाया था, जिसकी वजह से आज यह हालात पैदा हो गए हैं। वे हमें क्या बताएंगे? अब वे लोगों को बेवकूफ बना रहे हैं। अगर पूर्व मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद ने नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस का समर्थन स्वीकार कर लिया होता तो अनुच्छेद 370 और 35A को रद नहीं किया जाता।
उन्होंने आगे कहा कि हमने उनसे कहा था कि वे हमारा समर्थन ले लें और हमें कोई मंत्रालय नहीं चाहिए। लेकिन उनकी बात को अनसुना कर वह ही भाजपा को यहां लाए। आज जम्मू-कश्मीर की मौजूदा स्थिति के लिए वे ही ज़िम्मेदार हैं। ईश्वर उन्हें पहले भी डूबो चुका है और आगे भी डूबोएगा।
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