लापरवाही या कुछ और... महिला की होनी थी नाक की सर्जरी, डॉक्टरों ने निकाल दी बच्चेदानी
जम्मू-कश्मीर के सोपोर के एक निजी अस्पताल में एक महिला के साथ बड़ी लापरवाही की घटना सामने आई है। अस्पताल में कान के ऑपरेशन के लिए भर्ती महिला का गर्भाशय निकाल दिया गया। जब परिजनों को इस बात का पता चला तो अस्पताल में हंगामा किया गया। प्रशासन ने मामले को दबाने की कोशिश की। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

जागरण संवाददाता,श्रीनगर। उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले के सोपोर क्षेत्र में मौजूद एक निजी अस्पताल से एक चौंका देने वाली खबर सामने आ रही है। डॉक्टर ने अस्पताल में भर्ती एक महिला के कान के ऑपरेशन के बजाए उसके पेट का ऑपरेशन कर उसका गर्भाशय निकाल दिया। यह घटना क्षेत्र के हकीम सोनाउल्लाह अस्पताल में घटी।
जानकारी के अनुसार वहां भर्ती एक महिला के कान का ऑपरेशन होना था। अलबत्ता उसके कान के ऑपरेशन के बजाए अस्पताल में तैनात अंजुम नजीर नामक एक डॉक्टर ने उसके पेट का ऑपरेशन कर उसका गर्भाशय निकाल दिया।
बताया जा रहा है कि ऑपरेशन 3 फरवरी शाम को किया गया था। जानकारी के अनुसार महिला की सर्जरी के बाद उसे वार्ड में शिफ्ट किए जाने के दौरान जब उसके परिजनों ने उसके कान के बजाए पेट में पट्टी बंधी देखी तो वह हैरान रह गए।
फाइल हिस्ट्री में था नाक का ऑपरेशन
उन्होंने इस बारे में वहां रुटीन ड्यूटी डॉक्टरों से पूछा जिन्होंने उसके बेड़ पर पड़ी फाइल हिस्ट्री पढ़ने के बाद वहां तैनात डॉक्टर भी चकरा गए क्योंकि उसकी फाइल हिस्ट्री के अनुसार, उसकी नाक का ऑपरेशन होना था। लेकिन उसके पेट का ऑपरेशन किया गया।
पीड़ित महिला जो क्षेत्र के तारजू इलाके की रहने वाली बताई जा रही है,के परिजनों के अनुसार उन्होंने संबंधित डॉक्टर से पूछा तो उसका जवाब सुनकर उनका सिर और भी घूम गया जब संबंधित डॉक्टर ने उन्हें बताया कि उसके पास पहुंची मेडिकल फाइल के अनुसार महिला का गर्भाशय निकालना था, जो उसने निकाल दिया।
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अस्पताल के बाहर जबरदस्त प्रदर्शन
परिजनों के अनुसार, यह जानने के बाद कि महिला का गर्भाशय निकाला गया है, उन्होंने मामले की जांच की मांग को लेकर अस्पताल में जबरदस्त प्रदर्शन किया।
प्रदशर्नकारियों ने अस्पताल प्रशासन पर मामला दबाने का आरोप लगाते हुए कहा कि अस्पताल प्रशासन ने उन्हें यह कहकर विश्वास में ले खामोश कराने की कोशिश की कि हो सकता है कि महिला की मेडिकल फाइल अस्पताल में तैनात किसी नर्स की लापरवाही के कारण बदल गई हो, वह मामले की जांच करेंगे।
परिजनों के अनुसार अस्पताल प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों से आग्रह भी किया था कि वह न तो मीडिया और ना ही पुलिस में मामला दर्ज करवाए क्योंकि अस्पताल प्रशासन स्वयं ही मामला सुलझा देगा।
लेकिन पीड़ित महिला के परिजनों ने संबंधित पुलिस में मामला दर्ज करवाया जिसके बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी।
इधर, अस्पताल प्रशासन अभी मामले को लेकर बिल्कुल चुप है। दैनिक जागरण द्वारा अस्पताल के सुपर इंटेंडेंट से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन उनका फोन बंद मिला।
ऑपरेशन थियेटर किया गया सील
इधर एडीसी सोपोर एस राना ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि मामले की जांच शुरू की गई है और अस्पताल के ऑपरेशन थियेटर को सील किया गया है। उन्होंने कहा कि अस्पताल की ओपीडी सेवाएं फिलहाल जारी रहेगी ताकि अस्पताल आने वाले अन्य मरीजों को कोई दिक्कत न हो।
उन्होंने कहा, अभी इस सिलसिले में किसी को गिरफ्तार नही किया गया है। अलबत्ता जांच के बाद जो भी दोषी होगा,उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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