अब बर्फबारी से नहीं बंद होंगे रास्ते, जम्मू-कश्मीर में बनेंगी 19 सड़कें और टनल, 10637 करोड़ रुपये मंजूर
केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर में 10,637 करोड़ रुपये की 19 सड़क और सुरंग परियोजनाओं को मंजूरी दी है, जिनमें साधना पास और पीर की गली सुरंगें शामिल हैं। इन परियोजनाओं का मुख्य उद्देश्य सर्दियों में बर्फबारी के कारण बंद होने वाले सड़क संपर्क को स्थायी बनाना है, जिससे पूरे साल कनेक्टिविटी बनी रहे। इससे स्थानीय लोगों, सेना और अमरनाथ यात्रियों को लाभ होगा, यात्रा का समय कम होगा और क्षेत्र का आर्थिक विकास होगा।

जम्मू-कश्मीर में बनेंगी 19 सड़कें और टनल, 10637 करोड़ रुपये मंजूर (File Photo)
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। Jammu Kashmir News: उत्तरी कश्मीर में एलओसी से सटे करनाह सेक्टर का अब सर्दियों में बर्फबारी के चलते छह माह के लिए सड़क संपर्क बंद नहीं होगा। जम्मू संभाग को कश्मीर से जोड़ने वाला मुगल रोड भी वैकल्पिक जीवन रेखा बन जाएगा, क्योंकि केंद्र सरकार ने सोमवार को साधना पास सुरंग और पीर की गली सुरंग परियोजना समेत जम्मू-कश्मीर में 10,637 करोड़ रुपये की लागत वाली 19 सड़क और टनल परियोजनाओं को मंजूरी दे दी है।
सीएम ने कहा- यह बड़ी उपलब्धि
अमरनाथ यात्रा मार्ग पर 10.88 किलोमीटर लंबी पंजतरणी सुरंग परियोजना की डीपीआर भी तीन वर्ष में तैयार की जाएगी। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने इन परियोजनाओं की स्वीकृति के लिए पीएम मोदी और केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी का आभार जताया। वहीं मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इसे अपनी सरकार की बड़ी उपलब्धि बताया।
केंद्र सरकार की ओर से स्वीकृत परियोजनाएं न सिर्फ आम लोगों के जीवन स्तर को बेहतर बनाते हुए विकास को गति देंगी बल्कि सुरक्षाबल को भी लाभ पहुंचाएंगी। सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय ने 2025-26 के लिए 296 किलोमीटर लंबाई वाली 119 मेगा सड़क व सुरंग परियोजनाओं को स्वीकृति दी है।
साधना सुरंग: जिला कुपवाड़ा के अंतर्गत साधना सुरंग समुद्रतल से करीब 10,269 फीट की ऊंचाई पर साधना दर्रा के नीचे बनाई जाएगी। यह एलओसी के साथ सटे करनाह-टंगडार सेक्टर में न सिर्फ सेना की ऑपरेशनल तैयारियों को मजबूती देगी बल्कि एक बड़ी आबादी जो सर्दियों में हिमपात के कारण सड़क संपर्क बंद होने के कारण कटी रहती है, हमेशा जुड़ी रहेगी। प्रस्तावित सुरंग की लंबाई लगभग 6.2 किलोमीटर होगी। सुरंग के पश्चिमी पोर्टल के लिए करनाह की तरफ से एक किमी लंबी पहुंच सड़क भी बनाई जाएगी।
पीर की गली सुरंग: मुगल रोड पुंछ से शोपियां तक है। इसपर प्रस्तावित पीर की गली सुरंग कश्मीर का जम्मू संभाग के साथ एक नया सदाबहार सड़क संपर्क सुनिश्चित करेगी। मुगल रोड हिमपात के कारण सर्दियों में अक्सर चार से छह माह बंद रहता है। पीर की गली समुद्रतल से 11,450 फीट की ऊंचाई पर स्थित है और यह मुगल रोड पर सबसे ऊंचा स्थान है। सुरंग के निर्माण से मुगल रोड श्रीनगर-जम्मू हाईवे का एक मजबूत विकल्प बनेगा। सुरंग सात किलोमीटर लंबी होगी और इसके निर्माण से पुंछ-शोपियां के बीच मौजूदा 84 किलोमीटर की दूरी 70 किलोमीटर रह जाएगी।
पंजतरणी सुरंग: यह सुरंग पहलगाम से अमरनाथ गुफा मार्ग पर गणेश टॉप की पहाड़ी के नीचे से बनेगी। प्रस्तावित सुरंग 10.88 किलोमीटर लंबी होगी और इसमें दो ट्यूब बनेंगी। इस परियोजना के तहत चंदनबाड़ी से संगम टाप तक लगभग 21 किलोमीटर लंबी सड़क भी तैयार की जाएगी और अगर इसमें सुरंग की लंबाई शामिल करें तो यह 31 किलोमीटर होगी। इससे अमरनाथ श्रद्धालुओं को काफी राहत मिलेगी।
यह परियोजनाएं केंद्र शासित प्रदेश में बुनियादी ढांचे में सुधार करेंगी और विभिन्न पर्यटन स्थलों को जोड़ेंगी। सुरंगों के निर्माण से यात्रा का समय कम होगा, सभी मौसम में संपर्क सुनिश्चित होगा और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। इनमें से कई परियोजनाएं रणनीतिक रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण हैं, जिससे सैन्य सहायता और सैनिकों की गतिशीलता में सुधार होगा।-मनोज सिन्हा, उपराज्यपाल
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि एक बड़ी उपलब्धि के रूप में मेरी सरकार ने केंद्र सरकार से सड़क और सुरंग परियोजनाओं को मंजूरी दिलवाई है। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का आभारी हूं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।