Updated: Fri, 03 Jan 2025 05:47 PM (IST)
हार्ट अटैक का खतरा अब बुजुर्गों में ही नहीं बल्कि युवाओं में भी बढ़ गई है। कम उम्र के लोग भी इसके शिकार होते जा रहे हैं। युवाओं में बढ़ते हार्ट अटैक के खतरे पर डॉ. गोविंद शर्मा ने अपनी राय दी है। लाइफस्टाइल और आहार की गड़बड़ी कोरोना महामारी और नशे की लत हृदय रोगों को बढ़ावा दे रही है।
अंकुश शर्मा, सुंदरबनी। हृदय रोग या हार्ट अटैक अब सिर्फ बुजुर्गों में होने वाली समस्या नहीं रही है। कम उम्र के लोग भी इसके शिकार होते जा रहे हैं। पिछले कुछ वर्षों में 30 से कम आयु वालों में हार्ट अटैक के मामले सामने आए हैं।
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इस वजह से युवाओं में बढ़ रहा आर्ट अटैक का खतरा
सुंदरबनी उप जिला अस्पताल के डॉ. गोविंद शर्मा ने कहा कि लाइफस्टाइल और आहार की गड़बड़ी के कारण हृदय पर नकारात्मक असर तो हो रही रहा है। साथ ही कोरोना महामारी ने भी इन समस्याओं के जोखिम को और बढ़ा दिया है। उन्होंने कहा कि युवाओं में बढ़ती नशे की लत भी इस समस्या का बड़ा कारण है।
डॉ. गोविंद शर्मा ने कहा कि युवा पीढ़ी में मानसिक तनाव, अनहेल्दी खाने की आदत, हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज जैसी बीमारियां हार्ट अटैक के खतरे को बढ़ा रही हैं। यही वजह है कि हार्ट अटैक, हार्ट फेलियर और कार्डियक अरेस्ट के मामलों में पिछले कुछ सालों में काफी बढ़ोतरी हुई है।
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हार्ट अटैक से बचाव के लिए निरंतर करे प्रयास
इसलिए हार्ट हेल्थ को मॉनिटर करना जरूरी होता जा रहा है। चाहे आप कितनी भी उम्र के हों। उन्होंने कहा हृदय रोग- हार्ट अटैक से बचाव के लिए निरंतर प्रयास करते रहना चाहिए। कम उम्र से ही सभी लोगों को इस बारे में सावधानी बरतते रहने की सलाह दी जाती है। हृदय रोग व हार्ट अटैक से बचाव के लिए धूमपान से बिल्कुल दूरी बना लें।
भले ही आप धूमपान न करते हों, लेकिन पास में कोई धूमपान करता हो, तो उससे भी दूरी बनाकर रखे। तम्बाकू में मौजूद रसायन हृदय और रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाते हैं।
सिगरेट का धुआं रक्त में ऑक्सीजन कम कर देता है, जिससे रक्तचाप और हृदय गति बढ़ सकती है। धूमपान छोड़ने से आप इन समस्याओं के जोखिम को कम कर सकते हैं। अगर आप धूम्रपान करते हैं, तो अभी से इसे छोड़ने का निश्चय लेकर भी इस जानलेवा बीमारी के खतरे को कम कर सकते हैं।
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सुंदरबनी उप जिला अस्पताल के डॉ. गोविंद शर्मा।
सर्दी के मौसम में बढ़ जाती है हार्ट अटैक की संभावना
उन्होंने कहा कि सर्दी के मौसम में ठंड से बचने के लिए लोग अपने शरीर को अचानक गर्म और सर्द करते हैं, जिससे हार्ट अटैक की संभावना बढ़ जाती है। ब्लड प्रेशर बढ़ना हार्ट अटैक के प्रमुख कारकों में से एक है। इसे कंट्रोल में रखने के उपाय करके हार्ट अटैक के जोखिम को कम किया जा सकता है।
ब्लड प्रेशर की नियमित रूप से जांच करते रहें, अगर ये अक्सर बढ़ा रहता है तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें। इसके अलावा पर्याप्त नींद लेना भी बहुत आवश्यक है। अच्छी नींद मोटापा, उच्च रक्तचाप, दिल का दौरा, मधुमेह और अवसाद का खतरा कम करने में मदद करती है।
7 से 8 घंटे की नींद जरूरी
सभी लोगों को रोजाना रात में कम से कम सात-आठ घंटे की नींद जरूर लेनी चाहिए। आज युवा पीढ़ी में हाई ब्लड प्रेशर जैसी स्वास्थ्य समस्याएं आम हो गई हैं, जिसे लोग अनदेखा कर देते हैं। वहीं, लोग अब काफी कम फिजिकल एक्टिविटी करते हैं। युवा वर्ग यही सोचता है कि वो पूरी तरह से स्वस्थ है।
इसलिए अपना रेगुलर हेल्थ चेकअप नहीं करवाते, जो खतरनाक है और इसके कई नुकसान हैं। सामाजसेवी सुनील कुमार, राजकुमार पंकज शर्मा ,राकेश शर्मा ने कहा कि पिछले लंबे समय से हार्ट अटैक की समस्या युवाओं में लगातार बढ़ती जा रही है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों को गांव-गांव शिविर लगाकर विशेषज्ञ डॉक्टरों के सहयोग से आम लोगों को हार्ट अटैक के प्रति जागरूक करना चाहिए।
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