जम्मू-कश्मीर के सुरनकोट मंदिर हमले में पाकिस्तान का हाथ, SIA का बड़ा खुलासा; दो लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल
जम्मू-कश्मीर राज्य जांच एजेंसी (एसआईए) ने सुरनकोट के शिव मंदिर पर हुए ग्रेनेड हमले के पीछे पाकिस्तान में छिपे आतंकियों का हाथ बताया है। एसआईए ने अब्दुल अजीज और नजीर अहमद के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया है। जांच में पता चला कि अब्दुल अजीज ने नजीर के निर्देशों पर ग्रेनेड हमला किया था। नजीर 2001 में पाकिस्तान चला गया था और हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल हो गया था।

जागरण संवाददाता, राजौरी। जम्मू-कश्मीर की राज्य जांच एजेंसी (एसआईए) ने पिछले वर्ष 15 नवंबर को सुरनकोट के शिव मंदिर पर हुए ग्रेनेड हमले के पीछे भी पाकिस्तान में छिपे बैठे आतंकियों का हाथ सामने आया है।
एसआईए ने अब्दुल अजीज और नजीर अहमद उर्फ नजीरू उर्फ अली खान निवासी हरी सफेदा सुरनकोट जिला पुंछ के खिलाफ कोर्ट में आरोपपत्र दाखिल किया है। जांच से पता चला है कि अब्दुल अजीज ने नजीर से मिले निर्देशों पर ही ग्रेनेड हमला किया था।
2001 में पाकिस्तान गया था नजीर
नजीर वर्तमान में पाकिस्तान में छिपा है और अब्दुल फरार है। उसकी सरगर्मी से तलाश की जा रही है। नजीर वर्ष 2001 में पाकिस्तान चला गया था, जहां वह प्रतिबंधित आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन (एचएम) में शामिल हो गया और बाद में जम्मू कश्मीर गजनवी फोर्स (जेकेजीएफ) से जुड़ गया।
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पाकिस्तान में अब्दुल अजीज के साथ किया था कॉन्टेक्ट
बयान में कहा गया है कि 2022 के अंत में नजीर ने पाकिस्तान के नंबरों का उपयोग करके एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग एप्लिकेशन से अपने रिश्तेदार अब्दुल अजीज के साथ संपर्क स्थापित किया। उसने अजीज को कट्टरपंथी बनाया और एचएम व जेकेजीएफ में भर्ती किया। उसे आतंकी संगठन के एजेंडे और विचारधारा को आगे बढ़ाने के लिए जिला पुंछ में ग्रेनेड हमले करने को कहा।
नजीर ने उसे ग्रेनेड तक मुहैया करवाए। जांच से पता चलता है कि हिजबुल मुजाहिदीन द्वारा जम्मू-कश्मीर को अस्थिर करने की व्यापक साजिश रची गई थी। बयान में कहा गया है कि इस कृत्य का उद्देश्य आतंक फैलाना, सांप्रदायिक हिंसा भड़काना और आम लोगों में भय पैदा करके सार्वजनिक शांति को कमजोर करना था।
आरोपपत्र दाखिल करना एसआइए के आतंकी नेटवर्क को खत्म करने और जम्मू-कश्मीर की शांति और सुरक्षा की रक्षा करने के अटूट संकल्प को रेखांकित करता है।
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