Jammu Kashmir News: सुंदरबनी में इलेक्ट्रिक ऑटो चालक दिखा रहे खुलेआम रौब, यात्रियों से वसूल रहे मनमाना किराया
सुंदरबनी में इलेक्ट्रिक ऑटो रिक्शा चालक यात्रियों से मनमाना किराया वसूल रहे हैं जिससे सवारियों और चालकों के बीच विवाद हो रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों से शहर आने-जाने वाले लोग इन ऑटो का इस्तेमाल करते हैं लेकिन जिला प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं होने से यात्रियों को परेशानी हो रही है। यात्रियों ने किराया निर्धारित करने की मांग की है जिसपर एआरटीओ राजोरी ने जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

संवाद सहयोगी, सुंदरबनी। उपनगर सुंदरबनी शहर में चल रहे इलेक्ट्रिक ऑटो रिक्शा चालक यात्रियों से मनमाना किराया वसूल रहे हैं। शहरी क्षेत्र से ग्रामीण क्षेत्रों तक चलने वाले इलेक्ट्रिक ऑटो रिक्शा का किराया किलोमीटर के हिसाब से निर्धारित किया गया है लेकिन इसके बावजूद ऑटो चालक यात्रियों से मनमाना किराया वसूल रहे हैं।
हाल यह है कि बिना किसी रोक-टोक के संचालन के कारण ऑटो रिक्शा चालक 50 रुपये किराया बनने वाली जगह पर 100 से 150 रुपए वसूल रहे हैं। अधिक किराया वसूलने की वजह से आए दिन सवारियों और आटों रिक्शा चालकों के बीच विवाद होता है। पिछले तीन महीने से शहर में इलेक्ट्रिक ऑटो रिक्शा की तादाद काफी बड़ी है जिस कारण ग्रामीण क्षेत्र से शहर आने और जाने के लिए लोग इन इलेक्ट्रिक ऑटो का इस्तेमाल कर रहे हैं।
लेकिन जिला प्रशासन व संबंधित विभाग द्वारा इन इलेक्ट्रिक ऑटो रिक्शा चालकों पर किराए को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की है जिस कारण सवारियों को परेशानी उठानी पड़ रही है।
मरचोला निवासी महिला मंजू देवी ने बताया कि वह राजौरी से सुंदरवाणिया बस पर पहुंची उसे सुंदरबनी से अपने गांव मरचोला जाना था जहां किराया 50 से 100 के बीच होना चाहिए और ऑटो चालकों ने मनमानी करते हुए 250 वसूले। उन्होंने बताया कि 7 किलोमीटर से भी कम जगह थी।
मुख्य बस अड्डे पर लममन भजभाल तला टांडा व कुलडबी गांव से शहर में पहुंचे यात्री राजकुमार कमल शर्मा सत्या देवी ने बताया कि किराया निर्धारण नहीं होने पर कम दूरी का भी ऑटो चालकों द्वारा अधिक किराया वसूला जाता है। यदि कोई व्यक्ति किराए को लेकर आपत्ति करता है तो विवाद होना तय है।
इन लोगों ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में बस और मेट्रो डोर का साधन नहीं होने के कारण आमतौर पर लोग इन ऑटो का इस्तेमाल करते हैं जब उनके पास कोई अन्य साधन नहीं होता। तब इन इलेक्ट्रिक ऑटो चालकों द्वारा किराया तय न होने के कारण भी कभी-कभी इतना किराया मांग लिया जाता है की मजबूरी में लोगों को देना पड़ता है। ऐसे में जिला प्रशासन व संबंधित विभाग से मांग की जाती है कि किराए सुंदरबनी क्षेत्र के गांव के हिसाब से निर्धारित कर किराया सूची को प्रकाशन किया जाए।
एआरटीओ राजोरी राजेश गुप्ता ने बताया कि आपके माध्यम से जानकारी मिल रही है। जल्द सुंदरबनी का दौरा कर पूरी जानकारी हासिल की जाएगी। किसी भी इलेक्ट्रिक ऑटो चालक को नियमों का उल्लंघन नहीं करने दिया जाएगा। किलोमीटर के हिसाब से जो किराया निर्धारण बनता होगा यात्री से वही लेना होंगा।
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