जिला कठुआ में भूस्खलन के चपेट में आकर महिला की मौत, बारिश-भूस्खलन से जनजीवन अस्त-व्यस्त, कई गांवों का संपर्क कटा
बनी तहसील में भारी बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। वांजल पंचायत में भूस्खलन से एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गई। सड़कें अवरुद्ध होने से शव को लाने में भी दिक्कतें आईं। कई गांवों का मुख्यालय से संपर्क टूट गया है बिजली आपूर्ति बाधित है। प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।
संवाद सहयोगी, जागरण, बनी। पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार हो रही मूसलधार बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया है। बनी तहसील में पिछले तीन दिनों से लगातार बारिश हो रही है, जिससे क्षेत्र में भारी भूस्खलन, सड़क मार्गों के अवरुद्ध होने, बिजली आपूर्ति ठप होने और संचार व्यवस्था चरमरा जाने जैसी गंभीर समस्याएँ पैदा हो गई हैं।
ताजा घटनाक्रम में बनी तहसील के वांजल पंचायत के कछिड गांव में हुए भूस्खलन में एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गई। मृतका की पहचान चिंतो देवी (64), पत्नी साधुराम के रूप में हुई है। महिला उस समय अपने घर के पास माल मवेशी के साथी थी जब अचानक पहाड़ी से मलबा गिर पड़ा और वह उसकी चपेट में आ गई।
घटनास्थल पर ही उसकी मृत्यु हो गई। इस हृदयविदारक घटना से क्षेत्र में शोक की लहर फैल गई है। सूचना मिलते ही गांव के सेंकड़ों लोग भी मौके पर पहुंचे काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
सड़क की हालत खस्ता होने से नहीं पहुंचा शव
इसी प्रकार डागर गांव की एक महिला की मेडिकल कॉलेज जम्मू में मृत्यु के बाद, उसका शव मेडिकल कॉलेज जम्मू से बनी लाया जा रहा था। परंतु खराब मौसम और अवरुद्ध मार्गों के कारण शव को पंजाब और हिमाचल होते हुए वैकल्पिक मार्ग से लाया जा रहा था। रास्ते की दुर्दशा ऐसी है कि वाहन मार्ग में ही फंस गया और शाम तक शव बनी तक नहीं पहुंच पाया था।
गांवों का मुख्यालय से संपर्क कट गया
भारी वर्षा के कारण बनी तहसील के अधिकांश गांवों का मुख्यालय से संपर्क कट गया है। मुख्य और संपर्क मार्ग पूरी तरह बंद हैं। जगह-जगह भूस्खलन और सड़क धंसने की घटनाएं सामने आ रही हैं। बिजली आपूर्ति पूरी तरह बाधित है इससे न केवल प्रशासनिक कार्य प्रभावित हो रहे हैं, बल्कि आम लोगों को एक-दूसरे से संपर्क करने में भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
कई लोग जरूरी दवाओं, राशन और अन्य जरूरी सामानों के लिए परेशान हैं।लगातार बारिश के कारण न केवल इंसानों की जिंदगी प्रभावित हुई है, बल्कि पशु पर भी इसका गंभीर प्रभाव पड़ा है। लोग अपने माल-मवेशियों को घरों में ही बंद रखकर वहीं पर चारा और पानी दे रहे हैं। कई परिवारों ने तीन दिनों से मवेशियों को बाहर नहीं निकाला है।
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तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई
बारिश के कारण तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है। तीन दिन पहले तक जहां लोग पंखे और ठंडी हवा का सहारा ले रहे थे, अब वहीं स्वेटर और गर्म कपड़े पहनने की नौबत आ गई है। स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे भूस्खलन संभावित इलाकों की ओर न जाएं और बेवजह घरों से बाहर निकलने से बचें। सोमवार को भी सेवा नदी का जलस्तर ऊफान पर रहा यहां पानी का जलस्तर खतरे के ऊपर से बाह रहा था
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