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    खतरनाक चिनाब ब्रिज, बादलों को छूता अंजी पुल... दुनिया के सबसे जोखिम भरे रास्ते पर वंदे भारत ट्रेन; चौंका देंगी ये बातें

    Updated: Sat, 25 Jan 2025 08:24 PM (IST)

    Train to Kashmir कश्मीर तक शनिवार को वंदे भारत का सफल ट्रायल संपन्न हुआ। श्रीनगर रेलवे स्टेशन पर जैसी ही ट्रेन पहुंची लोग खुशी से झूम उठे। कश्मीर से कन्याकुमारी तक ट्रेन कई बड़ी चुनौतियों का हल एडवांस तकनीक और वर्षों की मेहनत का नतीजा है और इस ख्वाब को टी-1 सुरंग अंजी खड्ड पुल और चिनाब पुल जैसे इंजीनियरिंग चमत्कारों ने पूरा किया है।

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    Train to Kashmir: अंजी खड्ड ब्रिज और चिनाब आर्च पुल (फाइल फोटो)

    डिजिटल डेस्क, श्रीनगर। Vande Bharat Train for Kashmir: श्रीनगर में उस दौरान लोग खुशी से झूम उठे जब देश की सुपरफास्ट ट्रेन वंदे भारत श्रीनगर रेलवे स्टेशन पर आती हुई दिखाई दी। ये वंदे भारत नए भारत और दशकों की मेहनत का एक उत्कृष्ठ उदाहरण है। कश्मीर तक ट्रेन का सफर वाकई बेहद चुनौती, वर्षों की कड़ी मेहनत और मुश्किलों से भरा रहा।

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    अब क्योंकि कन्याकुमारी से कश्मीर तक ट्रेन मार्ग जुड़ चुका है। ऐसे में आइए बात करते हैं उन जटिल मार्गों की, जिन्हें चमत्कारिक इंजीनियरिंग के जरिए पाटा गया और जिनके जरिए अब कश्मीर तक रेल का सपना मुकम्मल हुआ। 

    टी-1 टनल: सबसे बड़ी चुनौती

    सबसे पहले हम बात करते हैं कटड़ा में माता वैष्णो देवी के त्रिकुटा पर्वट पर बनी टी-1 टनल यानी टनल नंबर 33 की, यह वह मार्ग है, जिसे बनाने के लिए इंजीनियरों ने एड्डी से लेकर चोटी तक का जोड़ लगा दिया। कई उन्नत तकनीकों, प्रयासों और माथापच्ची के बाद त्रिकुटा पर्वत पर 3 किलोमीटर लंबी सुरंग बन सकी। जिससे कश्मीर तक ट्रेन का रास्ता खुला।

    दरअसल, डेढ़ किलोमीटर सुंरग बनने के बाद इसके आगे 300 मीटर के हिस्से में पानी के रिसाव के साथ मलबा निकलने लगा। जिसे रोकने के सभी प्रयास विफल होते गए। परियोजना में अन्य सुरंगें व पुल बनते गए, लेकिन टी-1 सुरंग कश्मीर तक ट्रेन ले जाने में अंतिम बाधा बन गई थी। इस बनाने के लिए पूरे 20 साल लगे हैं।

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    अंजी खड्ड ब्रिज: देश का पहला केबल स्टेड रेल पुल

    अंजी खड्ड पुल भी यूएसबीआरएल प्रोजेक्ट का हिस्सा रहा। यह पुल नदी तल से करीब 331 मीटर की ऊंचाई पर बना है (आर्च की शेप में)। यह ब्रिज इंजीनियरिंग की बड़ी उपलब्धि के तौर पर गिना गया है।

    इस पुल के पार्श्व और बीच वाले भाग में 48 केबल है। यह अपनी नींव से 191 मीटर की ऊंचाई पर मौजूद है। इंजीनियरों को इसे बनाने में सात साल लगे हैं। चिनाब पुल के साथ यह दुनिया के दो सबसे ऊंचे पुल में शामिल है। 

    चिनाब रेल ब्रिज: दुनिया का सबसे ऊंचा रेल पुल

    यह पुल चिनाब नदी के ऊपर बना है। इसकी ऊंचाई करीब 359 मीटर है यानी 1178 फीट है। यह दुनिया का सबसे ऊंचा आर्च पुल है। यह पुल रियासी और संगलदान रेलवे स्टेशन के बीच में बनाया गया है। साल 2022 में यह बनकर तैयार हो गया था। खास बात है कि यह पुल पेरिस के एफिल टॉवर से करीब 35 मीटर की ऊंचाई पर मौजूद है।

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