बर्फीले पहाड़, वादियां और वंदे भारत... आज कश्मीर के लिए दौड़ेगी देश की सुपरफास्ट ट्रेन, श्रीनगर तक तय होगा सफर
वंदे भारत ट्रेन ने शुक्रवार शाम करीब सवा 6 बजे श्री माता वैष्णो देवी कटड़ा रेलवे स्टेशन पहुंचकर एक नया इतिहास रच दिया। यह ट्रेन अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है और नई दिल्ली से शुक्रवार को चली थी। अब फरवरी के पहले सप्ताह में कश्मीर को रेल संपर्क के जरिये जोड़ने से पहले आठ कोच वाली इस वंदे भारत का शनिवार को कटड़ा से बडगाम के बीच ट्रायल होगा।

जागरण संवाददाता, कटड़ा: Vande Bharat Train to Kashmir: ऐतिहासिक क्षण... तीन दशकों से जिस घड़ी का सबको बेसब्री से इंतजार था, वह पल आ गया। अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस सपनों की वंदे भारत ट्रेन नई दिल्ली से शुक्रवार शाम करीब 6:15 बजे श्री माता वैष्णो देवी कटड़ा रेलवे स्टेशन पहुंची।
फरवरी के पहले सप्ताह कश्मीर को रेल संपर्क के जरिये जोड़ने से पहले आठ कोच वाली इस वंदे भारत का शनिवार को कटड़ा से बड़गाम रेलवे स्टेशन के बीच ट्रायल होगा। सुबह आठ बजे रेलवे अधिकारियों के साथ इंजीनियर, जीआरपी तथा आरपीएफ के अधिकारियों को लेकर यह ट्रेन कटड़ा से रवाना होगी।
सुबह 11 बजे पहुंचेगी बडगाम
85 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से वंदे भारत सुबह करीब 11:00 बडगाम पहुंच जाएगी। वहां कुछ देर रुकने के बाद यह ट्रेन वापसी करेगी और दोपहर तीन से चार बजे के बीच इसके कटड़ा पहुंचने की संभावना है।इससे पहले कश्मीर के लिए चलने वाली वंदे भारत जब जम्मू, धमपुर व कटड़ा रेलवे स्टेशन पर पहुंची तो बड़ी संख्या में लोग उसे देखने के लिए पहुंचे।
कटड़ा से कश्मीर के बीच चलाने के लिए दो वंदे भारत तैयार की गई हैं। एक ट्रेन कटड़ा रेलवे स्टेशन पर रहेगी, जबकि दूसरी बड़गाम स्टेशन पर रुकेगी। वहीं, दूसरी वंदे भारत ट्रेन नई दिल्ली से शनिवार को कटड़ा रेलवे स्टेशन पर पहुंच जाएगी।
यह भी पढ़ें- 'कश्मीर जाने वाली वंदे भारत प्लेटफॉर्म नंबर एक पर खड़ी है', दशकों का सपना साकार; खुशी से झूमे यात्री
बता दें कि वंदे भारत एक्सप्रेस की टॉप स्पीड 180 किमी तक है,ले किन जम्मू-कश्मीर की स्थितियों को देखते हुए इसकी अधिकतम रफ्तार 85 किमी प्रति घंटा तय की गई है।
इन खूबियों से लैस है ट्रेन
वंदे भारत को विशेष रूप से कश्मीर में सर्दी के मौसम के लिहाज से डिजाइन किया गया है। यह ट्रेन बर्फबारी और शून्य से नीचे 20 डिग्री तक के तापमान में आराम से चलेगी।
कड़ाके की ठंड से बचने के लिए ट्रेन के भीतर पूरी तरह से हीटिंग व्यवस्था है। इसके साथ ट्रेन में गर्म पानी मिलता रहेगा, इसके लिए पाइपों पर विशेष को¨टग की गई है, ताकि सर्दी में पाइप में पानी जमने ना पाए।
ट्रेन में बड़े आकार के शीशे लगाए गए हैं, जहां से रेल यात्री प्राकृतिक नजरों का आनंद ले सकते हैं। कांच पूरी तरह से फुल प्रूफ बनाए गए हैं, अगर इन पर कोई पत्थर भी लगे तो इसे किसी तरह का नुकसान नहीं होगा।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।