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    वैष्णो देवी श्रद्धालुओं का बुरा हाल, नहीं मिल रहे घोड़ा-पिट्ठू और पालकी; क्या है रोपवे प्रोजेक्ट जिसके वजह से मचा बवाल

    Updated: Fri, 27 Dec 2024 02:10 PM (IST)

    कटड़ा में रोपवे परियोजना के विरोध में संघर्ष समिति के बंद के कारण वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर श्रद्धालुओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। घोड़ा पिट्ठू और पालकी सेवा न मिलने से बुजुर्ग और दिव्यांग श्रद्धालुओं को पैदल ही भवन की ओर जाना पड़ रहा है। श्राइन बोर्ड ने कहा है कि विकास और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए रोपवे का निर्माण नहीं रोका जाएगा।

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    घोड़ा, पिट्ठू और पालकी सेवा न मिलने से परेशान श्रद्धालु बच्चों के साथ पैदल भवन की तरफ रवाना होते हुए।

    जागरण संवाददाता, कटड़ा। माता वैष्णो देवी के यात्रा मार्ग पर रोपवे परियोजना के जारी निर्माण कार्य के विरोध में संघर्ष समिति के 72 घंटे के कटड़ा बंद के दूसरे दिन भी देशभर से आने वाले श्रद्धालुओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। यात्रा मार्ग पर घोड़ा, पिट्ठू व पालकी सेवा न मिलने से विशेषकर बुजुर्ग व दिव्यांग श्रद्धालुओं को पैदल ही भवन की ओर रवाना होना पड़ा।

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    इस बीच, श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने साफ कर दिया है कि विकास और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए रोवपे का निर्माण नहीं रोका जाएगा। अलबत्ता, बातचीत के लिए बोर्ड के दरवाजे खुले हैं।

    रोपवे का मुद्दा लेता जा रहा सियासी रंग

    श्रद्धालुओं को हो रही परेशानी पर श्राइन बोर्ड ने कहा कि मौजूदा समय में चाय व दूध के स्टाल लगाए गए हैं, यदि हड़ताल लंबी चलती है, तो इन्हें लंगर में बदल दिया जाएगा। बुजुर्ग व दिव्यांग श्रद्धालुओं को लाने-ले जाने के लिए श्राइन बोर्ड यात्रा मार्ग पर एंबुलेंस सेवा प्रदान करने पर भी विचार कर रहा है।

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    इस बीच, हिरासत में लिए गए समिति के करीब 20 सदस्यों को रिहा करने की मांग को लेकर कटड़ा में स्थानीय युवाओं की भूख हड़ताल जारी रही और प्रदर्शन भी हुए। रोपवे का मुद्दा सियासी रंग भी लेता जा रहा है।

    कटड़ा में संघर्ष समिति के नेताओं की रिहाई की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे युवा।

    कांग्रेस नेताओं को पुलिस ने रोका

    गुरुवार को संघर्ष समिति को समर्थन देने के लिए जम्मू से कटड़ा जा रहे कांग्रेस के कार्यवाहक प्रदेश प्रधान रमन भल्ला, पूर्व मंत्री योगेश साहनी समेत अन्य कांग्रेसी नेताओं को पुलिस ने बन टोल प्लाजा के पास रोक लिया।

    वहीं, रियासी से कटड़ा की तरफ जा रहे नेकां नेताओं को भी रोका गया। ऊधमपुर में कांग्रेस ने जिला उपायुक्त के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर कहा कि अगर संघर्ष समिति के सदस्यों को रिहा नहीं किया गया, तो ऊधमपुर बंद किया जाएगा। इसके अलावा पैंथर्स-ई पार्टी के नेता हर्षदेव सिंह भी समर्थन देने कटड़ा पहुंचे।

    कटड़ा में प्रदर्शन व धरने का नेतृत्व राजनीतिक पार्टियां कर रही हैं। इनमें पूर्व मंत्री जुगल किशोर शर्मा, कांग्रेस, नेकां व भाजपा की जिला रियासी टीम भी शामिल है। इस बीच, रियासी के जिला उपायुक्त ने हड़ताल कर रहे लोगों को बातचीत के लिए बुलाया, लेकिन वह नहीं गए और पहले समिति के सभी नेताओं को रिहा करने की मांग की।

    क्या है रोपवे का विवाद?

    श्राइन बोर्ड यात्रा मार्ग पर ताराकोट से सांझीछत्त के बीच रोपवे परियोजना बना रहा है। यह पहला फेज है। दूसरे फेस के लिए अभी जगह को चिन्हित किया जाना बाकी है। श्राइन बोर्ड का कहना है कि इसके बनने से हजारों श्रद्धालुओं विशेषकर बुजुर्गों व दिव्यांगों को लाभ होगा।

    वहीं, संघर्ष समिति परियोजना का विरोध कर रही है। उसका कहना है कि रोपवे बनने से कई लोग बेरोजगार हो जाएंगे और आस्था को भी ठेस पहुंचेगी।

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