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    JK News: बड़े हमले के लिए सुई-धागे से लेकर एम-4 कार्बाइन तक लाए थे आतंकी, पाकिस्तान का था पूरा साथ

    Updated: Wed, 30 Oct 2024 05:45 AM (IST)

    जम्मू कश्मीर के अखनूर में तीनों पाकिस्तानी आतंकी बड़े हमले को अंजाम देने के इरादे से आए थे। उनकी साजिश थी कि सेना के काफिले पर हमला करने के बाद मोर्चा संभाल कर लंबी मुठभेड़ की जाए। इसके लिए वे सुई-धागे से लेकर सोलर पैनल अमेरिकी एम-4 कार्बाइन तक साथ लाए थे और उनको पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ का पूरा साथ था।

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    बड़े हमले के लिए सुई-धागे से लेकर एम-4 कार्बाइन तक लाए थे आतंकी

    राज्य ब्यूरो, जम्मू। अखनूर के बट्टल गांव में मारे गए तीनों पाकिस्तानी आतंकी बड़े हमले को अंजाम देने के इरादे से आए थे। उनकी साजिश थी कि सेना के काफिले पर हमला करने के बाद मोर्चा संभाल कर लंबी मुठभेड़ की जाए। इसके लिए वे सुई-धागे से लेकर सोलर पैनल, अमेरिकी एम-4 कार्बाइन तक साथ लाए थे।

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    पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ का पूरा साथ

    सुरक्षा बल आतंकियों का पता न लगा सकें इसीलिए वह अपने साथ मोबाइल या सेटेलाइट फोन नहीं लाए थे। उनके पास पाकिस्तान में बनी दवाइयां, ड्राइ फ्रूट व खाने-पीने के सामान का बड़ा भंडार था। इससे पता चलता है कि इन्हें पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ का पूरा साथ था।

    आतंकी हमले से पहले किसी से संपर्क भी करना चाहते थे। इसलिए मंदिर में उन्होंने बच्चों से मोबाइल फोन मांगा था,लेकिन उनके पास मोबाइल नहीं मिलने से वह मददगारों से संपर्क नहीं कर सके। इसके बाद आतंकियों ने सेना के काफिले पर गोलीबारी कर दी। अब सुरक्षा एजेंसियां आतंकियों के मददगारों का भी पता लगा रहीं हैं।

    आतंकियों से बरामद हथियार व सामान

    एक एम-4 कार्बाइन, दो एके 47, इसकी तीन मैग्जीन, एक पिस्तौल, एक ग्रेनेड, नौ एमएम पिस्तौल की 20 गोलियां, 7.62 एमएम के 77 राउंड, इंसास राइफल की 5.56 एमएम की 129 गोलियां मिली हैं। इसके अलावा तीन चाकू, फैंसिंग काटने के लिए एक वायर कटर, स्क्रू ड्राइवर, दूरबीन, सुई-धागा व कैंची भी मिली है। उनसे पास से पावर बैंक, डिजिटल वॉच, कंबल, 22 पेंसिल सेल बड़ी मात्रा में दवाएं और गाज पट्टी मिली है। इसके अलावा ड्राई फ्रूट, पानी की बोतलें भी बरामद की गईं हैं।

    आतंकी किसके लिए लाए थे इंसास राइफल के 129 कारतूस ?

    आतंकियों से इंसास राइफल तो बरामद नहीं हुई,लेकिन उसमें इस्तेमाल होने वाले 5.56 एमएम के 129 कारतूस बरामद हुए हैं। जिससे सवाल उठता है कि ये कारतूस आखिर किसके लिए थे। क्या ये कारतूस किसी को देने के लिए लाए गए थे। आतंकियों के पास जरूरत से ज्यादा सामान होना भी ऐसे संकेत दे रहा है कि उनके कुछ और मददगार थे। जिनके बारे में अब सुरक्षा एजेंसियां जांच कर रही हैं।

    जम्मू-कश्मीर में लगातार हो रहे आतंकी हमले

    जम्मू-कश्मीर में नई सरकार के गठन के बाद आतंकी हमलों में बढोत्तरी देखने को मिली है। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के शपथ लेने के बाद पिछले 12 दिनों में 4 बड़े आतंकी हमले हो चुके हैं। जिसमें जवानों सहित 12 लोगों की जान चली गई।