चांदी का दरवाजा, सोने की चादर व 6 हजार से अधिक पांडुलिपियां, भारत के प्राचीन मंदिरों में शुमार है रघुनाथ मंदिर
Raghunath Temple Jammu जम्मू में रघुनाथ मंदिर भारत के प्राचीन मंदिर में से एक माना जाता है। मंदिर भगवान राम को समर्पित है। विशाल रघुनाथ मंदिर में सात ऊंचे शिखर हैं जहां हर तीर्थ का अपना शिखर है। मंदिर में रोजाना 1500 से 2000 श्रद्धालु दूसरे राज्यों से आते हैं।
जम्मू, डिजिटल डेस्क: रघुनाथ मंदिर भारत के सबसे बड़े मंदिर परिसरों में से एक है। उत्तर भारत के जम्मू शहर में यह मंदिर स्थित है। इस मंदिर का निर्माण 1853-1860 की अवधि में महाराजा गुलाब सिंह ने किया था। केंद्रीय मंदिर भगवान राम को समर्पित है।
वहीं मुख्य मंदिर के अलावा अन्य मंदिरों में भगवान विष्णु के विभिन्न अवतार शामिल हैं। विशाल रघुनाथ मंदिर में सात ऊंचे 'शिखर' हैं, जहां हर तीर्थ का अपना शिखर है। मंदिर के अंदर एक गैलरी भी है जिसमें भगवान शिव के विभिन्न लिंग के आकार के रूप हैं और उनके ऊपर सालिग्राम रखे गए हैं। मंदिर में रोजाना 1500 से 2000 श्रद्धालु दूसरे राज्यों से आते हैं।
सोने की चादर से ढका है मंदिर
मंदिर के तीन ओर अंदर की दीवारों पर सोने की चादरें ढकी हुई हैं। मुख्य मंदिर में लगे लकड़ी के दरवाजे को हटाकर इसमें चांदी का दरवाजा लगा दिया गया है। मंदिर के लिए चांदी से बने दरवाजे को जयपुर के कारीगरों ने तैयार किया है। इसे बनाने में तकरीबन तीन महीने लगे।
मंदिर परिसर में है पुस्तकालय
मंदिर परिसर में एक स्कूल और एक पुस्तकालय भी है, जिसमें दुर्लभ संस्कृत पुस्तकें और पांडुलिपियां हैं। कई भारतीय भाषाओं में 6,000 से अधिक पांडुलिपियों को संरक्षित किया गया है। लोग बड़ी संख्या में इस मंदिर में देवता को श्रद्धांजलि अर्पित करने और भगवान से आशीर्वाद लेने के लिए आते हैं।
मंदिर पर हुए थे आतंकी हमले
रघुनाथ मंदिर पर दो आतंकी हमले हुए थे। पहला हमला 30 मार्च 2002 को एक आतंकवादी संगठन ने ग्रेनेड फेंककर हमला किया और फिर मंदिर में घुस गया जहां उन्होंने गोलीबारी शुरू कर दी। दूसरा हमला 24 नवंबर 2002 को मंदिर में हुआ, जब हिंदू मंदिर में पूजा कर रहे थे। यह हमला लश्कर-ए-तैयबा के हमलावरों द्वारा किया गया था और इसके परिणामस्वरूप करीब 13 श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 40 से अधिक घायल हो गए थे।
राहुल गांधी ने भी की थी इस मंदिर में पूजा-अर्चना
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान इस मंदिर में पूजा-अर्चना की थी। मंदिर परिसर में राहुल के साथ उनके पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भी मंदिर परिसर में पहुंच कर पूजा की थी और भगवान राम का आर्शीवाद ग्रहण किया।