माता वैष्णो देवी पर रोपवे प्रोजेक्ट को लेकर बवाल, पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प; हिरासत में कई लोग
मां वैष्णो देवी (कटड़ा) में रोपवे परियोजना के खिलाफ वहां के स्थानीय लोगों ने आज 72 घंटे बंद का आह्वान किया हुआ है। विरोध प्रदर्शन के दौरान आज पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच भिड़ंत भी हो गई। ज्ञात हो कि श्री माता वैष्णो देवी के लिए बन रहे रोपवे प्रोजेक्ट का यहां के लोग विरोध कर रहे हैं। उन्हें आशंका है कि इस परियोजना से उनका रोजगार प्रभावित होगा।
पीटीआई, जम्मू। रियासी के अंतर्गत मां वैष्णो देवी (कटड़ा) में रोपवे प्रोजेक्ट को लेकर जमकर विरोध प्रदर्शन हो रहा है। परियोजना के खिलाफ स्थानीय लोगों ने 72 घंटे का बंद भी शुरू कर दिया है।
माता वैष्णो देवी मंदिर के आधार शिविर कटड़ा में विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में भी लिया है। श्री माता वैष्णो देवी संघर्ष समिति ने बंद का आह्वान किया और कहा कि विरोध के दौरान कटड़ा में सभी गतिविधियां निलंबित रहेंगी।
श्राइन बोर्ड के खिलाफ लगाए नारे
समिति के नेता भूपिंदर सिंह और सोहन चंद के नेतृत्व में सैकड़ों लोगों ने शहर में विरोध मार्च निकाला। उन्होंने श्राइन बोर्ड और प्रशासन के खिलाफ नारे लगाए और उन पर अड़ियल रवैया अपनाने का आरोप लगाया।
हालांकि, जब पुलिसकर्मियों ने प्रदर्शनकारियों को आगे बढ़ने से रोका, तो दोनों पक्षों के बीच झड़प हो गई। अधिकारियों ने बताया कि सिंह और चांद समेत कई प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने हिरासत में लिया और उन्हें प्रदर्शन स्थल से पुलिस वाहन में ले जाया गया।
सिंह ने आरोप लगाया कि सरकार मुद्दे को पटरी से उतार रही है और कटड़ा के लोगों को सड़कों पर आने के लिए मजबूर कर रही है। उन्होंने कहा, हम हजारों लोगों की नौकरियां बचाने के लिए इस परियोजना को बंद करने की मांग कर रहे हैं।
प्रशासन ने जैसा वादा किया था, हमारे साथ बातचीत करने के बजाय वे हमें हिरासत में लेने के लिए पुलिस का इस्तेमाल कर रहे हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। पूर्व मंत्री जुगल किशोर ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ "बल प्रयोग" की आलोचना की।
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#WATCH | Katra, J&K: Police use lathi-charge and detain protestors who were protesting over the proposed Rs 250-crore ropeway project between Tarakote Marg and Sanji Chhat along the 12-km route. pic.twitter.com/X0WaOdYoLr
— ANI (@ANI) December 25, 2024
'प्रशासन के इस कदम की निंदा करते हैं'
किशोर ने संवाददाताओं से कहा कि हम शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों के खिलाफ बल प्रयोग करने के प्रशासन के कदम की कड़ी निंदा करते हैं। उनकी कार्रवाई का उद्देश्य कटड़ा में स्थिति को बिगाड़ना है, जो अस्वीकार्य है। उन्होंने प्रशासन पर बातचीत से बचने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि चर्चा करने के बजाय वे स्थिति को और खराब कर रहे हैं। विरोध के आह्वान पर सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे और पवित्र शहर में सड़कों से यातायात नदारद रहा।
समिति के प्रवक्ता ने कहा कि प्रस्तावित रोपवे परियोजना के विरोध में टट्टू मालिकों, दुकानदारों और अन्य स्थानीय हितधारकों द्वारा बुधवार को 72 घंटे का बंद शुरू हुआ। प्रवक्ता ने कहा कि प्रशासन ने शुरू में 23 दिसंबर के लिए एक बैठक निर्धारित की थी, लेकिन इसे आज दोपहर 3 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।
क्या है यह परियोजना
बता दें कि श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड वरिष्ठ नागरिकों, बच्चों और अन्य लोगों के लिए मंदिर तक पहुंच को आसान बनाने के लिए रोपवे स्थापित करने की योजना की घोषणा की है। यह 13 किलोमीटर की चढ़ाई का रास्ता आसान कर देगा।
प्रस्तावित 250 करोड़ रुपये की परियोजना का उद्देश्य ताराकोट मार्ग को सांझी छत से जोड़ना है। यह मार्ग मंदिर की ओर जाता है। यही कारण है कि वहां के व्यापारियों और पालकी व घोड़े-खच्चर वालों को रोजगार का डर सता रहा है।
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