जम्मू-कश्मीर की 12 हस्तियों को मिलेगा यूटी पुरस्कार, शफी पंडित को मरणोपरांत लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड
जम्मू-कश्मीर सरकार ने विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले अधिकारियों कलाकारों पत्रकारों और अन्य को यूटी अवार्ड देने की घोषणा की है। परफार्मिंग आर्ट में गायिका वर्षा जम्वाल और स्मृद्धि सेन सामाजिक सुधार में राम सेवक शर्मा और डॉ. जुबेर सलीम सार्वजनिक सेवा में शबनम कामिली किशोर सिंह चिब और हैरिस अहमद हांडू को सम्मानित किया जाएगा। मोहम्मद शफी पंडित को मरणोपरांत लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड दिया जाएगा।

राज्य ब्यूरो, जम्मू। जम्मू-कश्मीर सरकार ने विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ठ प्रदर्शन करने वाले अधिकारियों, कलाकारों, पत्रकारों व अन्य को यूटी अवार्ड देने की घोषणा की है। परफार्मिंग आर्ट में गायिका वर्षा जम्वाल और स्मृद्धि सेन को अवार्ड के लिए चुना गया है।
वहीं, सामाजिक सुधार और सशक्तिकरण के लिए बेरा भाटा किश्तवाड़ के रहने वाले सामाजिक कार्यकर्ता राम सेवक शर्मा और कर्णनगर श्रीनगर के रहने वाले डॉ. जुबेर सलीम और डॉ. शकील-उर-रहमान को पुरस्कार दिया जाएगा।
सार्वजनिक सेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए एआरआई और ट्रेनिंग विभाग की प्रशासनिक सचिव शबनम कामिली, मुख्य सचिव के कार्यालय में विशेष सचिव किशोर सिंह चिब और मुख्यमंत्री सचिवालय में विशेष सचिव हैरिस अहमद हांडू को पुरस्कर देने की घोषणा की गई है। यह तीनों ही जम्मू-कश्मीर प्रशासनिक सेवाओं के अधिकारी हैं।
मोहम्मद शफी पंडित को मरणोपरांत लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड
पूर्व आईएएस अधिकारी मोहम्मद शफी पंडित को मरणोपरांत लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड देने की घोषणा हुई है। इसी तरह पत्रकारिता के क्षेत्र में गुलिस्तान न्यूज से आशा सरमाल और न्यूज-18 से याहिया सुल्तान को चुना गया है।
पर्यावरण के क्षेत्र में ग्रेटर कश्मीर के लेखक आरिफ शफी वानी को और औद्योगिक उद्यमिता के क्षेत्र में बरजुला श्रीनगर के मोहम्मद अशरफ मीर को यूटी पुरस्कार देने की घोषणा हुई।
गणतंत्र दिवस को लेकर सुरक्षा का कड़ा प्रबंध
बता दें कि केंद्र शासित जम्मू कश्मीर प्रदेश में गणतंत्र दिवस के मद्देनजर किसी भी आतंकी हमले और आपात स्थिति से निपटने के लिए सुरक्षा का कड़ा बंदोबस्त किया गया है। सभी समारोह स्थलों को सील कर दिया गया और उन्हें 26 जनवरी सोमवार की सुबह ही समारोह से पूर्व आम जनता के लिए खोला जाएगा। इसके अलावा सभी समारोहस्थल नो फ्लाईंग जोन घेाषित कर दिए गए हैं और उनके ऊपर बिना अनुमति ड्रोन उड़ाने पर रोक लगा दी गई है।
सीमावर्ती इलाकों में गश्त बढ़ाने के साथ ही दोनों राजधानी शहरों जम्मू व श्रीनगर में विशेष नाके लगाए गए हैं। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए चिह्नित स्थानों पर पुलिस,सीआरपीएफ और सेना के क्यूआरटी दसतों को तैनात किया गया है। उल्लेखनीय है कि देश के 76वें गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में 26 जनवरी सोमवार को केंद्र शासित जम्मू कश्मीर प्रदेश का मुख्य समारोह शरदकालीन राजधानी जम्मू में होगा।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।