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    'वे हमारे लिए भगवान की तरह', पीएम मोदी की रैली में वाल्मीकि समाज के लोगों ने बयां की मन की बात

    By lalit k Edited By: Rajiv Mishra
    Updated: Sun, 29 Sep 2024 11:07 AM (IST)

    अनुच्छेद 370 (Article 370) हटने से जम्मू-कश्मीर के वाल्मीकि समाज के लोगों के जीवन में खुशियां आ गई हैं। दशकों से चली आ रही अनदेखी और भेदभाव अब खत्म हो गया है। अब उन्हें भी जम्मू-कश्मीर के मूल निवासियों की तरह सभी अधिकार प्राप्त हैं। इस बदलाव से वाल्मीकि समाज के लोग पहली बार चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।

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    प्रधानमंत्री की रैली में आए वाल्मीकि समाज के लोगों ने बयां किए अपने मन के उद्गार

    जागरण संवाददाता, जम्मू। मोदी हमारे लिए भगवान जैसे हैं। उन्होंने हमें नया जीवन दिया। हम सात दशक से जम्मू-कश्मीर में हैं, लेकिन हमें कभी यहां का नहीं माना गया। हमारे पूर्वज यहां साफ-सफाई करते भगवान के पास चले गए। हमारे पूर्वजों ने जो काम किए, वही काम हमारी पीढ़ी कर रही है, लेकिन अब हमारे बच्चे यह काम नहीं करेंगे। वे भी पढ़-लिखकर सरकारी नौकरी करेंगे। अब हम भी अपने बच्चों के लिए यहां घर बना सकेंगे और उनको अच्छी शिक्षा दिलाएंगे।

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    'अनुच्छेद 370 हटाकर हमारे जीवन को बेहतर किया'

    प्रधानमंत्री की रैली में आए वाल्मीकि समाज के लोगों ने यह बातें कही। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उनको बेहतर जिंदगी जीने का मौका दिया। हमारे पूर्वजों को पंजाब से सफाई के काम के लिए जम्मू-कश्मीर लाया गया था, लेकिन दशकों बाद भी हमें यहां का स्थायी निवासी नहीं बनाया गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाकर हमारे जीवन को बेहतर बनाने का काम किया।

    हम मोदी सरकार का जितना शुक्रिया करें, कम है। हम वर्षों तक अपने बच्चों के लिए नौकरियां मांगते रहे। कई सरकारें आई और चली गईं। सबने हमारे साथ वादे तो बहुत किए लेकिन मोदी जी ने इंसाफ किया।

    -डेविड, वाल्मीकि कालोनी, गांधीनगर

    पहला बार वोट डालेंगे वाल्मीकि समाज के लोग

    लोगों ने कहा कि उनकी वजह से वाल्मीकि समाज के लोग इस बार विधानसभा चुनाव में पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। अब उनको भी जम्मू-कश्मीर के रहने वालों की तरह सभी अधिकार प्राप्त हुए हैं। स्थानीय नागरिक होने का प्रमाण पत्र (स्टेट सब्जेक्ट) न होने के कारण ये लोग सरकारी नौकरियों के लिए आवेदन नहीं कर पाते थे। अब ये सारे अधिकार मिलने के बाद इस समुदाय में खासा उत्साह है। शनिवार को पूरे जोश व उत्साह के साथ ये लोग प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जनसभा में पहुंचे थे।

    हम यहां दशकों से रह रहे थे, लेकिन हमें कभी यहां का माना नहीं गया। हम सिर्फ ठेके पर लाए गए सफाई कर्मियों की तरह थे। मोदी जी ने हमें नया जीवन दिया है। इसलिए जब तक जिंदा रहेंगे, उनके साथ खड़े रहेंगे।

    -गारू भट्टी, वाल्मीकि कालोनी, गांधीनगर

    पांच अगस्त 2019 हमारे लिए नई सुबह लेकर आया। अब हम भी आप लोगों की तरह हर अधिकार रखते हैं। हम तो कोई और काम नहीं कर पाए लेकिन हमारे बच्चे अपना मनपसंद भविष्य चुनेंगे।

    -बाबी, वाल्मीकि कालोनी, गांधीनगर

    हम तो प्रधानमंत्री मोदी के कर्जदार हैं, जिन्होंने हमें नई जिंदगी दी। हमारे माता-पिता साफ-सफाई का काम करते-करते मर गए। हम भी पूरी जिंदगी यहीं करते रहे लेकिन अब हमारे बच्चे अपना मनचाहा काम करने के लिए आजाद हैं।

    -प्रीति, वाल्मीकि कालोनी, गांधीनगर

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