आखिर पाकिस्तान को आतंकी देश घोषित क्यों नहीं करते आप, पनुन कश्मीर का केंद्र सरकार से सवाल
पनुन कश्मीर का कहना है कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद भी जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले जारी हैं और कुछ नहीं बदला। डॉ. अजय च्रंगु ने कहा कि विदेश मंत्री के अनुसार आतंकी गतिविधियां पाकिस्तान के साथ हैं और भारतीय सेना पाकिस्तानी सेना से लड़ रही है। उन्होंने सरकार से पाकिस्तान को आतंकी देश घोषित करने और सही दिशा में कदम उठाने का आग्रह किया।

जागरण संवाददाता, जम्मू। पनुन कश्मीर ने कहा आप्रेशन सिंदूर के बाद जो नए मानदंड घोषित हुए हैं, उसमें नया क्या है। जम्मू-कश्मीर में उसी तरह से आतंकी हमले जारी है जैसे कि पहले हुए करते थे। आखिर आपरेशन सिंदूर के बाद बदला क्या है?
पनुन कश्मीर के चेयरमैन डा. अजय च्रंगु सोमवार को संवाददाता सम्मेलन के दौरान संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि लोकसभा में विदेश मंत्री के नए मानदंड को हमने सुना जिसमें कहा गया है कि आतंकी गतिविधियों को अब छद्म गतिविधि नहीं माना जाएगा। इसका मतलब यह निकल के आता है कि आप्रेशन सिंदूर के बाद जम्मू-कश्मीर में जो आतंकी गतिविधियां हो रही है, वह पाकिस्तान के साथ है।
सब कुछ पाकिस्तानी सेना आतंकवाद को साथ लेकर करवा रही है। जो आतंकी जम्मू-कश्मीर में गतिविधियां कर रहे हैं, वह सब पाकिस्तानी सेना का हिस्सा है।
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इसका सीधा मतलब निकलता है कि जम्मू-कश्मीर में भारतीय सेना इस समय पाकिस्तानी सेना से ही लड़ रही है। इन बातों को सामने रखते हुए भारत सरकार को चाहिए था कि आपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान को आतंकी देश करार देती। मगर यह काम सरकार ने आखिर क्यों नहीं किया।
डा. अजय च्रंगु ने कहा कि केंद्र सरकार को चाहिए कि पाकिस्तान की मंशा को अच्छी तरह से पहचाने और उसी अनुरूप जरूरी कदम उठाए। आप्रेशन सिंदूर चलाने के बाद भी कुछ बदलाव नहीं दिख रहा। आतंकी गतिविधियां उसी तरह से हैं जैसे कि हुआ करती थी।
यह आतंकी जोकि पाकिस्तानी सेना के इशारे पर काम कर रहे हैं, कश्मीर की घाटी हिंदू विहीन करना चाहते हैं। इसलिए केंद्र सरकार का पहला काम बनता था कि आप्रेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान को आतंकी देश घोषित करती। डा. अजय च्रंगु ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की अस्तित्व को सरकार पहचानने में गल्ती न करे और सही दिशा में कदम उठाए।
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