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    कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ 'ऑपरेशन अखल' जारी, किश्तवाड़ में भी मुठभेड़ शुरू; जंगलों में छिपे हैं आठ आतंकी

    Updated: Sun, 10 Aug 2025 09:27 PM (IST)

    जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई। पहाड़ी क्षेत्र में दो पाकिस्तानी आतंकियों की सूचना पर तलाशी अभियान चलाया गया जिस पर आतंकियों ने गोलीबारी की। सुरक्षाबल ने भी जवाबी कार्रवाई की और पूरे क्षेत्र को घेर लिया है। वहीं कुलगाम के जंगल में आतंकियों के खिलाफ अभियान जारी है जहाँ सुरक्षाबलों ने घेरा मजबूत कर दिया है।

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    कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ 'ऑपरेशन अखल' जारी (जागरण फोटो)

    राज्य ब्यूरो, जम्मू। कुलगाम जिला के अक्खाल के जंगल में आतंकियों के खिलाफ जारी सैन्य अभियान के बीच रविवार को जम्मू संभाग के किश्तवाड़ जिले में भी मुठभेड़ शुरू हो गई है। सुबह पहाड़ी क्षेत्र में दो पाकिस्तानी आतंकियों की मौजूदगी की सूचना पर सुरक्षाबल ने तलाशी अभियान चलाया।

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    इस पर आतंकियों ने सुरक्षाबल पर गोलीबारी शुरू कर दी। सुरक्षाबल ने भी जवाबी कार्रवाई की। कुछ समय बाद दोनों तरफ से गोलाबारी बंद हो गई।

    सुरक्षा बल ने पूरे क्षेत्र को घेर लिया है और आपरेशन जारी है।कुलगाम के जंगल में शनिवार को दो सुरक्षाकर्मियों के बलिदान होने के बाद सुरक्षाबलों ने छिपे आतंकियों को तलाश कर मार गिराने के लिए प्रहार और तेज कर दिया है।

    सुरक्षाबलों के घेरे से निकल पाना संभव नहीं

    ऑपरेशन के 10वें दिन सुरक्षाबल ने ड्रोन की मदद से आतंकियों की तलाश की। अभियान में हेलीकाप्टर की भी मदद ली जा रही है। सैन्य सूत्रों के अनुसार, अक्खाल में आतंकियों के लिए सुरक्षाबलों के घेरे से निकल पाना संभव नहीं है।

    क्षेत्र में गुज्जर, बक्करवाल समुदाय के भी डेरे हैं। ऐसे में सुरक्षाबल अभियान में कोई जल्दबाजी नहीं कर रहे हैं। इस अभियान के लंबा खिंचने से छिपे आतंकियों के पास खाने, पीने का सामान खत्म होने से उनके पास बिल से बाहर निकलने के अलावा कोई चारा नहीं रहेगा।

    ऑपरेशन पर महानिदेशक नजर बनाए हुए हैं

    फिलहाल, सेना की उत्तरी कमान प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा और जम्मू-कश्मीर पुलिस के महानिदेशक नलिन प्रभात अभियान पर पूरी नजर बनाए हुए हैं।

    माना जा रहा है कि जंगल में विभिन्न जगहों पर आठ आतंकी हो सकते हैं। अब तक इस अभियान में तीन आतंकियों के भी मारे जाने की सूचना है, हालांकि आधिकारिक स्तर पर अब तक इसकी पुष्टि नहीं की गई है। इस वर्ष कश्मीर में यह अब तक का सबसे लंबा आतंकरोधी अभियान है।

    मचैल यात्रा मार्ग से सटा है मुठभेड़ स्थल

    जिला किश्तवाड़ के नगाड़ा ब्रिज से ऊपर पहाड़ी पर आतंकियों के खिलाफ अभियान चल रहा है। एसएसपी नरेश सिंह अन्य आला अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे हुए हैं। एक महीना पहले भी चेरजी इलाके में आतंकियों के होने की सूचना मिली थी।

    सुरक्षाबल और आतंकियों के बीच गोलीबारी हुई थी, लेकिन आतंकी भाग गए थे। फिर उसी इलाके के सामने नागरा ब्रिज से ऊपर मुठभेड़ हुई है।

    यह इलाका किश्तवाड़-गुलाबगढ़ मार्ग से तीन किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और वहां मचैल यात्रा भी चल रही है। रोजाना हजारों श्रद्धालु इसी सड़क से सफर कर रहे हैं। किश्तवाड़ से गुलाबगढ़ तक मार्ग में सीआइएसएफ के जवानों को तैनात किया गया है।