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    जम्मू कश्मीर में अब हर दूसरे जिले में है मेडिकल कालेज, प्रदेश के सिर्फ आठ जिले इस सुविधा से दूर

    Updated: Tue, 09 Sep 2025 01:41 PM (IST)

    श्री माता वैष्णो देवी मेडिकल इंस्टीट्यूट को एमबीबीएस की 50 सीटें मिलने से जम्मू-कश्मीर में एक और मेडिकल कॉलेज खुलने का रास्ता साफ हो गया है। अब राज्य के लगभग हर दूसरे जिले में मेडिकल कॉलेज होगा जिससे मरीजों और डॉक्टर बनने का सपना देखने वालों दोनों को फायदा होगा। जम्मू संभाग के 70% जिलों में अब मेडिकल कॉलेज हैं।

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    कश्मीर में भी जल्द ही हर दूसरे जिले में मेडिकल कॉलेज होगा। इससे स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार होगा।

    रोहित जंडियाल, जागरण, जम्मू। राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान द्वारा श्री माता वैष्णो देवी मेडिकल इंस्टीटयूट काे एमबीबीएस की पचास सीटें मंजूर करने के बाद जम्मू-कश्मीर के एक और जिले में मेडिकल कालेज स्थापित होने की राह खुल गई।

    इसी सत्र से यह कालेज काम करना शुरू कर देगा। इसके साथ ही अब जम्मू-कश्मीर के हर दूसरे जिले में एक मेडिकल कालेज हो गया है। सिर्फ आठ ही जिले ऐसे हैं जहां पर मेडिकल कालेज नहीं हैं। इससे मरीजों और डाक्टर बनने का सपना संजाेने वाले दोनो को लाभ होगा।

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    जम्मू में सात जिलों में से सात में मेडिकल कालेज खुले

    जम्मू-कश्मीर में बीस जिले हैं। दस जम्मू संभाग और दस कश्मीर संभाग में। जम्मू संभाग के दस जिलों में से सात में अब मेडिकल कालेज खुल गए हैं। अर्थात 70 प्रतिशत जिलों में अब मेडिकल कालेज हो गए हैं। जम्मू जिले में राजकीय मेडिकल कालेज जम्मू के अतिरिक्त् एक निजी मेडिकल कालेज आचार्य श्री चंद्र कालेज आफ मेडिकल सांइसेस है। इसके अलावा कठुआ, राजौरी, डोडा, उधमपुर में भी भी एक-एक सरकारी मेडिकल कालेज है।

    पुंछ-किश्तवाड़ और रामबन में नहीं हैं मेडिकल कालेज

    श्री माता वैष्णो देवी मेडिकल इंस्टीटयूट ककरयाल में खुल रहा है और यह रियासी जिले में स्थित है। इसके अतिरिक्त सांबा जिले के विजयपुर में भी अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान है जहां पर एमबीबीएस के 100 छात्र हर वर्ष प्रवेश ले कर डाक्टर बन रहे हैं। सिर्फ पुंछ, किश्तवाड़ और रामबन जिले ही ऐसे हैं जहां पर मेडिकल कालेज नहीं है। लेकिन पुंछ के पास राजौरी, किश्तवाड़ के पास डोडा और रामबन के पास उधमपुर मेडिकल कालेज स्थित हैं जहां पर मरीजों को पहुंचने में मात्र दो घंटो का सफर तय करना पड़ता है।

    कश्मीर के चार जिलों में है मेडिकल कालेज

    इसी तरह कश्मीर में दस जिलों में से चार जिलों में मेडिकल कालेज हैं। एक जिले में अगेल वर्ष एम्स बन जाएगा और कश्मीर में भी हर दूसरे जिले में मेडिकल कालेज खुल जाएंगे। कश्मीर में श्रीनगर में राजकीय मेडिकल कालेज श्रीनगर, शेर-ए-कश्मीर इंस्टीटयृट आफ मेडिकल सांइसेस सौरा और बेमिना स्थित हैं। इसी तरह बारामुला, कुपवाड़ा और अनंतनाग जिलों में भी एक-एक मेडिकल कालेज है। पुलवामा जिले के अवंतीपोरा में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान बन रहा है जो कि अगले सत्र से शुरू होगा।

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    जम्मू में तेजी से हुआ विस्तार

    जम्मू में कुछ वषों में कश्मीर की अपेक्षा तेजी के साथ स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार हुआ है। एक दशक पहले तक कश्मीर में तीन मेडिकल होते थेञ जीएमसी श्रीनगर, स्किम्स सौरा और बेमिना। लेकिन जम्मू संभाग में सिर्फ जीएमसी जम्मू और एक निजी मेडिकल कालेज एस्काम होता था। अब जम्मू में एम्स को मिलाकर आठ मेडिकल कालेज हो गए हैं जबकि कश्मीर में निर्माणाधीन एम्स को मिलकर सात ही मेडिकल हैं।

    मरीजों को होगा लाभ

    स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग में दशकों काम करने वाले डा. जयपाल सिंह का कहना है कि शायद ही कोई ऐसा केंद्र शासित प्रदेयश या प्रदेश होगा जहां के आधे से ज्यादा जिलों में मेडिकल कालेज हैं।हालांकि अभी मेडिकल कालेजों में सुविधाओं में विस्तार में समय लगेगा लेकिन इससे मरीजों को लाभ होगा। उन्हें इलाज के लिए पहले की तरह जीएमसी जम्मू या श्रीनगर में नहीं जाना पड़े़गा। अब सरकार को भी इन मेडिकल कालेजों में संकाय की कमी को पूरा करने में लगाना चाहिए। निजी मेडिकल कालेज खुलने से विकल्प बढ़ेंगे।

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