'नहीं मिटेगा मुगल इतिहास, सैकड़ों साल किया शासन यहीं हुए दफन'; औरंगजेब को लेकर और क्या बोले फारूक अब्दुल्ला
नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि मुगल इतिहास नहीं मिटेगा। मुगलों ने सैकड़ों वर्षों तक शासन किया और यहीं दफन हो गए। साथ ही उन्होंने औरंगजेब को लेकर पूछे सवाल पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि भारत भारत-पाकिस्तान संबंधों में सुधार जम्मू-कश्मीर के लिए बेहतर होगा। उन्होंने उत्तर प्रदेश में स्थानों के नाम बदलने के लिए भाजपा सरकार की आलोचना की।
राज्य ब्यूरो, जम्मू। नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने वीरवार को कहा कि भारत-पाकिस्तान संबंधों में सुधार जम्मू-कश्मीर के लिए बेहतर होगा। उन्होंने स्थानों के नाम बदलने के लिए उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी सरकार की आलोचना की और कहा कि इससे मुगल इतिहास नहीं मिटेगा। उन्होंने जम्मू-कश्मीर विधानसभा के बाहर पत्रकारों से कहा कि अगर दोनों देशों के बीच संबंध बेहतर होते हैं तो यह हमारे लिए अच्छी बात है।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने विदेश मंत्री एस जयशंकर की पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर पर टिप्पणी से जुड़े सवाल के जवाब भी दिए। औरंगजेब के बारे में पूछे जाने पर फारूक अब्दुल्ला ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार मुगल विरासत को मिटाने की कोशिश कर रही है, लेकिन इतिहास को बदला नहीं जा सकता। वे इतिहास नहीं बदल सकते। वे मुगलों की विरासत को मिटाना चाहते हैं।
यहीं दफन हो गए मुगल- फारूक
उन्होंने कहा कि मुगलों ने सैकड़ों सालों तक यहां शासन किया और यहीं दफन भी हुए। भाजपा के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार ने कई जगहों का नाम बदलकर यह तर्क दिया है कि यह भारत की सांस्कृतिक विरासत को बहाल करने की दिशा में एक कदम है। हालांकि, विपक्षी नेताओं का दावा है कि यह राजनीतिक लाभ के लिए इतिहास को फिर से लिखने का प्रयास है।
आर्टिकल 370 पर चर्चा करने का अधिकार नहीं छीन सकता- सीएम
वहीं, दूसरी तरफ अनुच्छेद 370 को लेकर मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने गुरुवार को कहा कि कोई भी नागरिकों से आर्टिकल 370 पर चर्चा करने का अधिकार नहीं छीन सकता।
उन्होंने कहा कि कुछ लोग हमें डराने, धमकाने और चुप कराने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उनकी पार्टी जम्मू-कश्मीर के लोगों के अधिकारों के लिए अपनी लड़ाई जारी रखेगी।
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा को समाप्त करते हुए अब्दुल्ला ने कहा कि पूर्ववर्ती राज्य को केंद्र शासित प्रदेश में बदलने से जम्मू-कश्मीर की गरिमा खत्म हो गई है।
पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोगों की सबसे बड़ी आकांक्षाओं में से एक पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करना है। मेरी सरकार जम्मू-कश्मीर के नागरिकों की इस वैध इच्छा को संबोधित करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता में दृढ़ है।
मेरी सरकार लोगों के लिए राज्य के दर्जे के भावनात्मक और राजनीतिक महत्व को पहचानती है और इस प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने के लिए सभी हितधारकों के साथ सक्रिय रूप से जुड़ रही है, जिससे शांति, स्थिरता और प्रगति सुनिश्चित हो सके।
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