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    उमर फारूक ने दिल्ली में शाही इमाम और मुफ्ती से की मुलाकात, मुस्लिम समुदाय में एकता पर जोर; वक्फ बिल पर कही ये बात

    मीरवाइज मौलवी उमर फारूक ने दिल्ली की जामा मस्जिद में शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी और फतेहपुरी मस्जिद के मुफ्ती मुकर्रम अहमद से मुलाकात की। मुलाकात में उन्होंने मुस्लिम समुदाय के राजनीतिक-सामाजिक-आर्थिक हितों से जुड़े विभिन्न विषयों पर चर्चा की और मुस्लिम समुदाय में एकता बनाए रखने पर जोर दिया। अंतर समुदाय एकता-सदभाव के विषय पर चर्चा की। वक्फ संशोधन बिल को विफल करने को मिलकर प्रयास करने को कहा।

    By naveen sharma Edited By: Sushil Kumar Updated: Tue, 04 Feb 2025 06:00 AM (IST)
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    मीरवाइज उमर फारूक ने वक्फ संशोधन बिल को विफल करने की अपील की।

    राज्य ब्यूरो, जम्मू। ऑल पार्टी हुर्रियत कान्फ्रेंस के चेयरमैन और कश्मीर के प्रमुख मजहबी नेता मीरवाइज मौलवी उमर फारूक ने सोमवार को जामिया मस्जिद दिल्ली में शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी और फतेहपुर मस्जिद के मुफ्ती मुकर्रम अहमद से मुलाकात की।

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    उल्लेखनीय है कि मीरवाइज मौलवी उमर फारूक बीते एक पखवाड़े से भी ज्यादा समय से दिल्ली में हैं। बीते दिनों उन्होंने वक्फसंशोधन विधेयक के मुद्दे पर संयुक्त संसदीय समिति के सदस्यों से भी मुलाकात की थी। गत शनिवार को उन्होंने दिल्ली में कश्मीरी हिंदुओं के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ भी अंतर समुदाय एकता-सदभाव के विषय पर चर्चा की।

    मुस्लिम समुदाय में एकता बनाए रखने पर जोर दिया

    आज सुबह मीरवाइज ने दिल्ली की जामा मस्जिद में शाही इमामा सैयद अहमद बुखारी और फतेहपुर मस्जिद के मुफ्ती मुकर्रम अहमद से भेंट की। इमाम बुखारी और मुफ्ती मुकर्रम के साथ मुलाकात में मीरवाइज मौलवी उमर फारूक ने देश में मुस्लिम समुदाय के राजनीतिक, सामाजिक व आर्थिक हितों से जुड़े विभिन्न विषयों पर चर्चा करते हुए, मुस्लिम समुदाय में एकता बनाए रखने पर जोर दिया।

    उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में मुस्लिम समुदाय एक असमंजस के दौर से गजर रहाहै और उसे इससे बाहर निकलाने में मुस्लिम समुदाय के नेताओं को पूरी जिम्मेदारी के साथ अपना कर्तव्य निर्वाह करना होगा। उन्होंने वक्फ संशोधन बिल को विफल बनाने के लिए उन्हें मिलकर प्रयास करने को कहा।

    कश्मीरी हिंदुओं को वापस लाने की उठाई जिम्मेदारी

    वहीं, इस बीच विस्थापित कश्मीरी हिंदुओं की कश्मीर में सम्मानजनक और सुरक्षित वापसी का मार्ग सुनिश्चित बनाने की जिम्मेदारी मीरवाइज मौलवी उमर फारूक ने उठाई है। कश्मीरी हिदुओं की कश्मीर वापसी और कश्मीर में सांप्रदायिक सौहार्द को बहाल करने के लिए शनिवार को नई दिल्ली में कश्मीरी हिंदुओं और कश्मीरी मुस्लिमों की एक अंतर समुदाय समिति का गठन हुआ है। समिति का अध्यक्ष मीरवाइज मौलवी उमर फारूक को बनाया गया है।

    कश्मीर का हिस्सा हैं कश्मीरी हिंदु

    बता दें कि पांच अगस्त 2019 से पहले हुर्रियत कॉन्फ्रेंस ने कभी भी कश्मीर से कश्मीरी हिंदुओं को भगाने वाले जिहादी संगठनों के खिलाफ जाने की कभी हिम्मत नही की। यह बात अलग है कि हुर्रियत हमेशा यह कहती रही है कि वह कश्मीरी हिंदुओं का कश्मीर का हिस्सा मानती है।

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