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    कठुआ में हुई तीन युवकों की हत्या की होगी जांच, LG मनोज सिन्हा ने दिए आदेश; महबूबा-लोन समेत कई नेताओं ने की निंदा

    Updated: Sun, 09 Mar 2025 08:14 PM (IST)

    जम्मू के कठुआ में तीन युवकों की हत्या से सनसनी फैल गई है। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने घटना की निंदा करते हुए जांच के आदेश दिए हैं। पीपुल्स डेमोक्रेटिक प ...और पढ़ें

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    जम्मू-कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा। फाइल फोटो

    राज्य ब्यूरो, जम्मू। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कठुआ में तीन युवकों की हत्या की निंदा करते हुए पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि घटना की गहन और पारदर्शी जांच के आदेश दिए गए हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि अपराधियों को जल्द से जल्द सजा दी जाएगी।

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    उपराज्यपाल ने कहा कि कठुआ के वरुण सिंह, योगेश सिंह और दर्शन सिंह की नृशंस हत्या पर मैं स्तब्ध और दुखी हूं। दुख की इस घड़ी में मैं उनके परिवारों और दोस्तों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। मैंने गहन और पारदर्शी जांच के आदेश दिए हैं और परिवारों को सभी आवश्यक सहायता प्रदान की जाएगी।

    मैं लोगों को आश्वासन देता हूं कि अपराधियों को जल्द से जल्द सजा दी जाएगी। न्याय सुनिश्चित किया जाएगा और जवाबदेही तय की जाएगी। गौरतलब है कि तीन युवाओं के लापता होने के बाद बीते शनिवार को उनके शव बरामद हुए थे। इसके बाद से ही पूरे जम्मू संभाग विशेषकर कठुआ जिले में लोग सड़कों पर उतर आए हैं।

    महबूबा, लोन ने की हत्याओं की निंदा

    वहीं इस घटना की जम्मू-कश्मीर में चौतरफा निंदा हो रही है। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती और जम्मू-कश्मीर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद गनी लोन ने तीन युवकों की हत्या की निंदा करते हुए अधिकारियों से असली दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की।

    पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा कि कठुआ में स्थिति बेहद चिंताजनक है। थोड़े समय में ही मुस्लिम और हिंदू दोनों समुदायों के लगभग एक दर्जन लोगों की जान चली गई है। उनमें से पांच का कथित तौर पर पुलिस और गौरक्षकों द्वारा पीछा किया गया जिस कारण दुर्घटनाएं हुईं।

    इसके बाद हिंदू समुदाय के दो सदस्यों के शव मिले और कल तीन और शव मिले जिनमें एक चौदह वर्षीय किशोर का दिल दहला देने वाला मामला भी शामिल है। पुलिस माखनदीन जैसे पीड़ितों से झूठे बयान दिलवाने पर अधिक ध्यान केंद्रित करती है। असली अपराधी अभी भी फरार हैं।

    'जिले में सांप्रदायिक तनाव को बढ़ावा'

    उन्होंने कहा कि आज तक लगभग 30 व्यक्तियों पर पीएसए या यूएपीए के तहत आरोप लगाए गए हैं जिनमें से अधिकांश के खिलाफ बहुत कम या कोई सबूत नहीं है। उन्होंने कहा कि ऐसे संकेत हैं कि सीमा के भीतर और उस पार कुछ विघटनकारी तत्व संभवतः इस संवेदनशील सीमावर्ती जिले में सांप्रदायिक तनाव को बढ़ावा दे रहे हैं।

    अधिकारियों को वास्तविक अपराधियों की पहचान करने और उन्हें न्याय के कटघरे में लाने के लिए तेजी से से काम करना चाहिए ताकि शांति और सांप्रदायिक सद्भाव कायम रहे। जम्मू-कश्मीर पीपुल्स कन्फ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद गनी लोन ने भी घटना की निंदा की। लोन ने कहा कि यह दुखद है।

    उम्मीद है कि पुलिस अपराधियों को पकड़ लेगी। माक्र्सवादी विधायक मोहम्मद युसूफ तारीगामी ने हत्याओं की कड़ी निंदा की। उन्होंने पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए इसकी निष्पक्ष जांच करवाने की मांग की।

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