सौर ऊर्जा से रोशन हुआ लद्दाख LoC से सटा खाकटेद गांव, सेना ने लोगों को समर्पित किया 10 केवीए सोलर प्लांट
लद्दाख के खाकटेद गांव में सेना ने 10 केवीए का सोलर प्लांट स्थापित किया है, जिससे गांव रोशन हो गया है। यह गांव LoC के करीब स्थित है। सेना ने यह प्लांट ...और पढ़ें

यह पहल लद्दाख में ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ावा देगी।
राज्य ब्यूरो, जम्मू। पूर्वी लद्दाख के चांगथांग इलाके में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर स्थित वाइब्रेंट विलेज गांव खाकटेड वीरवार को सौर उर्जा से रोशन हो उठा।
सेना ने क्षेत्र में आपरेशन सद्भावना के तहत स्थापित किया 10 केवीए सोलर प्लांट वीरवार को क्षेत्र के लोगों को समर्पित किया। भारतीय सेना ने नागरिक प्रशासन के साथ समन्वय बनाकर वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम के अनुरूप सीमावर्ती क्षेत्रों में विकास की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है। गांव में सोलर पावर प्लांट लोगों के जीवन स्तर में बेहतरी लाएगा।
इस सोलर पावर प्लांट के शुरू होेने से दूरदराज़ के इस सीमावर्ती गांव में स्वच्छ एवं सतत ऊर्जा की उपलब्धता सुनिश्चित हुई है। इससे स्थानीय लोगों को बिजली, आवश्यक सेवाएं व दैनिक जीवन में सुविधा मिलेगी। यह परियोजना पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ आत्मनिर्भरता को भी बढ़ावा देगी। बिजली के अभाव में क्षेत्र के लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा था।
सेना लद्दाख की सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ क्षेत्र के दूरदराज इलाकों के निवासियों की मुश्किलों को दूर करने की दिशा में भी सराहनीय कार्य कर रही हैं। लोगों की जरूरतों को पहचान कर उन्हें दूर किया जा रहा है।
भारतीय सेना द्वारा संचालित इस प्रकार की विकासात्मक पहलें न केवल स्थानीय समुदायों को सशक्त बना रही हैं, अपितु सीमावर्ती क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे को मजबूत कर राष्ट्र निर्माण की भावना को भी सुदृढ़ कर रही हैं। सेना का यह प्रयास दुर्गम और सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले नागरिकों के जीवन स्तर में सुधार लाने की दिशा में एक सराहनीय कदम है।
चुशुल के पूर्व काउंसिलर कुंचुक स्टेंजिन ने लोगों की मुश्किल को दूर करने के लिए सेना ने फायर एंड फ़्यूरी कोर की त्रिशूल डिवीजन द्वारा किए गए इस प्रयास की सराहना की है।

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