Kulgam Encounter: साल का सबसे बड़ा एंटी टेरर ऑपरेशन! तीसरे दिन भी मुठभेड़ जारी; जंगल में घिरे 4-5 आतंकी
जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ तीसरे दिन भी जारी रही। अक्खल वन क्षेत्र में चले इस अभियान में अब तक तीन आतंकी मारे गए हैं और एक सैनिक घायल हुआ है। सुरक्षा बलों को आतंकियों की मौजूदगी की सूचना मिलने पर शुक्रवार को ऑपरेशन शुरू किया गया था। पूरे इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।

राज्य ब्यूरो, जम्मू। दक्षिण कश्मीर के कुलगाम में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच जंगल क्षेत्र में रविवार को तीसरे दिन भी मुठभेड़ जारी है। सुबह थोड़ी देर के लिए रुक-रुककर गोलीबारी हुई। सुरक्षाबलों ने भी जवाबी कार्रवाई की। पूरे इलाके में हाईटेक सर्विलांस उपकरण लगाए गए हैं। इसके अलावा सेना के स्पेशल पैरा फोर्स के जवानों को भी जंगल में उतारा है।
पुलिस महानिदेशक और सेना की 15वीं कोर के कमांडर पूरे अभियान की निगरानी कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि जंगल में चार से पांच या उससे अधिक आतंकी होने की आशंका है।
सुरक्षाबलों को एक अगस्त को अक्खल के घने जंगल में आतंकियों की मौजूदगी की खुफिया जानकारी मिली थी, जिसके बाद पूरे क्षेत्र को घेर तलाशी अभियान शुरू किया। वहां छिपे आतंकियों ने अचानक गोलीबारी शुरू कर दी, जिससे तलाशी मुठभेड़ में बदल गई। तीन आतंकी मारे गए हैं और एक सैनिक घायल हुआ है।
सूत्रों के मुताबिक, शनिवार रात से लेकर रविवार सुबह तक इलाके में गोलियों और धमाकों की आवाजें सुनी जाती रहीं। बड़ी संख्या में सेना, पुलिस और सीआरपीएफ की संयुक्त टीमें अभियान में जुटी हैं। ड्रोन, थर्मल इमे¨जग और अन्य तकनीकी संसाधनों की मदद ली जा रही है।पुलिस के अनुसार यह इस हफ्ते जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के साथ तीसरी बड़ी मुठभेड़ है।
इससे पहले सुरक्षाबलों ने आपरेशन महादेव के तहत पहलगाम हमले में शामिल तीन पाकिस्तानी आतंकियों सुलेमान, अफगान और जिब्रान को मार गिराया था। 31 जुलाई को पुंछ में नियंत्रण रेखा के पास दो और आतंकी मारे गए थे। कुलगाम के घने जंगलों में जारी मुठभेड़ को लेकर सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हैं।
अभियान की संवेदनशीलता और आतंकियों की संख्या को देखते हुए पूरे क्षेत्र में अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती की है। सेना की चिनार कोर ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर पोस्ट किया कि 'रात भर रुक-रुक कर और तीव्र गोलीबारी जारी रही। सतर्क सैनिकों ने जवाबी कार्रवाई की और संपर्क बनाए रखते हुए घेराबंदी और मजबूत कर दी।
यह साल के सबसे बड़े आतंकवाद रोधी अभियानों में से एक हो सकता है। अधिकारियों ने बताया कि ड्रोन और थर्मल इमेजिंग उपकरणों सहित उच्च तकनीक वाले निगरानी उपकरण, साथ ही विशिष्ट पैरा स्पेशल फोर्स इस अभियान में हिस्सा ले रहे हैं।
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