Kathua Encounter: 12 दिन से सर्च ऑपरेशन जारी, जंगलों में 7 KM तक सेना का पहरा; कहां छिपे हैं आतंकी?
कठुआ में सुरक्षाबलों ने आतंकियों के सफाए के लिए बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया है। तीनों आतंकी कठुआ के एक जंगली इलाके में छिपे हुए हैं। सेना एनएसजी पुलिस एसओजी सीआरपीएफ और बीएसएफ की संयुक्त टीमें पूरे क्षेत्र में तलाशी अभियान चला रही हैं। आतंकवादियों को समर्थन देने वाले ओवरग्राउंड नेटवर्क को खत्म करने के लिए सुरक्षा एजेंसियां ओजीडब्ल्यू पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं।

पीटीआई, जम्मू। कठुआ में इधर-उधर सुरक्षाबलों से भागते-फिरते आतंकियों की तलाश के लिए लिए सेना ने कई जगहों पर तलाशी अभियान चलाया है।
आतंकियों की तलाश के लिए सुरक्षाबलों ने पिछले 12 दिनों से अभियान चलाया हुआ है। ऐसी खबर है कि तीनों आतंकी कठुआ के एक जंगली इलाके में छिपे हुए हैं। सुरक्षा एजेंसियां भी आतंकवादियों के समर्थकों पर नकेल कस रही हैं और घात लगाकर हमला कर रही हैं।
बहुस्तरीय घेरबांदी को मजबूत करने और आतंकियों की धर-पकड़ के लिए क्षेत्र में 6 से 7 किलोमीटर के दायरे में घात लगाने के लिए अतिरिक्त सैनिकों को तैनात किया गया है। एक अधिकारी ने कहा कि तलाशी अभियान जारी है। भागे हुए आतंकवादियों को पकड़ने के लिए यह अभियान चल रहा है।
हेलीकॉप्टर और डॉग स्क्वॉयड भी अभियान में शामिल
हेलीकॉप्टर, यूएवी (मानवरहित हवाई वाहन-Unmanned Aerial Vehicle) और खोजी कुत्तों के इस्तेमाल सहित हवाई निगरानी के साथ तलाशी अभियान तेज कर दिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि सेना, एनएसजी, पुलिस, एसओजी, सीआरपीएफ और बीएसएफ की संयुक्त टीमें पूरे क्षेत्र में तलाशी अभियान चला रही हैं।
उन्होंने बताया कि बीहड़ इलाकों और घने जंगलों में अतिरिक्त जवानों को तैनात किया गया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि आतंकवादी ऊपरी इलाकों की ओर न भाग जाएं। जवानों ने आतंकवादियों को पकड़ने के लिए एक बड़े इलाके में कई घात लगाए हैं।
उन्होंने ऑपरेशन के क्षेत्र का विस्तार करते हुए बिलावर, भड्डू, घट्टी और कोग-मंडली को भी शामिल किया है। अधिकारियों ने बताया कि आतंकवादियों को समर्थन देने वाले ओवरग्राउंड नेटवर्क को खत्म करने के लिए सुरक्षा एजेंसियां ओजीडब्ल्यू पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं और पहाड़ियों में भोजन, आश्रय और मार्गदर्शन की आपूर्ति को रोकने के लिए उन पर कार्रवाई कर रही हैं।
27 से अधिक व्यक्तियों से पूछताछ
आतंकवादियों की गतिविधियों के बारे में जानकारी जुटाने के लिए 27 से अधिक व्यक्तियों से पूछताछ की गई है। ऑपरेशन के दौरान आतंकवादी भोजन लेकर भागने के लिए दो घरों में भी घुस गए।
सुरक्षा एजेंसियों ने इस बात पर जोर दिया है कि आतंकवादियों के लिए बिना किसी नेटवर्क के जीवित रहना मुश्किल है, जो उन्हें अंतर्राष्ट्रीय सीमा (आईबी) से लेकर कठुआ की पहाड़ियों और डोडा, किश्तवाड़ और उधमपुर जैसे अन्य जिलों में भोजन, आश्रय और मार्गदर्शन प्रदान करते हैं।
हिरासत में तीन महिलाएं सहित छह लोग
सुरक्षाबलों ने पूछताछ के लिए एक ही परिवार की तीन महिलाओं सहित छह व्यक्तियों को हिरासत में लिया है। अधिकारियों ने कहा कि आरोप है कि उन्होंने इस क्षेत्र में सक्रिय आतंकवादियों को सहायता प्रदान की।
हिरासत में लिए गए लोग संदिग्ध ओवरग्राउंड वर्कर मोहम्मद लतीफ के परिवार से हैं, जो पिछले साल सेना के ट्रक पर हमले के दौरान मल्हार में आतंकवादियों की सहायता करने के लिए पहले से ही सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम (पीएसए) के तहत जेल में है। मल्हार आतंकी हमले में छह सैनिक शहीद हुए थे। ऐसा माना जाता है कि मारा गया आतंकवादी अबू ताला भी लतीफ के घर पर रुका था।
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