Jammu News : सरकारी भूमि पर कब्जा करने वालों पर सख्त हुआ जेडीए, दशकों से कब्जा जमाए बैठे थे ये लोग
जम्मू विकास प्राधिकरण (JDA) ने अतिक्रमणकारियों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है। खाली प्लाटों की फेंसिंग पर पिछले एक साल में लगभग 10 लाख रुपये खर्च किए गए हैं जिससे 4000 कनाल भूमि सुरक्षित हुई है। मझीन खानपुर और पलौड़ा में JDA की जमीन पर अतिक्रमण रोकने के लिए फेंसिंग की जा रही है। JDA भूमि को कब्जे में लेकर कार्रवाई जारी रखेगा और अतिक्रमण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

जागरण संवाददाता, जम्मू : जम्मू विकास प्राधिकरण अतिक्रमणकारियों के खिलाफ शिकंजा कसने के साथ खाली प्लाटों की फेंसिंग करने में जुट गया है। पिछले एक वर्ष में करीब 10 लाख रुपये फेंसिंग पर खर्च किए गए हैं और चार हजार कनाल भूमि की फेंसिंग की जा चुकी है।
जेडीए ने मझीन, खानपुर, पलौड़ा व आसपास के क्षेत्रों में अतिक्रमण को रोकने के लिए खाली पड़े प्लाटों की फेंसिंग की प्रक्रिया शुरू की है। यहां जेडीए की करीब 1200 कनाल जमीन पर अतिक्रमण है।
जेडीए ने पहले खाली पड़े प्लाटों को कब्जे में लेना शुरू किया है। इसके बाद अतिक्रमणकारियों द्वारा कब्जाई गई भूमि को खाली करवाने के लिए पुलिस व प्रशासन के साथ मिलकर बड़े अभियान चलाए जाएंगे। पिछले छह महीनों में जेडीए ने 400 कनाल के करीब भूमि से अतिक्रमण हटवाया है जबकि यह प्रक्रिया लगातार जारी है।
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जेडीए के वाइस चेयरमैन शिव कुमार गुप्ता के निर्देशों पर एक बार फिर जेडीए ने सख्ती शुरू की है। जेडीए खाली पड़े प्लाटों को कब्जे में लेने को प्राथमिकता देते हुए इनकी तारबंदी कर रहा है। हालांकि जेडीए को इस दौरान स्थानीय लोगों के रोष का भी सामना करना पड़ रहा है।
जेडीए की बहुत सी जमीन पर दशकों से लोग बैठे हुए हैं और उनके पास दस्तावेज भी मौजूद हैं। यह बात दीगर है कि जेडीए के रिकार्ड से अधिकतर दस्तावेज मेल नहीं खाते। लिहाजा जेडीए भूमि को कब्जे में लेते हुए कार्रवाई को जारी रखे हुए है।
जेडीए के पास भूमि का विवरण
-कुल भूमि: 80,976 कनाल (10,122 एकड़)
-सीमांकित भूमि: 72,373 कनाल (9,046 एकड़)
-असीमांकित भूमि: 8,602 कनाल (1,075 एकड़)
-जल निकायों के अधीन: 32,387 कनाल
-वन और खाद के अधीन: 12,202 कनाल
-कृषि और अन्य प्रकार की भूमि: 36,220 कनाल
क्या कहते हैं अधिकारी
‘जेडीए की जमीन पर हुए अतिक्रमण को हटाने की प्रक्रिया जारी है। पहले खाली प्लाटों को कब्जे में लेते हुए इनकी फेंसिंग कर ही रहे हैं। कुछ स्थानों पर अवैध निर्माण भी हुए हैं। उन्हें भी ताेड़ा जाएगा। संबंधितों को बोल दिया गया है। धीरे-धीरे कार्रवाई आगे बढ़ती रहेगी। जेडीए की जमीन पर किसी प्रकार का अतिक्रमण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।’ -राशि दत्ता, तहसीलदार, जेडीए
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