जम्मू में चटक धूप तो कश्मीर में बर्फीली हवा से ठिठुरन, 29 जनवरी से 2 फरवरी तक बारिश और बर्फबारी के आसार
कश्मीर में कड़ाके की ठंड जारी है। पहलगाम बना घाटी का सबसे ठंडा इलाका। श्रीनगर में न्यूनतम तापमान बढ़ा है लेकिन अभी भी जमाव बिंदु से नीचे ही है। 1 फरवरी से पश्चिमी विक्षोभ का असर शूरू होगा बर्फबारी और बारिश की संभावना है। वहीं जम्मू में भी सर्दी का प्रकोप जारी है 29 जनवरी से 2 फरवरी तक बारिश और बर्फबारी की संभावना।

जागरण संवाददाता, श्रीनगर/जम्मू। कड़क धूप रहने के बाद जम्मू में कंपा देने वाली सर्दी से लोगों को राहत मिलनी शुरू हो गई है, लेकिन कश्मीर में शुष्क मौसम के बीच ठंड का प्रकोप लगातार जारी है।
पहलगाम -6.4 डिग्री के साथ घाटी का सबसे ठंडा क्षेत्र
सोमवार को भी घाटी में सभी स्थानों पर न्यूनतम तापमान जमाव बिंदु शून्य से नीचे बना रहा। पहलगाम न्यूनतम तापमान -6.4 डिग्री के साथ घाटी का सबसे ठंडा क्षेत्र रहा।
श्रीनगर न्यूनतम तापमान फिर बढ़कर माइनस 5.5 डिग्री पहुंच गया है। पहली फरवरी से पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के चलते घाटी में बर्फबारी व बारिश हो सकती है। इसका प्रभाव तीन फरवरी तक रहेगा।
31 जनवरी को समाप्त हो जाएगा चिल्लेकलां
जम्मू में 29 जनवरी से दो फरवरी तक कहीं वर्षा तो कहीं बर्फबारी होने से फिर सर्दी बढ़ेगी। बता दें कि 31 जनवरी को 40 दिवसीय चिल्लेकलां अपनी पारी समाप्त करेगा। पहली फरवरी से चिल्लेकलां की तुलना में कम तीव्रता वाले ठंडे दौर 20 दिवसीय चिल्लेखुद अपनी पारी शुरू करेगा।
श्रीनगर समेत अधिकांश इलाकों में दिनभर हल्की धूप छाई रही। जम्मू में दिन में लोगों ने भारी गर्म कपड़े उतार दिए हैं और सुबह-शाम ही इन्हें पहनने की जरूरत महसूस हो रही है।
हिमाचल फिर वर्षा और हिमपात की संभावना
वहीं, हिमाचल में 29 जनवरी से एक बार फिर मौसम में बदलाव की संभावना है। दो नए पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहे हैं। पहला 29 जनवरी और दूसरा पहली फरवरी को सक्रिय होगा। इस दौरान वर्षा व हिमपात का पूर्वानुमान जताया है। 30 जनवरी तक अधिक ऊंचे और मध्यम ऊंचाई वाले भागों में वर्षा होगी, जबकि 31 जनवरी को प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में मौसम प्रतिकूल रहेगा।
वहीं, मौसम विभाग ने ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर और मंडी जिला में शीतलहर की चेतावनी दी है। इन जिलों में रात और सुबह के समय ठंडी हवाएं चलने से कड़ाके की सर्दी पड़ेगी। शीतलहर की वजह से मैदानी क्षेत्रों में रातें ठंडी हैं। शिमला में रात का तापमान भी निरंतर बढ़ रहा है।
पूरे राज्य में जनवरी के दौरान सूखे जैसे हालात रहे हैं। हिमपात नहीं होने से किसान और बागबान परेशान हैं। माह में अब तक सामान्य से 78 प्रतिशत कम वर्षा हुई। पर्यटन उद्योग पर भी विपरीत असर पड़ रहा है।
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