Jammu Kashmir Weather: गरज-चमक के साथ हुई तेज बारिश, उमस भरी गर्मी से मिली राहत; भूस्खलन की चपेट में आए कई मकान
जम्मू में बारिश से लोगों को गर्मी से राहत मिली लेकिन उमस बढ़ गई। मौसम विभाग ने अगले पांच दिनों तक बारिश की संभावना जताई है। बसोहली में भूस्खलन से कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं जिससे लोग परेशान हैं। नगरोटा प्रेहता में भी एक घर भूस्खलन के खतरे में है। प्रशासन से मदद की गुहार लगाई गई है ताकि जानमाल की रक्षा की जा सके।

जागरण संवाददाता, जम्मू। उमस भरी गर्मी से बेहाल हो रहे जम्मू वासियों को सोमवार शाम को गर्ज, चमक के साथ हुई बारिश राहत प्रदान कर गई। अगले पांच दिनों से हल्की से तेज बारिश होने की संभावना है।
मौसम विभाग के अनुसार जम्मू संभाग में 12 से 17 अगस्त तक कहीं-कहीं हल्की से तेज बारिश होगी। इस बीच सोमवार शाम 4.30 बजे के करीब जम्मू शहर व आसपास के इलाकों में बारिश शुरू हुई। गर्मी से उबल रहे जम्मू शहर के लोगों ने राहत की सांस तो ली लेकिन उमस पहले से भी बढ़ गई है।
घरों में बैठना मुश्किल हो गया है। सोमवार सुबह से दोपहर बाद तक जम्मू शहर व आसपास के इलाकों में तीखी धूप रही। शाम के समय आसमान में बादलों के घेरे बने और कई स्थानों पर बारिश हुई। फिलहाल आसमान में आंशिक बादल छाए हुए हैं।
इसी बीच सोमवार को जम्मू का अधिकतम तापमान 35.0 और न्यूनतम तापमान 27.1 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया जबकि आर्द्रता अधिकतम 91 और न्यूनतम 67 प्रतिशत रही।
तापमान अधिकतम न्यूनतम
जम्मू 35.0 27.1
बनिहाल 29.4 19.4
बटोत 27.1 21.1
कटड़ा 30.2 25.2
भद्रवाह 31.0 21.1
श्रीनगर 34.6 21.1
काजीगुंड 32.3 19.2
पहलगाम 27.9 17.7
कुपवाड़ा 34.6 19.7
कुकरनाग 32.2 20.2
गुलमर्ग 24.0 15.0
बारिश से भूस्खलन की चपेट में आए कई मकान
बसोहली कस्बे के वार्ड नंबर-11 में बारिश ने भारी तबाही मचाई है। इस वार्ड में आधा दर्जन मकान भूस्खलन की चपेट में आ गए हैं, जिससे इनके जमींदोज होने का खतरा बढ़ गया है। पिछले वर्ष अगस्त में यहां पहला भूस्खलन हुआ था, जिसके बाद से बारिश के दौरान जमीन धीरे-धीरे खिसक रही है।
सोमवार को दिनभर हुई तेज बारिश के कारण वार्ड के लगभग छह घरों में भूस्खलन हुआ है, जिससे पेड़-पौधे व मकानों की नींव भी प्रभावित हुई है। मोहम्मद रफीक, जिनका मकान पूरी तरह से जमींदोज हो गया है, उसने बताया कि सामान को बाहर निकालने में अत्यधिक कठिनाई हो रही है।
वार्ड निवासी मंजूर अहमद ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि पिछले वर्ष से लगातार जमीन दरक रही है और अब सभी घर असुरक्षित हो गए हैं। इस वर्ष बारिश भी पहले से अधिक हुई है, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई है। मकानों के आसपास के बिजली ढांचे को भी नुकसान पहुंचा है और जल शक्ति विभाग की पाइपें भी उखड़ने लगी हैं। घरों में दरारें आ गई हैं, जिससे सभी लोग परेशान हैं।
बारिश का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है, जिससे स्थानीय निवासियों में भय और चिंता का माहौल है। इसी तरह, नगरोटा प्रेहता के वार्ड नंबर-एक नक्की में एक घर भूस्खलन के खतरे में है। ग्रामीणों और पूर्व नायब सरपंच अजीत सिंह ने बताया कि गांव में कई खेत भूस्खलन की चपेट में है। इसके अलावा, रतन शर्मा का आधा घर भी भूस्खलन की चपेट में आ गया है।
उन्होंने कहा कि घर के भीतर पानी भर गया है और भूस्खलन के स्पष्ट निशान देखे जा सकते हैं। गांव के पूर्व नायब सरपंच ने प्रशासन से अनुरोध किया है कि वे इस गांव का दौरा कर आवश्यक कार्रवाई करें। स्थानीय लोगों की सुरक्षा और संपत्ति की रक्षा के लिए त्वरित कदम उठाने की आवश्यकता है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।