Jammu: पूर्व एसपी और कॉरपोरेटर ने भी जम्मू में रोहिंग्याओं को दी थी शरण, 69 लाख लोगों से हुई पूछताछ
Jammu पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जम्मू नगर निगम के एक पूर्व कारपोरेटर ने अपने प्लाट में रोहिंग्याओं को कानून को ताख पर रखकर बसाया था। बता दें कि जम्मू कश्मीर पुलिस ने मंगलवार को जम्मू संभाग के छह जिलों में छापे मारकर रोहिंग्या और उनकी मदद करने वाले 68 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था।

जागरण संवाददाता, जम्मू। रोहिंग्याओं को जम्मू में अवैध तरीके से बसाने में मदद करने वालों पर पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है। बुधवार को दूसरे दिन भी अपने घर या खाली प्लाट में रोहिंग्याओं को रखने के आरोपितों को संबंधित पुलिस थानों में पूछताछ के लिए बुलाया गया।
69 लाख लोगों को पूछताछ के लिए लिया हिरासत मे
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जम्मू नगर निगम के एक पूर्व कारपोरेटर ने अपने प्लाट में रोहिंग्याओं को कानून को ताख पर रखकर बसाया था। इसी तरह जम्मू कश्मीर पुलिस से सेवानिवृत्त हुए एक सुपरिंटेंडेंट आफ पुलिस (एसपी) पर रोहिंग्याओं को बसाने का आरोप है। बता दें कि जम्मू कश्मीर पुलिस ने मंगलवार को जम्मू संभाग के छह जिलों में छापे मारकर रोहिंग्या और उनकी मदद करने वाले 68 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था।
देश की सुरक्षा का रख रहे ताख पर
जम्मू पुलिस ने जिला में मंगलवार को विभिन्न पुलिस थानों में सात मामले दर्ज कर 39 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। अभी किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है। जिन रोहिंग्याओं से भारत सरकार के दस्तावेज बरामद हुए हैं, उन्हें एहतियात के तौर पर पुलिस निगरानी में रखा गया है। बीते कुछ समय में जम्मू में रोहिंग्याओं की आबादी काफी तेजी से बढ़ी है। कानून के तहत किसी भी विदेशी नागरिक को अपने पास रखने के लिए सरकार से अनुमति लेना और सूचित करना जरूरी होता है, लेकिन लोग पैसों के लालच में देश की सुरक्षा को ताख पर रख रहे हैं।
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