जम्मू-कश्मीर को केंद्र की बड़ी राहत, आपदा में हुए नुकसान की भरपाई और बुनियादी ढांचे लिए मिला 1430 करोड़ का फंड
केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर को आपदा न्यूनीकरण और क्षतिग्रस्त बुनियादी ढांचे के पुनर्निर्माण के लिए 1430 करोड़ रुपये से अधिक का केंद्रीय फंड मंजूर किय ...और पढ़ें
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जम्मू-कश्मीर को मिला आपदा, बुनियादी ढांचे के पुनर्निर्माण के लिए 1430 करोड़ का केंद्रीय फंड।
राज्य ब्यूरो, जम्मू। केंद्र सरकार ने प्रदेश को बड़ी राहत देते हुए आपदा न्यूनीकरण उपायों के क्रियान्वयन के साथ क्षतिग्रस्त बुनियादी ढांचे के विकास के लिए 1430 करोड़ रूपये से अधिक के केंद्रीय फंड को मंजूरी दी है।
मुख्यसचिव अटल डुल्लू ने बुधवार को उच्च स्तरीय बैठक में राज्यों को पूंजी निवेश हेतु विशेष सहायता व स्पार्श जैसी सुधार संबंधी वित्तीय पहलों की प्रगति की समीक्षा की। बैठक में वित्त विभाग के प्रमुख सचिव संतोष डी. वैद्य ने बताया कि हाल ही में बादल फटने सहित विभिन्न प्राकृतिक आपदाओं के बाद अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय टीम ने जम्मू-कश्मीर का दौरा किया था।
टीम के आकलन के आधार पर गृह मंत्रालय ने इन आपदाओं को गंभीर श्रेणी में घोषित करने की सिफारिश की थी। इसके परिणामस्वरूप क्षतिग्रस्त बुनियादी ढांचे के पुनर्निर्माण व दीर्घकालिक आपदा न्यूनीकरण उपायों के लिए 1430 करोड़ रूपये की यह बड़ी सहायता स्वीकृत हुई।
मुख्यसचिव ने केंद्र सरकार व गृह मंत्रालय का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह सहायता भविष्य की आपदाओं से निपटने की तैयारी को मजबूत करने के साथ-साथ सड़कों, विद्युत अवसंरचना और जलापूर्ति प्रणालियों सहित क्षतिग्रस्त सार्वजनिक परिसंपत्तियों के बड़े पैमाने पर पुनर्निर्माण में सहायक सिद्ध होगी।
उन्होंने आपदा प्रबंधन, राहत, पुनर्वास एवं पुनर्निर्माण विभाग व स्कूल शिक्षा विभाग को निर्देश दिए कि स्वीकृत निधि के तहत किए जाने वाले कार्याें की जल्द पहचान कर अगस्त 2026 तक पूरा किया जाए। मुख्य सचिव ने जारी हुई 944 करोड़ की पहली किस्त का पूर्ण उपयोग सुनिश्चित करने पर जोर देते हुए सभी विभागों से आग्रह किया कि लंबित केंद्रीय प्रायोजित योजनाओं के अंतर्गत कम से कम एक बिल स्पार्श के माध्यम से 7 जनवरी 2026 तक प्रोसेस किया जाए। इस लक्ष्य की दैनिक निगरानी वित्त विभाग को सौंपी गई है।
प्रमुख सचिव, वित्त ने बताया कि 27 विभागों में कुल 222 कार्य स्वीकृत किए गए हैं। जिनमें 162 प्रगति पर व 60 नए कार्य शामिल हैं। स्वीकृत आवंटन के अंतर्गत 944 रूपये करोड़ की पहली किस्त जारी की गई है। अब तक 758 करोड़ का खर्च हो चुका है। उन्होंने विभागों से विशेष रूप से उन 95 परियोजनाओं पर तेजी से कार्य शुरू करने का आग्रह किया, जिन पर कुछ खर्च नही हुआ है।

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